बाहर का खराब खाना या जंक फूड खाने के बाद फूड पॉइजनिंग की समस्या होना आम हो जाता है। कई बार फूड पॉइजनिंग आम लक्षणों के साथ आता है, जिसका इलाज घर पर ही किया जा सकता है। जबकि कई बार फूड पॉइजनिंग की समस्या इतनी गंभीर हो जाती है कि पीड़ित व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती करना पड़ सकता है। फूड पॉइजनिंग होने पर दस्त, उल्टी, पेट दर्द और अपच की समस्या होने लगती है। ऐसे में अगर आपको भी फूड पॉइजनिंग की समस्या हो जाए तो राहत के लिए आप किन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का सेवन कर सकते हैं, आइए हरियाणा के सिरसा में स्थित रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानते हैं?
फूड पॉइजनिंग के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां
आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार आयुर्वेद में फूड पॉइजनिंग शब्द नहीं है। हालांकि, फूड पॉइजनिंग के लक्षण जैसे दस्त, उल्टी आदि समस्याओं के लिए अलग-अलग जड़ी बूटियां हैं, जो आपको इसके लक्षणों से आराम मिल सकता है। आइए जानते हैं उन जड़ी-बूटियों के बारे में -
1. नागरमोथा
आयुर्वेद में नागरमोथा एक बहुत ही महत्वपूर्ण जड़ी-बूटी है, जो पाचन में सुधार करने, पेट की गड़बड़ी को ठीक करने, दस्त आदि जैसे समस्याओं के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसका चूर्ण बनाकर गुनगुने पानी के साथ लेने से फूड पॉइजनिंग के कारण हो रहे लूज मोशन से राहत (dast rokne ke liye kya kare) मिल सकती है। यह जड़ी बूटी आपके पाचन में सुधार करने और आंतों को राहत देने में मदद करती है।
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2. सोंठ
सोंठ यानी सुखी अदरक एंटीबैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती है, जो पाचन क्रिया को मजबूत बनाने, गैस की समस्या को दूर करने, मरोड़ और दस्त जैसी पेट से जुड़ी समस्याओं को कम करने का काम करती है। फूड पॉइजनिंग के कारण दस्त की समस्या से राहत पाने के लिए आप सोंठ को शहद या सेंधा नमक के साथ खा सकते हैं।
3. बेल
बेल का फल डायरिया और पेचिश जैसे समस्याओं के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इसका गूदा सुखाकर चूर्ण बनाकर या बेल का शरबत पीने से फूड पॉइजनिंग के कारण होने वाली पेट से जुड़ी समस्याओं खासकर दस्त की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। यह आपकी आंतों की सूजन को कम करने और मल को गाढ़ा करने में मदद करता है।
4. जीरा
आयुर्वेद में फूड पॉइजनिंग के कारण उल्टी की समस्या को रोकने के लिए आप जीरे का सेवन कर सकते हैं। जीरे में एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर होते हैं, जो पेट की ऐंठन, गैस और अपच की समस्या से राहत दिलाते हैं। जीरे के भूनकर उसमें काला नमक मिलाकर खाने से उल्टी (ulti rokne ke liye kya khaye) और मतली की समस्या से राहत मिलती है।
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इन बातों का रखें ध्यान
फूड पॉइजनिंग होने पर इन जड़ी-बूटियों के सेवन के साथ जल्दी ठीक होने के लिए आप इन बातों का भी ध्यान रखें-
- डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी, ओआरएस घोल, नारियल पानी आदि पिएं। अगर उल्टी की समस्या हो रही है तो थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पीने की कोशिश करें।
- अपने शरीर को इंफेक्शन से लड़ने के लिए पर्याप्त और सही तरह से आराम करने दें और किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधि करने से बचें।
- आसानी से पचने वाले और पानी से भरपूर फूड्स का सेवन करें, जिसमें पोटेशियम से भरपूर फूड्स शामिल हो।
- मसालेदार, ऑयली और प्रोसेस्ड फूड्स खाने से बचें। साथ ही, कैफीन, डेयरी प्रोडक्ट्स और कोल्ड ड्रिंक्स से दूर रहे।
निष्कर्ष
फूड पॉइजनिंग की समस्या से राहत पाने के लिए आप अपनी डाइट में इन जड़ी-बूटियों का सेवन फायदेमंद हो सकता है। इसलिए अगर आपको भी फूड पॉइजनिंग के कारण उल्टी या दस्त की समस्या हो रही है तो आप अपनी समस्या के अनुसार राहत के लिए इन चीजों का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन, अगर इसके बाद भी राहत न मिले तो बिना देर किए डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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FAQ
फूड प्वाइजनिंग में क्या नहीं खाना चाहिए?
फूड पॉइजनिंग होने पर आपको कैफीन वाले ड्रिंक्स, शराब, मसालेदार खाना, फैट और ऑयली फूड से परहेज करना चाहिए। ये फूड्स आपकी समस्या को ज्यादा बढ़ा सकते हैं।फूड पॉइजनिंग से तुरंत राहत कैसे पाएं?
फूड पॉइजनिंग से राहत पाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, खुद को हाइड्रेट रखें, ओआरएस पिएं, नारियल पानी पिएं और खाने में खिचड़ी खाएं या सूप पिएं।फूड पॉइजनिंग के 5 कारण क्या है?
फूड पॉइजनिंग के पांच कारण बैक्टीरिया, परजीवी, टॉक्सिक पदार्थ और केमिकल वाले फूड्स का सेवन सेवन है, ये फूड्स आपके पाचन तंत्र में सूजन और इन्फेक्शन का कारण बनती है।
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Oct 03, 2025 15:39 IST
Published By : Katyayani Tiwari