What is Ascites Symptoms Causes and Treatment: आजकल लाइफस्टाइल, खानपान और प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने की वजह से लोगों को कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं। अनहेल्दी खानपान के कारण पेट से जुड़ी बीमारियां आज आम हो चुकी हैं। पेट से जुड़ी एक ऐसी ही बीमारी है एसाइटिस (Ascites)। पेट में पानी जमा होना और सूजन की समस्या को मेडिकल भाषा में एसाइटिस कहा जाता है। यह बीमारी आमतौर पर लीवर से जुड़ी होती है।
एसाइटिस का इलाज अगर सही वक्त पर न किया जाए, तो यह गंभीर रूप ले सकती है और जानलेवा बीमारी का कारण बन सकती है। इस लेख में दिल्ली के जनरल फिजिशियन और एमबीबीएस डॉ. सुरिंदर कुमार से जानेंगे एसाइटिस बीमारी के बारे में।
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एसाइटिस का मुख्य कारण क्या है?- Causes of Ascites
अगर किसी व्यक्ति पहले से ही लीवर से जुड़ी बीमारियां हैं या किसी व्यक्ति की फैमिली हिस्ट्री में लीवर के रोग रहे हैं, तो उसे एसाइटिस का खतरा हो सकता है। इसके अलावा एसाइटिस के प्रमुख कारण नीचे बताए गए हैं :
- लीवर सिरोसिस या हेपेटाइटिस की वजह से लीवर सही तरीके से काम नहीं करता है। इस स्थिति में व्यक्ति के शरीर में फ्लूइड जमा हो जाता है। जो एसाइटिस का मुख्य कारण है।
- किडनी फेलियर या अन्य किडनी रोगों के कारण भी एसाइटिस की समस्या देखी जाती है।
- खराब खानपान के कारण पेट के अंदर की झिल्ली में संक्रमण हो जाता है। इसके कारण भी एसाइटिस की समस्या होती है।
एसाइटिस के प्रमुख लक्षण क्या हैं?- Symptoms of Ascites
डॉ. सुरिंदर कुमार का कहना है कि एसाइटिस के लक्षण हल्के से गंभीर हो सकते हैं। यह बीमारी व्यक्ति के शरीर में धीरे-धीरे विकसित होती है। इसलिए शुरुआती स्टेज में इसके लक्षणों को पहचानना थोड़ा मुश्किल काम हो सकता है। एसाइटिस के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
- पेट में आंतरिक तौर पर दबाव महसूस करना
- सांस लेने में परेशानी होना
- पेट में सूजन और भारीपन
- भूख कम लगना
- पेट का हमेशा भरा हुआ महसूस होना
- बार-बार उल्टी जैसे फील होना
- पेशाब की मात्रा में कमी
अगर आपको खुद में यह लक्षण लगातार नजर आते हैं, तो इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करें और एसाइटिस का पता लगाने वाले मेडिकल टेस्ट करवाएं।
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एसाइटिस का इलाज कैसे किया जाता है?- Treatment of Ascites
जनरल फिजिशियन और एमबीबीएस डॉ. सुरिंदर कुमार का कहना है कि एसाइटिस का इलाज मरीज की स्थिति के आधार पर किया जाता है।
- अगर एसाइटिस की शुरुआती स्टेज है, तो दवाओं के जरिए पेट से एक्स्ट्रा लिक्विड को निकाला जाता है। इसके साथ ही एंटीबायोटिक्स भी दिए जाते हैं, जो पेट की सूजन को कम करते हैं।
- अगर पेट में लिक्विड की मात्रा ज्यादा हो जाती है, जो इसे निकालने के लिए पैरासेंटेसिस का इस्तेमाल किया जाता है।
- वहीं, गंभीर मामलों में एसाइटिस का इलाज सर्जरी के जरिए किया जाता है।
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निष्कर्ष
एसाइटिस एक गंभीर समस्या है। इस बीमारी के लक्षणों को पहचानकर इलाज करना जरूरी है। अगर आपको काफी समय से पेट में दर्द, सूजन या भारीपन महसूस हो रहा है, तो यह एसाइटिस हो सकता है। इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।