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World Mental Health Day: क्या नींद में चलने की आदत (पैरासोमनिया) एक मेंटल डिसऑर्डर है? जानें मनोचिकित्सक से

रात में सोते हुए चलने की आदत स्लीपवॉकिंग की समस्या है, जिसके कई कारण हो सकते हैं और यह मेंटल हेल्थ से भी जुड़ा हो सकता है।
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World Mental Health Day: क्या नींद में चलने की आदत (पैरासोमनिया) एक मेंटल डिसऑर्डर है? जानें मनोचिकित्सक से


World Mental Health Day: आपने कई बार फिल्मों में देखा होगा या हकीकत में भी शायद आपने अनुभव किया होगा कि कुछ लोगों को नींद में चलने की बीमारी या समस्या है, जिसे आमतौर पर स्लीपवॉकिंग (Sleepwalking) कहा जाता है। यह समस्या कई लोगों को प्रभावित कर सकती है। स्लीपवॉकिंग की समस्या में व्यक्ति चलता है, लेकिन उसे खुद पता नहीं होता है कि वो चल रहा है। आमतौर पर स्थिति तब होती है, जब व्यक्ति गहरी नींद में है। कई लोग स्लीपवॉकिंग को मानसिक बीमारी (Mental Illness) मानते हैं, जबकि कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनके अनुसार यह कोई मानसिक समस्या नहीं है। ऐसे में आइए नई दिल्ली के आकाश हेल्थकेयर के साइकोलॉजिस्ट कंसल्टेंट डॉ. स्नेहा शर्मा से जानते हैं कि क्या वाकई नींद में चलना मानसिक बीमारी है या नहीं? 

क्या नींद में चलने की आदत मानसिक बीमारी है? 

नींद में चलने की आदत एक तरह का स्लीपिंग डिसऑर्डर है, जिसे पैरासोमनिया कहते हैं। इस समस्या में सोने के दौरान आपके अंदर कुछ असामान्य आदतें विकसित हो सकती हैं, जिसमे नींद में चलना भी शामिल है। स्लीप वॉकिंग कुछ मानसिक बीमारियों का भी लक्षण हो सकता है इसलिए इस समस्या पर ध्यान देना जरूरी है। नींद में चलने के पीछे कई कारण हो सकते हैं लेकिन जरूरी नहीं कि यह किसी बीमारी का संकेत ही हो। नींद में चलना आमतौर पर एक आम समस्या है, जो बच्चों में ज्यादातर देखी जाती है। लेकिन, अगर किसी व्यक्ति या बच्चे में यह समस्या बार-बार नजर आ रही है या उसके नींद में चलने की आदत लगातार बढ़ रही है, जिसके कारण उसे चोट लगने का जोखिम बढ़ रहा है तो जरूरी है कि आप इस समस्या को नजरअंदाज न करें। ऐसे में मनोचिकित्सक आपके इस समस्या के पीछे का कारण जानने की कोशिश कर सकते हैं, जिससे इस परेशानी को दूर किया जा सके। 

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Sleepwalking

नींद में चलने की आदत कम करने के टिप्स 

  • बहुत ज्यादा स्ट्रेस या एंजाइटी के कारण व्यक्ति को नींद में चलने की आदत हो जाती है, इसलिए जरूरी है कि आप अपने स्ट्रेस पर कंट्रोल करने की कोशिश करें।
  • सोने से पहले रिलैक्सेशन के लिए मेडिटेशन का अभ्यास करें। 

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  • कोशिश करें कि आपका स्लिप पैटर्न रोजाना एक जैसा रहे, नींद की कमी के कारण भी यह समस्या हो सकती है। 
  • स्मोकिंग और ड्रिंकिंग के कारण भी स्लिप वॉकिंग की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए इन चीजों से परहेज करें। 
  • कुछ लोगों में ब्रेन इंजरी के चलते भी स्लिप वॉकिंग की प्रॉब्लम हो सकती है। 

नींद में चलने की समस्या व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी हो सकती है, इसलिए ज्यादा तनाव लेने से बचें और दिमाग को शांत करने के लिए मेडिटेशन का अभ्यास करें और खुद को खुश रखने की कोशिश करें। 

Image Credit: Freepik 

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