What is Ableism: एब्लिज्म एक तरह का व्यवहार है जो लोगों द्वारा किसी दिव्यांग व्यक्ति के प्रति रखा जाता है। जाने-अनजाने में हम उस व्यक्ति को कमजोर समझ बैठते हैं और उसके साथ ऐसा व्यवहार करते हैं जैसे कि वह सभी लोगों के बीच एक अलग व्यक्ति है। दिव्यांग श्रेणी में होने के कारण मेरे पापा-मम्मी भी कई बार व्यवहार का शिकार हुए हैं। पापा-मम्मी दोनों ही प्राइवेट सेक्टर में वर्किंग रहे हैं, लेकिन उन्हें अपने सहकर्मियों के बुरे व्यवहार का हमेशा सामना करना पड़ा है। कई बार तो लोग यह समझ भी नहीं पाते, कि वह दिव्यांग लोगों के साथ अच्छा नहीं बल्कि बुरा व्यवहार रख रहे हैं। ऐसे में दिव्यांगों को अलग महसूस करवाना या उन्हें समान अधिकार न देना इस बात को दर्शाता है कि आप किसी व्यक्ति को उसके फिजिकल अपीयरेंस के आधार पर जज कर रहे हैं। इसी व्यवहार को एब्जिज्म का नाम दिया गया है। आगे जानते हैं मानसिक स्वास्थ्य के लिए इसके नुकसान। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के बोधिट्री इंडिया सेंटर की काउन्सलिंग साइकोलॉजिस्ट डॉ नेहा आनंद से बात की।
एब्लिज्म क्या है?- What is Ableism
एब्लिज्म (Ableism) एक सामाजिक, मानसिक और व्यक्तिगत परंपरा है जो उन लोगों को नुकसान पहुंचाती है जो शारीरिक या मानसिक रूप से दिव्यांग या असमर्थ हैं। यह एक प्रकार का भेदभाव और असमानता है जो उन लोगों को नुकसान पहुंचाती है जो दिव्यांग होकर भी दैनिक जीवन में सक्रिय होते हैं। एब्लिज्म उन विचारधाराओं को दर्शाता है जो असमर्थता को नकारते हैं। ऐसे लोग, उन्हें उन्हें स्वीकारने की जगह दोषारोपण करते हैं या उन्हें समाज से बाहर करते हैं।
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दिव्यांगों के लिए एब्लिज्म के नुकसान- Side Effects of Ableism For Disable Person
- डॉ नेहा आनंद ने बताया कि इसमें कोई दोराय नहीं है कि एब्लिज्म के कारण दिव्यांगों के मन को ठेस पहुंचती है। इमोशली यह उन्हें दुखी करता है।
- एब्लिज्म के कारण व्यक्ति खुद को कमजोर समझकर डिप्रेशन या तनाव का शिकार हो जाता है।
- एब्लिज्म के कारण दिव्यांग व्यक्ति अपनी क्षमता पर शक करने लगता है और उसका व्यवहार चिड़चिड़ा हो सकता है।
- एब्लिज्म का शिकार हुए लोग हमेशा गुस्से में रहते हैं और उन्हें लोगों से मिलना या बात करना पसंद नहीं होता।
एब्लिस्ट व्यवहार को कैसे खत्म करें?- How to End Ableist Behavior
जो लोग एब्लिज्म को फैलाते हैं उन्हें एब्लिस्ट कहा जाता है और उनके व्यवहार को एक एब्लिस्ट का व्यवहार माना जाता है। इस व्यवहार को खत्म करने के कुछ तरीके आपको बताने जा रहे हैं-
- अगर आप किसी कंपनी के नियोक्ता हैं, तो ऐसे लोगों को रखने से हिचकिचाएं नहीं जो दिव्यांग श्रेणी में आते हैं।
- दिव्यांगों को यह ऐसा दिलाना कि वह कुछ अलग है, बिल्कुल गलत है। ऐसे लोगों के साथ सामान्य व्यवहार रखें।
- ऐसी जगह पर न जाएं जहां आपके साथ मौजूद दिव्यांग साथी या दोस्त असहज महसूस करे और उसके लिए सही इंतजाम न हो।
- दिव्यांगों की परेशानी को समझने के लिए आप पॉडकास्ट सुन सकते हैं या किसी साइकोलॉजिस्ट से बात कर सकते हैं।
- दिव्यांगों को उनके काम करने की क्षमता के मुताबिक क्रेडिट दें और न कि इसलिए कि वे कुछ अलग हैं। यह व्यवहार बराबरी नहीं दर्शाता।
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