Doctor Verified

प्रेग्नेंसी के पहली तिमाही में स्किन डल नजर आने लगती है, ग्लोइंग त्वचा के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स

Pregnancy Skin Care Tips: प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में स्किन डलनेस के पीछे हार्मोनल बदलाव जिम्मेदार होते हैं। ऐसे में स्किन केयर रूटीन में बदलाव की जरूरत है। जानें, इसके बारे में-
  • SHARE
  • FOLLOW
प्रेग्नेंसी के पहली तिमाही में स्किन डल नजर आने लगती है, ग्लोइंग त्वचा के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स

प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में महिलाओं को कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। जैसे उल्टी, मतली, सिर घूमना, मूड स्विंग आदि। इसके अलावा, इन दिनों महिलाओं को कई स्किन प्रॉब्लम भी होने लगती है। जैसे प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में उनकी स्किन डल हो जाती है, पिंपल होने लगते हैं, चेहरे पर थकान और कमजोरी छा जाती है। जाहिर है, किसी भी महिला को इस तरह की स्किन पसंद नहीं आती है। प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में अपनी स्किन डलनेस को दूर करने के लिए जरूरी है कि आप इन दिनों स्किन केयर टिप्स अपनाएं। यहां बताए गए राजौरी गार्डन स्थित कॉस्मेटिक स्किन क्लिनिक की कॉस्मेटोलॉजिस्ट और त्वचा रोग विशेषज्ञ, डॉ. करुणा मल्होत्रा की सलाह आप जरू फॉलो करें।

प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में स्किन डलनेस दूर करने के टिप्स- Skin Care Tips In Pregnancy First Trimester In Hindi

skin care tips in pregnancy first trimester 01 (10)

स्किन की क्लिंजिंग करें

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं की बॉडी बहुत ज्यादा सेंसिटिव हो जाती है। स्किन की डलनेस भी बढ़ जाती है। इसे कम करने के लिए जरूरी है कि आप स्किन की क्लीनिंग करें। स्किन क्लीनिंग के लिए सॉफ्ट और जेंटल स्किन क्लिनर का इस्तेमाल करें। पीएच बैलेंस्ड क्लिंजर यूज करना ज्यादा फायदेमंद होता है। इससे स्किन की अच्छी तरह सफाई हो जाती है और डलनेस भी दूर होने लगती है। यहां तक कि स्किन का नेचुरल ऑयल भी बना रहता है।

इसे भी पढ़ें: प्रेग्नेंसी में त्वचा के कालेपन को दूर करने के ल‍िए इस्‍तेमाल करें ये 3 होममेड स्‍क्रब, जानें इनके फायदे

स्किन को हाइड्रेट करें

स्किन हाइड्रेशन हर समय जरूरी होता है। खासकर, प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में इसकी अनदेखी करना सही नहीं है। अगर आप स्किन को हाड्रेट नहीं रखेंगे, तो इसकी वजह से त्वचा ड्राई हो जाती है। ड्राई स्किन में पिंपल और एक्ने का रिस्क बढ़ जाता है। स्किन को हाइड्रेट करने के लिए वॉटर बेस्ड मॉइस्चराइजर का यूज करें। लेकिन, ध्यान रखें कि वह फ्रेग्नेंसी फ्री होनी चाहिए। कई बार केमिकल युक्त मॉइस्चराइजर की वचह से स्किन को फायदा होने के बजाय नुकसान हो जाता है।

सन प्रोटेक्शन करें यूज

वैसे तो बारिश के दिनों में धूप नहीं निकलती है, जिसकी वजह से कई लोग सन प्रोटेक्शन का यूज करने से बचते हैं। लेकिन, प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में स्किन केयर करने के लिए महिलाओं को ऐसा नहीं करना चाहिए। उन्हें नियमित रूप से सन प्रोटेक्शन का यूज करना चाहिए। प्रेग्नेंसी में एसपीएफ 30 सनस्क्रीन लगाना ज्यादा लाभकारी होता है। जब भी घर से बाहर निकलें, तो मिनरल बेस्ड सनस्क्रीन अप्लाई करें।

इसे भी पढ़ें- स्किन का रंग अचानक हो रहा है डार्क? जानें क्‍या हैं कारण और बचाव के उपाय

लाइफस्टाइल में सुधार करें

स्किन केयर करने के लिए आपकी लाइफस्टाइल भी हेल्दी होनी चाहिए। वैसे भी प्रेग्नेंसी के दिनों में हेल्दी चीजें खानी चाहिए, ताकि स्वास्थ्य में सुधार हो सके और बच्चे का विकास भी बेहतर हो। इसके अलावा, प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में महिलाओं को अपनी स्किन केयर करने के लिए हेल्दी डाइट फॉलो करना चाहिए। डाइट में मौसमी सब्जियां, फल आदि शामिल करें। ध्यान रखें कि फलों का सेवन करने से स्किन पर अच्छा असर पड़ता है और त्वचा ग्लोइंग बनती है।

एक्सपर्ट से करें बात

प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में स्किन डलनेस के अलावा कोई और दिक्कत हो, तो उसकी अनदेखी न करें। इस संबंध में सीधे डॉक्टर से मिलें। वे आपकी स्किन कंडीशन को देखते हुए ट्रीटमेंट बतांएगे। साथ ही, जरूरी हो तो कुछ प्रोडक्ट्स देंगे, जिनका आप रेगुलर बेसिस पर इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा, जरूरी हुआ तो वे आपको नया स्किन केयर रूटीन भी बता सकते हैं, ताकि आपकी स्किन की डलनेस पूरी तरह से दूर हो सके।

All Image Credit: Freepik

FAQ

  • पहली तिमाही में गर्भावस्था के दौरान किन स्किनकेयर से बचना चाहिए?

    प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में महिलाओं को बेसिक स्किन केयर रूटीन अपनाना चाहिए। इन दिनों बेंजोयल पेरोक्साइड और सैलिसिलिक एसिड युक्त प्रोडक्ट से बचना चाहिए। अगर एक्ने या पिंपल की दिक्कत है, तो इस तरह की स्थिति में आपको डॉक्टर की सलाह पर भी ऐसे क्रीम का यूज करना चाहिए।
  • प्रेग्नेंसी के दौरान कौन सा साबुन का इस्तेमाल करें?

    प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को माइल्ड शैंपू या साबुन यूज करने की सलाह दी जाती है। ऐसे साबुन का यूज करना चाहिए, जिसमें मॉइस्चराइजिंग कंटें हों। ध्यान रखें कि प्रेग्नेंसी में स्किन बहुत सेंसिटिव हो जाती है। इसलिए किसी भी तरह के नए स्किन प्रोडक्ट यूज करने से पहले पैच टेस्ट लेना न भूलें।
  • गर्भावस्था के दौरान त्वचा का रंग काला क्यों होता है?

    गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। इसका प्रभाव ओवर ऑल बॉडी पर पड़ता है। स्किन पर भी इसका असर नजर आता है। खासकर एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर बढ़ने से मेलेनिन का प्रोडक्शन बढ़ जाता है। यह स्किन कलर के लिए जिम्मेदार होता है। मेलेनिन बढ़ने से स्किन डल नजर आने लगती है।

 

 

 

Read Next

प्रेग्नेंसी में कुत्ते के काटने पर क्या करें? जानें डॉक्टर की राय और रेबीज से जुड़ी सावधानियां

Disclaimer

TAGS