What is Anti CCP Test: शरीर में बीमारियों का पता लगाने के कई तरह की जांच की जाती है। मेडिकल टेस्ट हमेशा मरीज की स्थिति, बीमारी की गंभीरता और बीमारी के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। लेकिन कुछ बीमारियां ऐसी भी होती हैं, जिनकी जांच में कई बार सटीक रिजल्ट नहीं मिल पाते हैं। यही नहीं कुछ बीमारियों के लक्षण भी इतने स्पष्ट नहीं होते हैं कि उनके आधार पर डॉक्टर मरीज को जांच की सलाह दे। यही स्थिति रूमेटाइड अर्थराइटिस (आरए) जैसी ऑटोइम्यून बीमारी में भी आती है। इस बीमारी का पता लगाने के लिए एंटी-सीसीपी टेस्ट (Anti-CCP Test) किया जाता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं, एंटी सीसीपी टेस्ट के बारे में।
क्या होता है एंटी-सीसीपी टेस्ट?
बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर ने बताया, "एंटी-सीसीपी टेस्ट एक खून की जांच है जो यह पता लगाने के लिए की जाती है कि आपके खून में एंटी-सीसीपी एंटीबॉडीज या साइक्लिक सिट्रुलिनेटेड पेप्टाइड की मात्रा कितनी है। ये एंटीबॉडीज आमतौर पर रूमेटाइड अर्थराइटिस (आरए) नामक एक ऑटोइम्यून बीमारी वाले लोगों के खून में पाए जाते हैं।"
क्यों किया जाता है एंटी सीसीपी टेस्ट?
एंटी-सीसीपी टेस्ट इन स्थितियों का पता लगाने के लिए किया जाता है-
- रूमेटाइड अर्थराइटिस: एंटी-सीसीपी टेस्ट रूमेटाइड अर्थराइटिस का पता लगाने में मदद करता है। अगर आपके खून में एंटी-सीसीपी एंटीबॉडीज की मात्रा हाई होती है, तो यह रूमेटाइड अर्थराइटिस होने की संभावना को बढ़ा देता है।
- बीमारी की गंभीरता: एंटी-सीसीपी टेस्ट रूमेटाइड अर्थराइटिस की गंभीरता का पता लगाने में भी मदद कर सकता है।
एंटी-सीसीपी टेस्ट कैसे किया जाता है?
एंटी-सीसीपी टेस्ट एक सामान्य ब्लड टेस्ट है। इसमें आपके खून से सैंपल लिया जाता है, जिसकी जांच लैब में की जाती है। यह एक सामान्य टेस्ट होता है, जिसमें मरीज को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होती है। ब्लड सैंपल देने के लिए मरीज को किसी विशेष तरह की तैयारी भी नहीं करनी होती है।
एंटी-सीसीपी टेस्ट का रिजल्ट
एंटी-सीसीपी टेस्ट का रिजल्ट आमतौर पर लैब के स्टैन्डर्ड के हिसाब से अलग-अलग होता है। लेकिन हाई एंटी-सीसीपी वैल्यू को रूमेटाइड अर्थराइटिस का संकेत माना जाता है। ब्लड में अगर एंटी-सीसीपी एंटीबॉडी नहीं मिलती है, तो इसे नॉर्मल रिजल्ट माना जाता है। कई बार तकनीकी गलतियों या सैंपल ठीक से न लेने के कारण भी इसका रिजल्ट ठीक नहीं आता है।
इसे भी पढ़ें: विडाल टेस्ट क्यों किया जाता है? जानें इसकी नॉर्मल रेंज और जरूरत
एंटी-सीसीपी टेस्ट से जुड़ी सावधनियां
एंटी-सीसीपी टेस्ट एक सुरक्षित प्रक्रिया है, लेकिन मरीजों को टेस्ट के दौरान और उसके बाद कुछ सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए-
- टेस्ट के परिणाम को देखकर खुद से कोई भी निर्णय लेने से बचें।
- टेस्ट रिजल्ट डॉक्टर को दिखाएं और उनकी सलाह के आधार पर कदम उठाएं।
- टेस्ट के बाद सैंपल लेने वाली जगह पर एलर्जी के लक्षण दिखें तो डॉक्टर की सलाह लें।
एंटी-सीसीपी टेस्ट और रूमेटाइड अर्थराइटिस
रूमेटाइड अर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली खुद के स्वस्थ ऊतकों पर हमला करती है। इस बीमारी में, जोड़ों में सूजन, दर्द और कठोरता होती है। एंटी-सीसीपी एंटीबॉडीज की वजह से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली हमारे ही हेल्दी टिशूज पर अटैक करने लगती है, जिससे शरीर को गंभीर नुकसान होता है।
एंटी-सीसीपी टेस्ट रूमेटाइड अर्थराइटिस की पहचान और इलाज में मदद करता है। लेकिन सिर्फ इसी टेस्ट के जरिए बीमारी का पता नहीं लग सकता है। रूमेटाइड अर्थराइटिस कई अन्य कारणों से भी हो सकती है।
(Image Courtesy: freepik.com)