-1766832766434.webp)
What Causes Recurring Red Pimple And Itching In Hindi: सर्दियों के दिनों में स्किन में ड्राइनेस, पिंपल जैसी परेशानियां हो जाती हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि हवा में नमी की कमी होती है, जिस वजह से त्वचा शुष्क हो जाती है। इसकी वजह से स्किन की प्रोटेक्टिव लेयर डैमेज हो जाती है, जिससे सीबम प्रोडक्शन पर नेगेटिव असर पड़ता है। ऐसे में पिंपल या एक्ने की परेशानी ट्रिगर हो जाती है। हालांकि, ऐसे लोगों की कमी नहीं है, जो रेगुलर स्किन केयर करते हैं, फिर भी चेहरे पर लाल-लाल दाने हो जाते हैं और इचिंग की प्रॉब्लम होती है। क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है? अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं, तो इस लेख को ध्यान से पढ़ें। साथ ही, राजौरी गार्डन स्थित कॉस्मेटिक स्किन क्लिनिक की कॉस्मेटोलॉजिस्ट और त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. करुणा मल्होत्रा से जानें सर्दियों में अपनी स्किन की केयर कैसे करें? (Chehre Par Red Spot Kyu Hota Hai)
इस पेज पर:-
बार-बार लाल दाने और इचिंग होने के कारण- Recurring Red Pimple And Itching Causes In Hindi
-1766833120598.jpg)
1. एक्जिमा- Eczema
अगर किसी को एक्जिमा जैसी स्किन कंडीशन है, तो उन्हें ट्रीटमेंट करवाने के बाद चेहरे पर रेडनेस और इचिंग की प्रॉब्लम हो सकती है। आपको बता दें कि एक्जिमा को एटोपिक डर्माटाइटिस भी कहा जाता है। यह एक तरह की क्रॉनिक स्किन कंडीशन है, जिसमें स्किन में इंफ्लेमेशन, ड्राइनेस और तीव्र इचिंग होने लगती है। इस स्किन कंडीशन को इग्नोर नहीं करना चाहिए।
इसे भी पढ़ें: पूरे शरीर में खुजली और दाने के क्या कारण हो सकते हैं? जानें इसका इलाज
2. फंगल एक्ने- Fungal Acne
जब चेहरे पर फंगल एक्ने हो जाते हैं, चेहरे पर छोटे-छोटे दाने नजर आते हैं और माथे पर रेड पिंपल उभर आते हैं। ऐसा तब होता है, जब हेयर फॉलिकल्स में यीस्ट ओवर ग्रो करने लगते हैं। इसका नेगेटिव असर स्किन पर भी नजर आता है। अन्य एक्ने और पिंपल की तरह, जब फंगल एक्ने चेहरे पर होते हैं, तो सामान्य मॉइस्चराइजर इसके लिए उपयोगी साबित नहीं होते हैं। इस तरह के एक्ने के लिए एंटी-फंगल ट्रीटमेंट करवाना पड़ता है।
3. रोजेशिया- Rosacea
यह एक तरह की इंफ्लेमेटरी स्किन कंडीशन है, जो कि सामान्यतः चेहरे को प्रभावित करती है। इसकी वजह से पूरे चेहरे पर लाल-लाल दाने हो जाते हैं। हालांकि, रोजेशिया के कारण चेहरे पर इचिंग की दिक्कत कम देखने को मिलती है, लेकिन इसकी अनदेखी करना सही नहीं है।
इसे भी पढ़ें- त्वचा की एलर्जी से कैसे निजात पाएं
लाल दाने और इचिंग के लिए कब जाएं डॉक्टर के पास
हर स्किन कंडीशन अलग होती है और किसी भी तरह की प्रॉब्ल को इग्नोर नहीं करना चाहिए। आपको रेड पिंपल के साथ-साथ अन्य लक्षणों पर गौर करना चाहिए, जैसे-
- लाल दानों (Redness) के साथ-साथ उसमें दर्द हो और असहजता अधिक हो, तो डॉक्टर के पास जाएं।
- अगर आपके दानों के कारण इंफेक्शन हो रहा है, तो इग्नोर न करें।
- रेडनेस और स्वेलिंग की वजह से आपको बुखार हो जाए, तो तुरंत प्रोफेशनल की मदद लें।
- अगर घरेलू उपायों के बावजूद दाने बढ़ते रहें और दर्द में कमी न हो, तो ट्रीटमेंट करवाएं।
- अगर आपको लगे कि किसी दवा के प्रभाव के कारण रेड दाने हो रहे हैं, तो विशेषज्ञ से कंसल्ट करें।
निष्कर्ष
चेहरे पर एक्ने होना कोई नई या अनोखी बात नहीं है। आमतौर पर हार्मोनल बदलाव, तली-भुनी चीजों का सेवन अधिक करना आदि चेहरे पर एक्ने का कारण होते हैं। अपनी जीवनशैली में पॉजिटिव बदलाव करने से आपकी प्रॉब्लम कम हो सकती है और एक्ने की समस्या जड़ से दूर हो सकती है। हां, अगर चेहरे पर लाल-लाल दाने बार-बार हो रहे हैं, तो इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए। इसके साथ-साथ अन्य लक्षणों पर गौर करना चाहिए। जरूरी हो, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
All Image Credit: Freepik
यह विडियो भी देखें
FAQ
चेहरे पर बार-बार होने वाले लाल दानों से तुरंत छुटकारा कैसे पाएं?
चेहरे पर बार-बार दाने क्यों हो रहे हैं, सबसे पहले इस पर गौर करें। इससे छुटकारा पाने के लिए आप प्रभावित हिस्सों में एलोवेरा जेल या बर्फ की सिकाई करें। कुछ देर में ही फर्क नजर आने लगेगा।क्या गलत खान-पान से भी चेहरे पर खुजली और पिंपल्स हो सकते हैं?
हां, अगर आप बहुत ज्यादा ऑयली, स्पाइसी और हाई-शुगर युक्त चीजों का सेवन करते हैं, तो चेहरे पर खुजली और पिंपल की प्रॉब्लम हो सकती है।फंगल एक्ने और सामान्य पिंपल में क्या अंतर है?
सामान्य पिंपल का शेप-साइज में अलग-अलग होते हैं और गंभीर मामलों में उनमें पस भी हो सकता है। वहीं, फंगल एक्ने एक जैसे होते हैं और इनमें काफी ज्यादा खुजली होती है। विशेषज्ञों की मानें, तो फंगल एक्ने पर सामान्य एक्ने क्रीम असर नहीं करता है। इसके लिए एंटी-फंगल ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Dec 27, 2025 16:30 IST
Published By : Meera Tagore
