What Are Anxiety Dreams: क्या आप भी बुरे सपनों पर भरोसा करते हैं? क्या आप कभी सोते-सोते अचानक उठ गए या बेचैन हुए है। दरअसल, ये संकेत एंग्जायटी ड्रीम्स से जुड़े भी हो सकते हैं। एंग्जायटी ड्रीम्स एक सामान्य स्थिति है, जिसका अनुभव किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। यह किसी व्यक्ति के स्ट्रेस, चिंता या अनसुलझी परेशानियों में होने का संकेत हो सकता है। इसके कारण व्यक्ति को बुरे सपने भी आ सकते हैं, जो उसकी लाइफ में चल रही परेशानियों से जुड़े होते हैं। इसके अलावा, कई बार व्यक्ति सोते-सोते डर जाता है या बेचैन हो जाता है। ऐसे में व्यक्ति का मन शांत नहीं होता है और बार-बार परेशानियों को सोचता है। इस कारण एंग्जायटी ड्रीम्स की स्थिति बनती है। लेकिन इसके क्या कारण हो सकते हैं और इसे कंट्रोल कैसे करना है। इस बारे में जानने के लिए हमने बात कि मनस्थली वेलनेस की फाउंडर-डायरेक्टर और सीनियर साइकेट्रिस्ट और डॉ. ज्योति कपूर से।
एंग्जायटी ड्रीम्स क्यों आते हैं? Causes of Anxiety Dreams
एंग्जायटी ड्रीम्स स्ट्रेस और एंग्जायटी पर रिएक्ट करने का बॉडी का नेचुरल प्रोसेस है। इन कारणों से व्यक्ति को एंग्जायटी ड्रीम्स आ सकते हैं-
- अगर व्यक्ति कई दिनों से किसी बात को लेकर परेशान है या स्ट्रेस में है, तो उसे एंग्जायटी ड्रीम्स आ सकते हैं। ऐसे में दिमाग बार-बार उस स्थिति के बारे में सोचता है, जिस कारण ऐसे सपने आते हैं।
- अगर व्यक्ति को बचपन या अतीत से जुड़ा कोई ट्रामा है, तो उसे एंग्जायटी ड्रीम्स बार-बार आ सकते हैं। ऐसे में दिमाग बार-बार उन चीजों के बारे में सोचता रहता है।
- अगर कोई व्यक्ति किसी मेंटल हेल्थ कंडीशन जैसे एंग्जायटी डिसऑर्डर या डिप्रेशन से ग्रस्त है, तो उसे एंग्जायटी ड्रीम्स आ सकते हैं।
- जिन लोगों का स्लीप पैटर्न खराब है उन्हें भी एंग्जायटी ड्रीम्स बार-बार आ सकते हैं। जिन लोगों का सोने का समय फिक्स नहीं होता या जिन्हें ठीक से नींद नहीं आती, उन्हें ये समस्या ज्यादा हो सकती है।
- जिन लोगों को शराब या चाय-कॉफी ज्यादा पीने की आदत होती है, उनका स्लीप पैटर्न भी बिगड़ सकता है। इनके कारण दिमाग की सोचने-समझने कि शक्ति धीमी हो जाती है। साथ ही, व्यक्ति को एंग्जायटी ड्रीम्स बार-बार आ सकते हैं।
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एंग्जायटी ड्रीम्स को कैसे कंट्रोल करें? How To Control Anxiety Dreams
स्ट्रेस मैनेज करें- Manage Stress
स्ट्रेस और एंग्जायटी रहने से यह समस्या हो सकती है। इसलिए स्ट्रेस कंट्रोल करने पर काम करें। दिमाग को शांत रखने के लिए योगा, मेडिटेशन, लंबी सांस लेना और माइंडफुलनेस पर काम करें।
स्लीप शेड्यूल- Sleep Schedule
हेल्दी स्लीप शेड्यूल बनाएं। अपने सोने का समय एक ही रखें। सोने से दो घंटे पहले ही सारे स्क्रीन डिवाइज से दूरी बना लें।
शराब और चाय-कॉफी से दूरी बनाएं- Avoid Drink or Caffeine
शराब और चाय-कॉफी पीने की आदत आपका स्लीप पैटर्न खराब करती है। इसलिए शाम के बाद इनका सेवन न करें।
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वजह समझें- Find Reason
वजह समझें कि आपको क्यों यह समस्या बार-बार हो रही है। इससे आपके दिमाग को समस्या का हल ढूंढने में मदद मिलेगी।
माइंड को रिलैक्स रखें- Relax Your Mind
माइंड को रिलैक्स रखने कर लिए उन कामों पर ध्यान दें, जिनसे आपको खुशी मिलती है।
लेख में एंग्जायटी ड्रीम्स और इसके कारणों के बारे में समझा। अगर आपको ये समस्या बार-बार हो रही है, तो किसी मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट से संपर्क करें।