आज के समय में बुरी लाइफस्टाइल, अनियंत्रित भोजन और अन्य कारणों से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में करियर बनाने और अपने भविष्य को सुरक्षित करने के भागदौड़ में महिला और पुरुष जल्दी माता-पिता नहीं बनना चाहते हैं। लेकिन एक समय के बाद महिला और पुरुष दोनों की ही फर्टिलिटी कम हो जाती है, जिस कारण उन्हें कंसीव करने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन आधुनिक जमाने में लाइफस्टाइल और लोगों की सोच बदलने के साथ ऐसे कई अविष्कार हो चुकें हैं जो आपकी इस तरह की समस्या को भी सुलझा सकता है। फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन, एक ऐसी ही प्रक्रिया है, जिसमें आपके अंडे या स्पर्म को फ्रीजिंग की मदद से स्टोर किया जाता है, ताकि भविष्य में भी आपके प्रजनन टिश्यू की रक्षा हो सके और आप बच्चा पैदा कर सकें। आइए वाराणसी के अपोलो फर्टिलिटी की सीनियर कंसल्टेंट और फर्टिलिटी और IVF एक्सपर्ट डॉ. शिवाली त्रिपाठी से जानते हैं फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन कितने तरह से हो सकते हैं?
फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन के प्रकार
1. एग फ्रीजिंग
बाद में कंसीव करने के लिए महिलाएं सही समय पर अपने अंडों को फ्रीज करवा सकती हैं। यह गर्भावस्था में देरी करने वाली महिलाओं के लिए एक बेहतर विकल्प है। इसमें अंडाशय को उत्तेजित करने, परिपक्व अंडों को निकालने और उन्हें जमा देने के लिए हार्मोन इंजेक्शन व अंडाणु पिकअप की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।
2. शुक्राणु को जमाना (Sperm Freezing)
महिलाओं की ही तरह पुरुष भी अपने स्पर्म को संरक्षित करा सकते हैं, ताकि भविष्य में पिता बनने में उन्हें किसी तरह की समस्या न आए। इस विधि द्वारा सालों तक पुरुषों के स्पर्म को सुरक्षित रखा जा सकता है।
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3. भ्रूण को जमाना (Embryo Freezing)
इस प्रक्रिया में आपके साथी के एग को आपके शुक्राणु के साथ निषेचित किए जाते हैं। इस प्रक्रिया को इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) कहा जाता है। आपका डॉक्टक भ्रूण को तुरंत आपके शरीर में ट्रांसप्लांट कर सकता है या भविष्य में उपयोग के लिए उन्हें फ्रीज करके स्टोर कर सकता है। यह फ्रीजिंग कई वर्षों के लिए किया जा सकता है। आवश्यकता पड़ने पर इन भ्रूणों को गर्भाशय में ट्रांसफर किया जा सकता है।
4. ओवेरियन टिश्यू को फ्रीज करना
ओवेरियन टिश्यू का एक हिस्सा या पूरा हिस्सा सर्जरी के द्वारा निकाल कर संरक्षित किया जाता है। बाद में प्रजनन क्षमता को बहाल करने के लिए इसे फिर से ट्रांसप्लांट किया जा सकता है। यह अक्सर छोटी लड़कियों या महिलाओं के लिए एक विकल्प होता है जो किसी गंभीर बीमारी के इलाज से गुजर रही हो और उन्हें किसी ऐसी चिकित्सा (रेडियो थेरेपी या कीमोथेरेपी) के लिए जाना है, तो उनके अण्डाश्यों को नुकसान पहुंचा सकता है।
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5. टेस्टिस टिश्यू को जमाना
यौवन से पहले के लड़कों में, शुक्राणु बनना शुरू नहीं होता है, इसलिए टेस्टिस टिश्यू को जमाना, उनके परिपक्व होने पर संभावित रूप से प्रजनन क्षमता को बेहतर रखने का एक बेहतर विकल्प है।

6. ओवेरियन सप्रेशन
इस प्रक्रिया में कीमो थेरेपी जैसे इलाजों के दौरान ओवेरियन के कार्य की रक्षा के लिए हार्मोन-अवरोधक दवाएं लेना शामिल है, जो संभावित रूप से प्रजनन क्षमता को बचा कर रखती है।
7. इन विट्रो परिपक्वता (IVM)
अपरिपक्व अंडों को अंडाशय से निकाला जाता है और प्रयोगशाला में परिपक्व किया जाता है। इन अंडों को फिर से जमाया जा सकता है या निषेचित करके भ्रूण के रूप में जमाया जा सकता है।
फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन के लिए ये उपाय फायदेमंद हैं। लेकिन आपको एग या स्पर्म क्यों प्रिजर्व करने है, फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन भ्रूण पर भी काफी निर्भर करता है। इसलिए हमेशा डॉक्टर से कंसल्ट करें और इसके बाद ही अपने एग या स्पर्म के प्रिजर्व करने के बारे में कोई फैसला लें, ताकि डॉक्टर आपकी स्थिति के अनुसार सही तरीके का चयन कर सके।
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