What Causes Brain Infection: हमारे शरीर के बेहतर स्वास्थ्य और फंक्शन के लिए मस्तिष्क का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आप अपने दिमाग को स्वस्थ रखने पर ध्यान दें। आजकल लोगों के मस्तिष्क में संक्रमण के मामले भी काफी देखने को मिल रहे हैं। यह एक गंभीर स्थिति है, जिसका समय रहते उपचार किया जाना बहुत जरूरी है। अगर मस्तिष्क में संक्रमण वाले व्यक्ति को समय पर उपचार नहीं मिलता है, तो यह भविष्य में उनके जीवन के लिए खतरा भी बन सकता है। लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है कि आखिर मस्तिष्क में संक्रमण होता कैसे है या किन कारणों से होता है? साथ ही, आप यह कैसे जान सकते हैं कि मस्तिष्क में इन्फेक्शन हो गया है? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए हमने डॉ. प्रियंका सहरावत (MD, DM- Neurology, AIIMS Delhi) से बात की। इस लेख में हम आपको इनके बारे में विस्तार से बता रहे हैं..
दिमाग में इन्फेक्शन कैसे होता है- What Causes Brain Infection In Hindi
डॉ. प्रियंका की मानें, तो "अन्य संक्रमणों की तरह ब्रेन इन्फेक्शन भी वायरस, बैक्टीरिया, फंगस या परजीवी के परिणामस्वरूप हो सकता है। हालांकि, विभिन्न प्रकार के ब्रेन इन्फेक्शन के कारण भिन्न-भिन्न होते हैं। इसलिए ब्रेन इन्फेक्शन के कई अलग-अलग प्रकार होते हैं..
इंसेफेलाइटिस (Encephalitis)
यह संक्रमण वायरस के कारण होता है। इस इन्फेक्शन में लोगों को हल्का बुखार और सिरदर्द जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। व्यवहार में बदलाव और भ्रम भी महसूस हो सकता है।
मैनिंजाइटिस (Meningitis)
यह बैक्टीरिया के कारण हो सकता है। यह एक गंभीर स्थिति है, इसका तुरंत इलाज किया जाना बहुत जरूरी है। इसमें बैक्टीरिया पहले ऊपरी वायुमार्ग में संक्रमण का कारण बन सकते हैं और फिर ब्लड स्ट्रीम में प्रवेश करके आपके मस्तिष्क तक पहुंच सकते हैं। इस स्थिति में आपको अचानक बुखार, गंभीर सिरदर्द, गर्दन में अकड़न, फोटोफोबिया और मतली आदि जैसी लक्षण महसूस हो सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: आंखों में होने वाली एलर्जी और इंफेक्शन में क्या अंतर है? जानें इनके लक्षण और सावधानियां
ट्रैवर्स मायलाइटिस (Traverse Myelitis)
यह एक इम्यूनिटी से जुड़ा रोग है। यह वायरस, जीवाणु, कवक या परजीवी से संक्रमण के कारण हो सकता है। यह हमारी रीढ़ में सूजन का कारण बनता है, जो हमारी संवेदी जानकारियों को मस्तिष्क तक वापस ले जाने और मस्तिष्क से शरीर तक ले जाने में अहम भूमिका निभाती है। ट्रैवर्स मायलाइटिस होने पर दर्द, अंगों में कमजोरी, आंत्र और मूत्राशय की समस्याएं, मांसपेशियों में ऐंठन, सिरदर्द, बुखार, भूख में कमी और संवेदना महसूस करने में भी दिक्कत महसूस हो सकती है।
सेरेब्रल एब्सेस (Cerebral Abscess)
इस स्थिति को दिमाग में फोड़ा होना भी कहा जाता है। इसमें मस्तिष्क के टिशू में मवाद जमा हो जाती है, जिससे टीशू बंद हो जाते हैं। यह स्थिति बैक्टीरिया या फंगल संक्रमण के कारण देखने को मिलती है। सर्जरी या ट्रोमा भी इसका कारण बन सकते हैं। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में इसका अधिक खतरा होता है। तेज बुखार, गंभीर सिरदर्द, व्यवहार में बदलाव और मतली और उल्टी आदि इसके कुछ आम लक्षण हैं।
इसे भी पढ़ें: फंगल इन्फेक्शन का रामबाण इलाज है हल्दी, इस तरह करें इस्तेमाल
डॉक्टर क्या सलाह देती हैं?
अगर आप मस्तिष्क में इन्फेक्शन से जुड़े या ऊपर दिए गए लक्षण सामान्य से अक्सर नोटिस करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसका समय पर उपचार बहुत जरूरी है। क्योंकि इसके कारण व्यक्ति की जान भी जा सकती है।
All Image Source: freepik