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डबल निमोनिया क्या है और क्यों होता है? डॉक्टर से जानें इसके कारण और लक्षण

लंबे समय तक बुखार होना निमोनिया का संकेत हो सकता है। यह आपके फेफड़ों को प्रभावित कर सकता है। आगे जानते हैं डबल निमोनिया के क्या कारण होते हैं?
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डबल निमोनिया क्या है और क्यों होता है? डॉक्टर से जानें इसके कारण और लक्षण


Double Pneumonia in Hindi: निमोनिया एक गंभीर रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (Respiratory Infection) है, जो  फेफड़ों को प्रभावित करती है। इस समस्या में व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होती है। सामान्यतः निमोनिया में व्यक्ति के एक लंग्स प्रभावित होता है। लेकिन, कुछ गंभीर इंफेक्शन में दोनों फेफड़ें निमोनिया से प्रभावित हो सकते हैं। इसे ही डबल निमोनिया (Double Pneumonia) के नाम से जाना जाता है। यह साधारण निमोनिया की तुलना में अधिक गंभीर होता है और समय पर इलाज न करने पर जानलेवा भी हो सकता है। इसके लक्षणों में व्यक्ति को सांस लेने में समस्या होती है। साथ ही, लगातार सांस फूलने लगती है। इस लेख में हम डबल निमोनिया के कारण, लक्षण और इससे बचाव के उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

डबल निमोनिया क्या है? - What is Double Pneumonia in Hindi  

डबल निमोनिया एक ऐसी स्थिति है, इसमें दोनों फेफड़ों में संक्रमण हो जाता हैं। नारायणा अस्पताल के कंसल्टेंट पल्मोनोलॉजी डॉ. सुजान बर्धन के अनुसार यह बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण होता है। यह संक्रमण फेफड़ों की वायु थैलियों (Alveoli) को प्रभावित करता है, उनमें सूजन और तरल पदार्थ भर जाता है, जिससे व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होती है। डबल निमोनिया साधारण निमोनिया की तुलना में ज्यादा खतरनाक होता है क्योंकि इसमें फेफड़ों का अधिक हिस्सा प्रभावित होता है, जिससे व्यक्ति का शरीर ऑक्सीजन का सही तरह से नहीं ले पाता है। 

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डबल निमोनिया के कारण - Causes Of Double Pneumonia in Hindi 

डबल निमोनिया कई कारणों से हो सकता है, जिनमें प्रमुख रूप से बैक्टीरिया, वायरस और फंगस का संक्रमण शामिल हैं। आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं। 

बैक्टीरियल संक्रमण (Bacterial Infection)

बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से आपको निमोनिया हो सकता है। इसमें स्ट्रेप्टोकॉकस न्यूमोनिया (Streptococcus pneumoniae) और मायकोप्लाज्मा न्यूमोनिया (Mycoplasma pneumoniae) को शामिल किया जाता है। मायकोप्लाज्मा न्यूमोनिए को "वॉकिन्ग निमोनिया" भी कहा जाता है, यह हल्के लेकिन लंबे समय तक रहने वाले निमोनिया का कारण बनता है।

वायरल संक्रमण (Viral Infection)

इन्फ्लूएंजा वायरस (Flu Virus) और राइनोवायरस (Rhinovirus) डबल निमोनिया का कारण माना जाता है। यह बुखार, फ्लू की वजह बन सकता है। इसके अलावा, कोरोनावायरस (Coronavirus, जैसे COVID-19) भी डबल निमोनिया का कारण बन सकता है। 

फंगल संक्रमण (Fungal Infection)

कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में फंगल निमोनिया अधिक देखा जाता है। हिस्टोप्लाज्मा (Histoplasma) और कैंडिडा (Candida) जैसे फंगस भी निमोनिया का कारण बन सकते हैं।

कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली (Weak Immune System)

बुजुर्गों, बच्चों और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों में संक्रमण की संभावना अधिक होती है। इसके अलावा, डायबिटीज, हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियां भी निमोनिया के जोखिम को बढ़ा सकती हैं।

धूम्रपान और प्रदूषण (Smoking & Pollution)

धूम्रपान फेफड़ों को कमजोर कर देता है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। वायु प्रदूषण में सांस लेने से फेफड़ों पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे निमोनिया होने की संभावना बढ़ती है।

डबल निमोनिया के लक्षण - Symptoms Of Double Pneumonia in Hindi 

  • शरीर का तापमान अचानक बढ़ सकता है।
  • फेफड़ों में तरल पदार्थ भरने के कारण सांस फूल सकती है।
  • लगातार खांसी होना, जो बलगम या खून के साथ हो सकती है।
  • सांस लेने या खांसते समय छाती में तेज़ दर्द महसूस होना।
  • शरीर बहुत जल्दी थक जाता है।
  • तेज ठंड लगना और पसीना आना।

इसे भी पढ़ें: क्या है निमोनिया? यहां जानें इसके कारण, लक्षण और उपचार

Double Pneumonia In Hindi: इस समस्या में व्यक्ति के शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम हो सकता है। साथ ही, व्यक्ति को रोज सांस लेने में परेशानी होती है और ज्यादतर समय थकान महसूस होती है। इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि किसी को भी इस के लक्षण दिखाई दे तो उनको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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