Disease-X in Hindi: बीते कुछ सालों में कोरोना वायरस महामारी ने दुनिया भर को अपनी चपेट में ले रखा है। अभी कोरोना का खतरा टला नहीं कि इसके बीच एक ऐसे रोगजनक (Pathogen) के बारे में पता चला है जिससे पूरी दुनिया की परेशानियां बढ़ सकती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट में कुछ ऐसे रोगजनकों के बारे में बताया गया है जो आने वाले सालों में पूरी दुनिया को महामारी की चपेट में ले सकते हैं। इस रिपोर्ट में जिस रोगजनक पर सबसे ज्यादा चिंता की जा रही है वह डिजीज-एक्स (Disease-X) है। भविष्य में महामारी का कारण बन सकने वाली बीमारियों की लिस्ट में डिजीज-एक्स का नाम आने से विश्व स्वास्थ्य संगठन की सकते में है और इस पर रिसर्च के लिए 300 वैज्ञानिकों की टीम को लगाया है।
क्या है डिजीज एक्स?- What is Disease X?
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने साल 2017 में इस तरह की एक लिस्ट प्रकाशित की थी, जिसके बाद साल 2018 में इस लिस्ट को अपडेट किया गया था। मौजूदा समय में इस लिस्ट में कोविड-19, इबोला, मारबर्ग वायरस, MERS और जीका जैसे वायरस शामिल हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की इस नई रिपोर्ट में डिजीज X का नाम आने से वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ गयी है। साल 2021 में वैज्ञानिकों ने कहा था कि डिजीज एक्स इबोला से भी खतरनाक बीमारी हो सकती है। इबोला वायरस की खोज करने वाली टीम का अहम हिस्सा रहे वैज्ञानिक जीन जैक्यू ने ही डिजीज X को लेकर सबसे पहले चेतावनी दी थी। डिजीज एक्स एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे में वैज्ञानिकों को भी ज्यादा जानकारी नहीं है। इसको लेकर बस यह कयास लगाए जा रहे हैं कि इस रोगजनक के फैलने से पूरी दुनिया में खतरनाक महामारी आ सकती है।
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डिजीज X के बारे में यह कहा जाता है कि इस बीमारी की शुरुआत इंसानों से न होकर पशु-पक्षियों से भी हो सकती है। कोरोना वायरस को लेकर हुए तमाम रिसर्च में यह कहा गया है कि इसकी भी शुरुआत चमगादड़ों से हुई है। इसके अलावा कई अन्य बीमारियां भी पशु-पक्षियों से फैल चुकी हैं। यलो फीवर से लेकर एड्स जैसी खतरनाक बीमारियां भी पशु-पक्षियों से ही इंसानों में फैली हैं। ऐसे में डिजीज X को लेकर भी यह कहा जा रहा है कि यह बीमारी पशु-पक्षियों से शुरू हो सकती है।
जानकारी मिलने पर बना सकते हैं टीका: डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन के हेल्थ इमरजेंसी प्रोग्राम के कार्यकारी निदेशक डॉ. माइकल रयान ने कहा है कि रोगजनकों और वायरस की फैमिली के बारे में ज्यादा जानकारी मिलने पर टीका विकसित करने में काफी मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में दुनिया को महामारी की चपेट में आने से बचाने के लिए रोगजनकों और वायरस की फैमिली के बारे में जानकारी जरूरी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि यह लिस्ट आने वाले समय में पैदा होने वाले खतरों के प्रति लोगों को आगाह करने के लिए बनाई गयी है।
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300 वैज्ञानिकों की टीम कर रही रिसर्च
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी फ्यूचर पेंडेमिक लिस्ट में डिजीज एक्स को सबसे टॉप पर रखा है। इसके खतरे को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन दुनिया के 300 से ज्यादा वैज्ञानिकों की टीम के साथ मिलकर रिसर्च कर रहा है। फिलहाल डिजीज एक्स को लेकर किसी के पास भी विस्तृत जानकारी नहीं है। लेकिन यह ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि वायरस के कारण फैलने वाली बीमारी खतरनाक होती है लेकिन बैक्टीरिया के संक्रमण से फैलने वाली बीमारियों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। ऐसी बीमारियां भी आने वाले समय में महामारी का कारण बन सकती हैं।
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