
Can Pregnancy Affect Your Skin: प्रेग्नेंसी के दौरान शारीरिक समस्याएं होती हैं, ये बातें हम सभी जानते हैं। कुछ महिलाएं इन दिनों हार्मोनल बदलाव के कारण स्किन प्रॉब्लम भी फेस करती हैं। खासकर, प्रेग्नेंसी के शुरुआती माह में यह देखने को मिलता है कि महिलाओं को अधिक स्किन रैशेज, पिंपल या एक्ने हो जाते हैं। इस तरह की स्थिति में डॉक्टर प्रेग्नेंट महिलाओं को अपनी स्किन की केयर करने की सलाह देते हैं। इसके लिए, तरह-तरह के घरेलू नुस्खे अपनाने की बात कही जाती है। अगर स्किन प्रॉब्लम बढ़ जाए, तो डॉक्टर से ट्रीटमेंट करवाने की बात कही जाती है। बहरहाल, इन सबके उलट प्रेग्नेंसी के दौरान कई महिलाओं की स्किन में निखार आ जाता है और अलग ही तरह से चमक जाती है। सवाल है, क्या वाकई ऐसा होता है? या यह सब भ्रम है? आइए, जानते हैं राजौरी गार्डन स्थित कॉस्मेटिक स्किन क्लिनिक की कॉस्मेटोलॉजिस्ट और त्वचा रोग विशेषज्ञ, डॉ. करुणा मल्होत्रा का क्या कहना है।
क्या प्रेग्नेंसी में वाकई स्किन ज्यादा सॉफ्ट हो जाती है?- Skin Changes In Pregnancy
यह सच है कि प्रेग्नेंसी में स्किन प्रभावित होती है। इसमें स्किन टेक्सचर में बदलाव होता है और कुछ महिलाओं की स्किन बहुत ज्यादा सॉफ्ट यानी मुलायम हो जाती है। हालांकि, ऐसी महिलाओं की संख्या भी कम नहीं है, जिन्हें प्रेग्नेंसी के दौरान उन्हें स्किन से जुड़ी प्रॉब्लम फेस करनी पड़ती है। यह सब हार्मोनल बदलाव के कारण होता है। साथ ही, प्रेग्नेंसी के दौरान बॉडी में ब्लड फ्लो भी प्रभावित होता है। इसका असर भी स्किन पर देखने को मिलता है।
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प्रेग्नेंसी के दौरान स्किन में बदलाव क्यों होता है
हार्मोनल बदलाव
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर बहुत तेजी से बदलता है। इनमें बढ़ोत्तरी होती है। इसका प्रभाव स्किन पर पड़ता है। नतीजतन, स्किन ऑयल प्रोडक्शन बढ़ जाता है। ऐसे में कुछ महिलाओं की स्किन में एक्ने और पिंपल बढ़ जाते हैं, तो कुछ महिलाओं की स्किन सॉफ्ट हो जाती है।
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ब्लड फ्लो
प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लड वॉल्यूम बढ़ जाता है। ऐसा गर्भस्थ शिशु तक पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को पहुंचाने की प्रक्रिया के दौरान होता है। ऐसी स्थिति में महिलाओं की स्किन का ग्लो बढ़ जाता है यानी उनके चेहरे का ग्लो आकर्षक नजर आने लगता है। हालांकि, कई महिलाओं में एक्जिमा और सोरायसिस जैसी स्किन कंडीशन भी ट्रिगर हो जाती है।
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प्रेग्नेंसी में स्किन पर असर
स्किन सेंसिटिविटी का बढ़नाः प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं की स्किन बहुत ज्यादा सेंसिटिव हो जाती है। खासकर, कोई भी प्रोडक्ट उनकी स्किन को आसानी से सूट नहीं करता है। इसलिए, इस समयावधि में उन्हें कुछ भी यूज करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह ले लेनी चाहिए।
स्किन ड्राइनेसः प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को स्किन ड्राइनेस का भी सामना करना पड़ता है। हालांकि, इन दिना स्किन का नेचुरल ऑयल प्रोडक्शन बढ़ जाता है। लेकिन, कभी-कभी ब्लड फ्लो बढ़ने के कारण स्किन में ड्राई हो जाती है।
स्ट्रेच मार्क्सः प्रेग्नेंसी में ज्यादातर महिलाओं को स्ट्रेच मार्क्स हो जाते हैं। ऐसा उनके पेट और थाइस में अधिक होता है। इसके होने का कारण है कि गर्भ में शिशु का वजन बढ़ता है, तो इससे स्किन स्ट्रेच होती है। स्ट्रेच मार्क्स में इचिंग की प्रॉब्लम भी हो सकती है।
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FAQ
प्रेग्नेंसी में स्किन कब ग्लो करती है?
प्रेग्नेंसी में शुरू से ही हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिससे स्किन प्रभावित होने शुरू हो जाती है। हालांकि, दूसरी और तीसरी तिमाही में महिलाओं की स्किन पर ग्लो नजर आने लगता है।गर्भावस्था के दौरान बच्चे की त्वचा का रंग कब विकसित होता है?
गर्भ में शिशु की स्किन का रंग 24वें सप्ताह के दौरान विकसित होने लगता है। हालांकि, इस समय शिशु की त्वचा झुर्रीदार, ट्रांसपैरेंट और पिंक या रेड होती है। 27वें सप्ताह यानी दूसरी तिमाही तक आते-आते शिशु की त्वचा का रंग काफी बदल जाता है। क्योंकि इस समय तक उनकी बॉडी में फैट जमा होना शुरू हो जाता है।प्रेग्नेंसी में पेट पर लाइन कौन से महीने में बनती है?
प्रेग्नेंसी में महिलाओं की पेट और थाइज पर स्ट्रेच मार्क्स बनने लगते हैं। आमतौर पर ऐसा दूसरी तिमाही में शुरू होता है। लगभग 20 सप्ताह के आसपास इस तरह के स्ट्रेच मार्क्स उभरने लगते हैं।
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