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आता है बहुत ज्यादा गुस्सा तो कहीं ये Chronic Anger तो नहीं? एक्सपर्ट से जानें इसे रोकने के उपाय

गुस्सा आना आम बात है। जब गुस्सा, क्रॉनिक बन जाए, तो यह स्थिति सही नहीं है। अपने क्रॉनिक एंगर को मैनेज करना जरूरी है।

Meera Tagore
Written by: Meera TagoreUpdated at: May 12, 2023 10:00 IST
आता है बहुत ज्यादा गुस्सा तो कहीं ये Chronic Anger तो नहीं? एक्सपर्ट से जानें इसे रोकने के उपाय

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What Is Chronic Anger And How To Deal With It In Hindi: क्या अक्सर आपके आसपास के लोग आपसे बात करने से बचते हैं? अक्सर आपके साथ बहस होने के दौरान लोग आपकी बातों से सहमत हो जाते हैं? क्या आपकी चीजें कोई नहीं छेड़ता? क्या आपकी जिंदगी से जुड़े किसी भी तरह के फैसले में दूसरों का कोई योगदान नहीं होता है? क्या घर के बच्चे आपके आसपास भी नहीं फटकते? 

यहां जितने भी सवाल पूछे गए हैं, अगर आपने जयादातर सवालों के जवाब हां, में दिए हैं, तो समझ जाइए कि आप काफी गुस्सैल किस्म हैं और आपको दूसरों की हरकतों पर आसानी से गुस्सा आ जाता है। गुस्सा आना बुरा भी नहीं है। विशेषज्ञों की मानें, तो अपनी भावनाओं को जाहिर करने का यह एक बेहतरीन करीता है। लेकिन, अगर आपकी मौजूदगी लोगों को डराती है, और आप बात-बात चिल्लाते हैं, तो यह स्थिति क्रॉनिक एंगर की हो सकती है। क्रॉनिक एंगर आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। इसलिए आपको यह पता होना चाहिए कि आप इससे कैसे निपट सकते हैं। सुकून साइकोथेरेपी सेंटर की फाउंडर, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट और साइकोथेरेपिस्ट दीपाली बेदी से जानिए इसके बेहतरीन तरीकों के बारे में।

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क्रॉनिक एंगर के लक्षण (Symptoms Of Chronic Anger)

क्रॉनिक एंगर एक परेशानी करने वाली भावनात्मक स्थिति होती है। इस भावना के तहत व्यक्ति की भावनाओं, आचरण और विचारों पर गुस्सा हावी होता है। जो व्यक्ति क्रॉनिक एंगर से जूझ रहा होता है, उसमें कई तरह के लक्षण दिखते हैं। इनमें निम्न हैं-

  • बार-बार गुस्सा महसूस आना या फिर दूसरों की बात बार-बार बिगड़ जाना।
  • दूसरों के साथ बिना किसी वजह से बहस करना।
  • गुस्से की वजह से सभी तरह के रिश्ते में दरार आ जाना।
  • आपके प्रति दूसरों की राय का बनना है कि आप एक गुस्सैल व्यक्ति हैं।
  • गुस्से में कुछ भी कह जाना और बाद में पछतावा महसूस करना। 
  • शारीरिक या मौखिक रूप से दूसरों को अपमानित करना।

क्रॉनिक गुस्सा कैसे मैनेज करें (How To Manage Chronic Anger)

जिन लोगों को क्रॉनिक गुस्सा आता है, उन्हें अक्सर अपने स्वभाव को कंट्रोल करना मुश्किल लगता है। लेकिन, ऐसा नहीं है। आप अपने क्रॉनिक एंगर को भी कंट्रोल कर सकते हैं-

ट्रिगर प्वाइंट को पहचानें (Recognize Trigger Point)

ट्रिगर प्वाइंट का मतलब है कि किसी एक निश्चित चीज, व्यक्ति या स्थिति की वजह से आपका गुस्सा बढ़ सकता है। इसलिए आपके लिए जरूरी है कि सबसे पहले अपने ट्रिगर प्वाइंट को समझने की कोशिश करें। अपने क्रॉनिक एंगर को कंट्रोल करने के लिए सबसे पहला कदम आप यह उठा सकत हैं कि अपने ट्रिगर प्वाइंट की वजह को जानने की कोशिश करें। जैसे ही आपको यह पता चल जाए कि आपको किन वजहों से गुस्सा बढ़ जाता है, तो इसके बाद आप अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव कर सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: गुस्से और तनाव में क्या करें? जानिए स्ट्रेस और एंगर मैनेजमेंट के लिए कुछ खास टिप्स

हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं (Healthy Lifestyle)

अगर आपकी लाइफस्टाइल खराब हो, तो आपके लिए अपने गुस्से को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए अनहेल्दी यानी नेगेटिव चीजों से दूर रहें ताकि गुस्से की वजहें ही खत्म हो जाएं। इसके अलावा, अगर आप टॉक्सिक एंवायरमेंट में काम करते हैं, जहां बार-बार आपका अपमान होता है, तो बेहतर होगा कि आप अपनी जॉब को बदल दें। इस तरह का माहौल व्यक्ति में क्रॉनिक एंगर बढ़ाता है। नतीजतन व्यक्ति अपनी भड़ास किसी अन्य और कमजोर व्यक्ति पर निकालने की कोशिश करता है। अपने आसपास के माहौल को अच्छा रखने के लिए अच्छे लोगों से मिलें और दोस्तों के साथ घूमे-फिरें।

इमोशन जाहिर करें (Express Your Emotions)

आपने अक्सर लोगों को कहते सुना होगा कि गुस्सा आए तो मन को शांत रखो। आपको बता दें कि क्रॉनिक एंगर की स्थिति में मन को शांत रखना जरा भी संभव नहीं है। जानते हैं क्यों? क्योंकि गुस्सा एक ऐसा भाव है, जिसे दबाया नहीं जा सकता है। अगर आप इसे जबरन दबाने की कोशिश करते हैं, तो सिथतियां और खराब हो जाती हैं। यहां तक कि एक समय बात आपके अंदर दबा गुस्सा ज्वाला की तरह फूटता है। इससे न केवल आपको, बल्कि आपके आसपास मौजूद लोगों को भी नुकसान होता है। इसलिए, क्रॉनिक एंगर होने पर अपने इमोशंस को किसी न किसी के सामने जाहिर जरूर करें।

image credit: freepik

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