World Alzheimer's Day 2023 Causes Of Early Onset in Hindi: अल्जमाइर एक तरह का मस्तिष्क विकार है। यह समय के साथ-साथ बद से बदतर होता चला जाता है। मेयोक्लिनिक के अनुसार, "अल्जाइमर दिमाग से संबंधित बीमारी है, जिसके तहत मस्तिष्क में कुछ प्रोटीन जमा होने लगते हैं। इस बीमारी की वजह से मस्तिष्क सिकुड़ जाता है और धीरे-धीरे ब्रेन सेल्स पूरी तरह डैमेज हो जाती हैं। अल्जाइमर रोग डिमेंशिया का सबसे आम कारण है। यह बीमारी होने पर व्यक्ति की याददाश्त, सोच की क्षमता, व्यवहार और लोगों से मेल-जोल में दिक्कतें आने लगती हैं। यहां तक कि अल्जमाइर की वजह से रोजमर्रा के काम करने में भी दिक्कतें आती हैं।" अल्जाइमर आमतौर पर बुजुर्गों को प्रभावित करता है, लेकिन यह 30 या 40 वर्ष की आयु के लोगों को भी प्रभावित कर सकता है। जब अल्जाइमर रोग 65 वर्ष से कम आयु के किसी व्यक्ति में होता है, तो इसे प्रारंभिक-शुरुआत (या कम उम्र में शुरू होने वाला) अल्जाइमर रोग के रूप में जाना जाता है। johns hopkins medicine वेबसाइट की मानें, तो बहुत कम लोगों में ही अल्जाइमर रोग की शुरुआत जल्दी होती है। हालांकि, इस बीमारी को डिटेक्ट करने में काफी समय लग जाता है। जब तक पता चलता है, तब तक मरीज की उम्र 40 और 50 की उम्र तक पहुंच जाते हैं।’ ऐसे में बहुत जरूरी है कि हम यह जानें कि आखिर अल्जाइमर के शुरुआती कारण क्या हो सकते हैं। आइए, इस बारे में क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट और सुकून साइकोथैरेपी सेंटर की फाउंडर दीपाली बेदी से जानते हैं।
अल्जाइमर रोग के शुरुआती कारण क्या हैं?- What Causes Early-Onset Alzheimer Disease In Hindi
ज्यादातर मानसिक विकारों की मूल वजह का पता नहीं चल सकता है। इसी तरह, अल्जाइमर रोग के शुरुआत किन कारणों से होती है, इसका पता नहीं चला है। johns hopkins medicine वेबसाइट के अनुसार, "दो प्रोटीन नर्व सेल्स को डैमेज कर देती हैं, जिस काररण यह समस्या हो सकती है। क्रमशः इनके नाम हैं, बीटा-एमिलॉइड और ताऊ। जहां एक ओर बीटा-एमिलॉइड प्रोटीन के के टुकड़े बनते हैं और वे प्लाक कहलाते हैं। इसी तरह, ताऊ के मुड़े हुए रेशों को टैंगल्स कहा जाता है। असल में, ताऊ वह प्रोटीन है, जो अल्जाइमर रोगियों के मस्तिष्क में उलझी संरचनाओं में होता है। यह संवाद करने के लिए जिम्मेदार न्यूरोंस की क्षमता को बाधित करता है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ इस समस्या में बढ़ोत्तरी होती चली जाती है। वहीं, अल्जाइमर से पीड़ित लोगों में ये समस्या आम लोगों की तुलना में ज्यादा गंभीर रूप ले लेती है। सबसे पहले ये प्लाक और मस्तिष्क में न्यूरोंस में हुए टैंगल्स की वजह से लोगों की याददाश्त कमजोर होती है और धीरे-धीरे उनके मस्तिष्क को नुकसान होने लगता है।"
इसे भी पढ़ें: इन 7 कारणों से युवाओं में बढ़ रहा है अल्जाइमर रोग, याददाश्त में कमी है पहला संकेत
अल्जाइमर रोग के शुरुआती लक्षण- Symptoms Of Early-Onset Alzheimer Disease In Hindi
अल्जाइमर रोग के शुरुआती लक्षण होने लोगों में निम्न बातें दिखाई देती हैं-
- महत्वपूर्ण बातें भूल जाना।
- किसी नई चीज को याद रखने में मुश्किल होना।
- एक ही बात को बार-बार दोहराना।
- रोजमर्रा के कामकाज, जैसे बिल भरना, भूल जाना।
- हिसाब-किताब करने में दिक्कत होना।
- किसी भी चीज का डाटा या ट्रैक रखना मुश्किल लगना।
- अपने घर का पता भूल जाना।
- कहां जा रहे हैं, यह भूल जाना।
- बातचीत के दौरान कंफ्यूज रहना।
- जो चीजें खो जाए, उसे ढूंढ़ न पाना।
- घर की चाबी कहां रखी है, यह भूल जाना।
- अक्सर फैसले लेने में दिक्कत आना।
- लोगों से दूरी बना लेना, सोशल इवेंट्स पर न जाना।
- पर्सनालिटी बदल जाना।
image credit: freepik