
यूरीन टेस्ट की जरूरत कब पड़ती है? यूरीन टेस्ट लैब में किए जाने वाला टेस्ट है। इस जांच के जरिए डॉक्टर उन समस्याओं का पता लगाते हैं जो यूरीन में पाई जाती हैं या जिन बीमारियों का पता यूरीन जांच से लगाया जा सकता है। कई बीमारियां जैसे किडनी में खराबी, लीवर में इंफेक्शन, डायबिटीज, यूटीआई, यूरीन ट्रैक में इंफेक्शन आदि समस्याओं का पता यूरीन टेस्ट से लगाया जा सकता है। आपको ये टेस्ट खुद नहीं करवाना होता, डॉक्टर आपको टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं। हालांकि कुछ लक्षण हैं जिनके नजर आने पर आप डॉक्टर के पास जा सकते हैं और उम्मीद है कि डॉक्टर आपको यूरीन टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं। हम आपको इस लेख में ऐसे ही 5 लक्षण बताने जा रहे हैं जब आपको डॉक्टर की सलाह पर यूरीन टेस्ट करवाना पड़ सकता है, इसके साथ ही यूरीन टेस्ट की प्रक्रिया पर भी आपको जानकारी देंगे। बीमारी के लक्षण जल्दी पहचानने पर इलाज भी जल्दी मिलना संभव है। इस विषय पर जानकारी के लिए हमने लखनऊ में डॉ राम मनोहर लोहिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के असिसटेंट प्रोफेसर और यूरोलॉजिस्ट डॉ संजीत कुमार सिंह से बात की।
1. बार-बार पेशाब आना (Frequent Urination)
जब आपको बार-बार पेशाब आए तो समझ जाइए आपको यूरीन टेस्ट करवाने की जरूरत पड़ सकती है। ये डायबिटीज के कारण हो सकता है। अन्य लक्षणों में आपको प्यास और भूख ज्यादा लगने लगेगी। ऐसा होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
2. लीवर में इंफेक्शन (Liver Infection)
अगर आपको यूरीन पास करते समय दर्द हो, बुखार या ठंड लगे या पीठ में दर्द हो तो ये लीवर में बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में आपको यूरीन टेस्ट करवाना पड़ सकता है। लीवर में संक्रमण बैक्टीरिया फैलने से भी होता है इसलिए देरी न करें तुरंत डॉक्टर से सलाह लेकर यूरीन टेस्ट करवाएं। इस टेस्ट में यूरीन के रंग देखा जाता है, अगर रंग ज्यादा गहरा है तो मतलब लीवर काफी खराब है।
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3. किडनी में खराबी (Kidney disease)
अगर आपके चेहरे, पेट, पैरों में सूजन है तो ये किडनी में इंफेक्शन या बीमारी या किडनी में सूजन के संकेत हो सकते हैं। किडनी की बीमारी में आपको भूख कम लगना, उल्टी जैसा भी महसूस होता है। इसकी जांच भी यूरीन टेस्ट के जरिए होती है। ऐसे लक्षण दिखने पर भी आपको यूरीन टेस्ट की जरूरत पड़ सकती है।
4. बॉडी पेन (Pain in body)
अगर आपको यूरीन पास करते समय दर्द, यूरीन में ब्लड, पीठ या पेट में दर्द होता है तो भी डॉक्टर आपको यूरीन टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं, ये यूरीन ट्रैक में बीमारी के लक्षण हो सकते हैं जिसका पता यूरीन टेस्ट से लगाया जाता है।
5. यूटीआई या प्रेगनेंसी के लक्षण (Symptoms of Urinary Tract Infection)
महिलाओं में यूटीआई की समस्या होने पर भी यूरीन टेस्ट किया जाता है। अगर आपको प्रेगनेंसी के लक्षण नजर आ रहे हैं तो भी आपको यूरीन टेस्ट करवाना पड़ सकता है, कई बार डॉक्टर यूरीन टेस्ट के जरिए प्रेगनेंसी कंर्फम करते हैं।
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कैसे किया जाता है यूरीन टेस्ट? (Procedure of Urine Test)
- 1. टेस्ट से पहले डॉक्टर आपको पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के लिए कहेंगे ताकि आप सैंपल दे पाएं।
- 2. अगर आप कोई दवा लेते हैं तो उसकी जानकारी पहले ही डॉक्टर को दें।
- 3. सैंपल एकत्र करने के लिए ढक्कन खोलने से पहले और बाद में हाथों को धोएं।
- 4. कंटेनर भरने के बाद बॉटल को सफाई के साथ डॉक्टर के पास जांच के लिए दें।
- 5. आपके सैंपल को लैब में जांचा जाएगा जिसके आधार पर रिपोर्ट तैयार करके आपको दी जाएगी।
हमारा शरीर हर बीमारी के लक्षण हमें महसूस करवाता है बस आपको उन पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि इलाज सरल हो।
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