What Is Benching Concept In Relationship : पुराने जमाने में एक कहावत थी कि जोड़ियां तो भगवान के घर पर बनती हैं। परिवार वाले रिश्ते लेकर आते थे और बुजुर्गों की सहमति से एक लड़का और लड़की की शादी होती थी। पुराने दौर की शादियां आज भी कामयाब मानी जाती हैं। लेकिन वक्त के साथ जैसे-जैसे जमाना बदल रहा है, रिश्तों के मायने भी बदलते जा रहे हैं। आज कपल्स रिश्तेदारों की वजह से नहीं बल्कि डेटिंग ऐप्स के जरिए मुलाकात कर रहे हैं। आज रिश्ता बन रहा है, कल जज्बात बदलकर लड़की किसी ओर मोड़ चली जा रही है। आज की जनरेशन जितनी तेजी से टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ रही है, उतनी ही तेजी से रिश्तों के मायने को भी बदलती जा रही है। आज के जमाने के लड़के-लड़कियां सिचुएशनशिप, वन नाइट स्टैंड और फ्रेंड्स फॉर बेनिफिट्स जैसे टर्म्स पर रिश्ते बनाते हैं और लाइफ को जीते हैं। युवाओं के बीच इन दिनों रिलेशनशिप को लेकर एक ऐसा ही ट्रेंड चल रहा है, बेंचिंग। कोई आपके लिए बेचिंग तो नहीं हैं? बेंचिंग शब्द का अर्थ क्या है और इसका रिलेशनशिप से क्या कनेक्शन हैं, आज इस लेख के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं।
क्या होता है बेंचिंग रिलेशनशिप- What is Benching Relationship
बेंचिंग रिलेशनशिप का अर्थ इस शब्द से ही निकाला जा सकता है। बेचिंग का मतलब है बेंच यानी की कुर्सी पर बैठना। पार्क या सड़क किनारे बेंच पर बैठना एक आम बात है, लेकिन जब बात रिश्तों की आती है, तो बेंचिंग का अर्थ ज्यादा खास हो जाता है। बेंचिंग रिलेशनशिप का अर्थ है कि एक किसी को पसंद तो करता है, लेकिन लाइफ टाइम या लंबे समय तक उसके साथ रिश्ते में रहने के लिए तैयार नहीं है। अपनी पसंद के व्यक्ति को शख्स हमेशा साइड में रखकर चलता है और जब वक्त आता है, तो अपनी जरूरतों के हिसाब से उसका इस्तेमाल करता है। उदाहरण के लिए शगुन, दीपक को पसंद करती है, लेकिन उसके बाद लंबे समय तक रिश्ते में नहीं रहना चाहिए। लेकिन जब भी जरूरत होती है या वह अकेला महसूस करती है, तो दीपक से बात करती है या उसके साथ समय बिताना पसंद करती है। इतना ही नहीं जब शगुन को इमोशनल सपोर्ट की जरूरत होती है, तब भी दीपक ही उसकी पहली च्वाइस होता है। कुछ समय तक तो शगुन को दीपक के साथ समय बिताना अच्छा लगता है, लेकिन जैसे ही उसे, दीपक का साथ अच्छा नहीं लगता है वह उसे साइड लाइन कर देती है। हालांकि दीपक अब भी उसी का इंतजार करता रहता है।
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बेंचिंग रिलेशनशिप के फायदे क्या हैं?- Benefits of a Benching Relationship
युवाओं का मानना है कि बेंचिंग रिलेशनशिप उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो लंबे समय तक एक ही पार्टनर के साथ वक्त बिताना पसंद नहीं करते हैं। इतना ही नहीं जिन लोगों को ऐसा लगता है कि वह किसी एक शख्स के साथ खुश नहीं है और मल्टीपल पार्टनर की चाह रखता है, तो उसके लिए बेंचिंग रिलेशनशिप फायदेमंद होता है।इसके अलावा बेंचिंग रिलेशनशिप में एक पार्टनर मानसिक तौर पर हमेशा अलग होने के लिए तैयार रहता है। वहीं, दूसरे को इसकी खबर काफी लंबे समय के बाद लगती है।
बेंचिंग रिलेशनशिप के नुकसान क्या हैं?- Side Effects of Benching Relationship
बेंचिंग रिलेशनशिप का नुकसान उन लोगों को ज्यादा होता है, जो मन से भावुक होते हैं। जो लोग दिल और दिमाग से अपने पार्टनर को प्यार करते हैं, उनके लिए यह नुकसानदायक साबित हो सकती है। बेंचिंग जैसे रिलेशनशिप टर्म में आपकी फीलिंग्स को ठेस पहुंच सकती है और आप खुद को मानसिक तौर पर दुखी कर सकते हैं। बेंचिंग रिलेशनशिप में सीरियस होने से पहले पाटर्नर की फीलिंग्स के बारे में जानना जरूरी है। अगर आपको ऐसा लगता है कि सामने वाला शख्स भी आपके लिए सही है, वो भी आपके लिए वही फीलिंग्स रखता है, जो आपकी है तो ही रिश्ते में आगे बढ़ें।
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