What Are the Symptoms of Increasing Vitamin D : शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए पोषक-तत्वों की जरूरत होती है। न्यूट्रिएंट्स हमारी बॉडी के लिए बहुत जरूरी होते हैं, क्योंकि ये शरीर को बुनियादी काम करने और बढ़ने में मदद करते हैं। यही वजह है कि हेल्दी जीवन जीने के लिए लोगों को पौष्टिक आहार का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इससे इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है और शरीर के अंग, हड्डियां और मांसपेशियां मजबूत बनते हैं। अब आप समझ ही गए होंगे कि शरीर में पोषक-तत्वों की पर्याप्त मात्रा का होना बहुत जरूरी है। आप सभी ने पोषक-तत्वों की कमी से शरीर को होने वाली समस्याओं के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि अगर शरीर में कोई पोषक-तत्व ज्यादा मात्रा में मौजूद होता है, तो शरीर पर कैसा असर होता है? अगर नहीं, तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको शरीर में विटामिन-डी की ज्यादा मात्रा के कारण होने वाली बीमारियों के बारे में बताएंगे। इस बारे में हमने इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन और सीनियर कंसल्टेंट डॉ राकेश गुप्ता से बात की है। आइए डॉक्टर से जानते हैं कि कैसे शरीर में विटामिन-डी की ज्यादा मात्रा का होना भी नुकसानदायक हो सकता है।
शरीर के लिए विटामिन-डी जरूरी क्यों है?- Why is Vitamin D Important for the Body?
बता दें कि शरीर में विटामिन-डी की पर्याप्त मात्रा का होना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि यह न्यूट्रिएंट इंसान के मूड और नींद की गुणवत्ता यानी क्वालिटी में सुधार करता है। विटामिन-डी एनर्जी लेवल को ठीक करने में मदद करता है। साथ ही, इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है। आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि बॉडी में कैल्शियम को अच्छी तरह अब्सॉर्ब करने में भी विटामिन-डी बहुत जरूरी भूमिका निभाता है। इससे हड्डियां और मसल्स मजबूत होती हैं। आइए जानते हैं कि विटामिन-डी की ज्यादा मात्रा होने से शरीर पर कैसा असर होता है?
क्या शरीर में विटामिन-डी की ज्यादा मात्रा भी है नुकसानदायक?- Is Excess amount of vitamin D is Harmful
जी हां, ज्यादा मात्रा में विटामिन-डी का सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है। इस स्थिति में विटामिन-डी हाइपरविटामिनोसिस डी की समस्या का कारण बन सकता है। इससे मतली, उल्टी, भूख न लगना और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। बॉडी में विटामिन-डी ज्यादा होने की वजह से आपको ज्यादा प्यास लग सकती है और बार-बार टॉयलेट जाने की समस्या हो सकती है। बता दें कि विटामिन-डी की ज्यादा मात्रा के कारण शरीर में कैल्शियम ज्यादा अब्सॉर्ब होने लगता है। इससे किडनी में पथरी, सिरदर्द, कमजोरी और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कई मामलों में शरीर के अंदर विटामिन-डी की ज्यादा मात्रा होने पर विषाक्तता भ्रम, भटकाव और हार्टबीट की समस्याएं हो सकती हैं। इस न्यूट्रिएंट की वजह से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और ब्लड वेसल्स में कैल्शियम जमा होने लगता है। ऐसे में आपको विटामिन-डी की मात्रा चेक करनी चाहिए। अगर आप विटामिन-डी की कमी पूरी करने के लिए सप्लीमेंट का सेवन कर रहे हैं, तो ब्लड टेस्ट जरूर करवाएं।
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ज्यादा विटामिन-डी से होने वाले नुकसान- Disadvantages of excess vitamin-D
- विटामिन-डी की ज्यादा मात्रा का सेवन करने पर व्यक्ति को उल्टी, मुंह सूखना, कमजोरी और जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- विटामिन-डी का ज्यादा सेवन करने से शरीर में कैल्शियम और फास्फोरस की मात्रा बढ़ जाती है। इससे फेफड़ों में क्रिस्टल्स बनने लगते हैं। यह सेहत के लिए नुकसानदायक स्थिति है।
- जरूरत से ज्यादा विटामिन-डी का सेवन करने से ब्लड में कैल्शियम का लेवल बढ़ता है। इससे शरीर के टिशूज को नुकसान पहुंचता है और किडनी से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं।
- विटामिन-डी की ज्यादा मात्रा पेट की आंतों को नुकसान पहुंचा सकती है। दरअसल, खून में कैल्शियम बढ़ने पर डायरिया, पेट दर्द और कब्ज जैसी समस्याएं होने लगती है।
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विटामिन-डी का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से खून में कैल्शियम की मात्रा बढ़ती है। इससे हड्डियों को मजबूती नहीं मिलती है, बल्कि ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कुल मिलाकर, आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए की विटामिन-डी का ज्यादा सेवन नहीं करना है। अगर आप इसके सप्लीमेंट खाने की सोच रहे हैं, तो पहले डॉक्टर की राय जरूर लें।
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