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बुजुर्गों में यूटीआई होने पर क्या जोखिम हो सकते हैं? जानें बचाव के उपाय

समय के साथ लोगों को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याए होने लगती है। ऐसे में बुजुर्गों में पेशाब से जुड़ी समस्या होना एक आम बात है। आगे जानते हैं कि बुजुर्गों में यूटीआई (पेशाब नली से जुड़ इंफेक्शन) में क्या जोखिम हो सकते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है?
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बुजुर्गों में यूटीआई होने पर क्या जोखिम हो सकते हैं? जानें बचाव के उपाय


Complications Of UTI In Older Adults: अधिक उम्र में बुजुर्गों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसमें यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (Urinary Tract Infection - UTI) को भी शामिल कर सकते हैं। यह समस्या उम्र बढ़ने के साथ अधिक गंभीर रूप ले सकती है। यह संक्रमण ब्लैडर, किडनी या यूरिनरी ट्रैक्ट को प्रभावित कर सकता है और समय पर इलाज न करने पर गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है। बुजुर्गों में कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली, ब्लैडर की मांसपेशियों की कमजोरी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण UTI होने की संभावना अधिक होती है। इस लेख में  मेडिकवर हॉस्पिटल के यूरोलॉजिस्ट और एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. विजय दहिफले से जानेगें कि बुजुर्गों में UTI से होने क्या जोखिम होता है और इसके बचाव के लिए क्या उपाय अपनाने चाहिए। 

बुजुर्गों में UTI से होने वाले जोखिम - Complications Of UTI In Older Adults In Hindi 

किडनी में इंफेक्शन (पायलोनेफ्राइटिस)

यदि यूटीआई का सही समय पर इलाज न किया जाए, तो इंफेक्शन ब्लैडर से किडनी तक पहुंच सकता है, जिससे किडनी में सूजन और डैमेज हो सकता है। यह गंभीर जटिलता बुजुर्गों में अधिक देखी जाती है।

सेप्सिस (blood infection)

बुजुर्गों में संक्रमण तेजी से फैल सकता है और ब्लड सर्कुलेशन में प्रवेश कर सकता है, जिससे सेप्सिस जैसी जानलेवा स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

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प्रोस्टेट इंफेक्शन (पुरुषों में)

बुजुर्ग पुरुषों में UTI का इंफेक्शन प्रोस्टेट ग्रंथि तक फैल सकता है, जिससे प्रोस्टेटाइटिस (Prostatitis) जैसी गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है।

बार-बार यूटीआई होना (Recurring UTI)

उम्रदराज लोगों में प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने के कारण बार-बार UTI होने की संभावना अधिक रहती है, जिससे अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।

ब्लैडर की कार्यक्षमता में कमी

संक्रमण के कारण ब्लैडर की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है, जिससे यूरिन में कठिनाई और बार-बार जाने की परेशानी (Urinary Incontinence) हो सकती है।

बुजुर्गों में यूटीआई से बचाव के उपाय - Prevention Tips Of UTI In Older Adults In Hindi 

  • शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा बनाए रखना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करता है और मूत्र प्रणाली को स्वस्थ रखता है।
  • निजी स्वच्छता का विशेष ध्यान देना चाहिए, विशेष रूप से शौचालय के उपयोग के बाद। महिलाओं को आगे से पीछे की ओर साफ करने की आदत डालनी चाहिए ताकि संक्रमण का खतरा कम हो।
  • यूरीन को अधिक समय तक रोककर रखना इंफेक्शन के जोखिम को बढ़ा सकता है।
  • अत्यधिक कैफीन, शराब और मीठे कोल्ड ड्रिंक्स ब्लडैर को स्टिम्यूलेट कर सकते हैं, जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है।
  • यदि बुजुर्ग व्यक्ति को डायबिटीज है, तो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखना आवश्यक है, क्योंकि उच्च शुगर इंफेक्शन को बढ़ावा दे सकता है।

इसे भी पढ़ें: UTI इंफेक्शन क्या है? जानें महिलाओं में इसके लक्षण और बचाव के उपाय

UTI In Older Adults In Hindi: बुजुर्गों में यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन उचित देखभाल और रोकथाम के उपाय अपनाकर इसे काफी हद तक टाला जा सकता है। पानी का अधिक सेवन, स्वच्छता बनाए रखना, संतुलित आहार और नियमित चिकित्सा जांच से UTI के खतरे को कम किया जा सकता है। यदि संक्रमण के लक्षण दिखाई दें, तो बिना देरी किए डॉक्टर से सलाह लें ताकि जटिलताओं से बचा जा सके।

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