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क्या बार-बार यूटीआई होने से महिलाओं में किडनी कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है? डॉक्टर से जानें

कुछ महिलाओं को यूरिनरी ट्रैक्ट में बार-बार इंफेक्शन होता है। ऐसे में वह इसके जोखिम कारकों के बारे में सोचकर घबराने लगती हैं। इस लेख में जानते हैं कि क्या यूटीआई के कारण महिलाओं के किडनी कैंसर का जोखिम हो सकता है?
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क्या बार-बार यूटीआई होने से महिलाओं में किडनी कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है? डॉक्टर से जानें

शरीर में हर अंग का एक मुख्य कार्य होता है। शरीर के टॉक्सिन्स यानी विषैले तत्वों को बाहर निकालने का काम यूरिनरी सिस्टम द्वारा किया जाता है। यह सिस्टम किडनी, यूरिनरी ब्लैडर, यूरिथ्रा और यूरेटर से मिलकर बना होता है। जब यह सभी सही तरह से कार्य करते हैं तो शरीर के टॉक्सिन आसानी से मूत्र के माध्यम से बाहर आ जाते हैं। लेकिन, कई बार इस सिस्टम में इंफेक्शन हो जाता है, इस स्थिति को यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन कहा जाता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यूटीआई की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। हालांकि यह इंफेक्शन गंभीर नहीं होता है और यह कुछ एंटीबायोटिक दवाओं से ठीक हो जाता है। लेकिन, यदि किसी महिला को बार-बार यूटीआई हो रहा है तो ऐसे में कुछ मामलों में यह किडनी कैंसर का संकेत हो सकता है। फिलहाल इस लेख में डॉक्टर विवेक जाधव, एंड्रोलोजिस्ट एंड रिनल ट्रांसप्लांट सर्जन, कंसल्टेंट यूरोलॉजिस्ट, एआईएमएस अस्पताल, डोंबिवली (Dr. Vivek Jadhav, Consultant Urologist, Andrologist, and Renal Transplant Surgeon, AIMS Hospital, Dombivli) से जानेंगे कि कैसे बार-बार होने वाला यूरिन इन्फेक्शन महिलाओं में किडनी कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है, इसके कारण, लक्षण और बचाव के उपाय क्या हो सकते हैं?

महिलाओं को यूटीआई का जोखिम ज्यादा क्यों होता है? - Why Do Females Have A Higher Risk of UTI?

  • यूटीआई (Urinary Tract Infection) तब होता है जब किसी बैक्टीरिया, जैसे अक्सर E.coli, यूरिनरी ट्रैक्ट में प्रवेश कर इंफेक्शन फैलाता है। महिलाओं में यह संक्रमण पुरुषों की तुलना में ज्यादा पाया जाता है। इसके वजह आगे बताई गई है।
  • महिलाओं की यूरिथ्रा (ब्लैडर से यूरिन को बाहर निकालने वाली नली) छोटी होती है, जिससे बैक्टीरिया को अंदर जाने में आसानी होती है।
  • यूरिथ्रा और गुदा के बीच की दूरी कम होने से संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है।
  • सेक्सुअल एक्टिविटी और हाइजीन की कमी भी रिस्क फैक्टर हैं।

how recurrent uti can increase the risk of kidney cancer in women in

क्या बार-बार होने वाला यूटीआई से किडनी पर असर पड़ सकता है? - Can Recurrent UTIs Affect My Kidneys?

बार-बार होने वाले यूटीआई से गंभीर पाइलोनफ्राइटिस और यहां तक कि एम्फीसेमेटस पाइलोनफ्राइटिस की संभावना बढ़ सकती है, जो संक्रमण का एक गंभीर रूप है जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है और किडनी फेलियर का कारण बन सकता है। बार-बार होने वाले संक्रमण के कारण होने वाली लंबे समय तक चलने वाली सूजन यूरिनरी ट्रै्क्ट की परत को नुकसान पहुंचा सकती है और समय के साथ, व्यक्ति के किडनी के कार्यों को प्रभावित कर सकती है। महिलाओं को उनके छोटे यूरिनरी ट्रैक्ट के कारण यूटीआई होने का अधिक खतरा होता है, और लक्षणों को अनदेखा करने या उपचार में देरी करने से समस्या और भी खराब हो जाती है। बार-बार पेशाब आना, जलन, पीठ दर्द और बुखार जैसे संकेतों को कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। लंबे समय तक चलने वाले या बिना इलाज के यूटीआई से होने वाले क्रोनिक किडनी संक्रमण (जैंथोग्रानुलोमेटस पाइलोनफ्राइटिस - Xanthogranulomatous pyelonephritis) जैसी जटिलताएं हो सकती हैं, यह स्थिति सेलुलर डैमेज को बढ़ा सकती हैं और कैंसर के जोखिम को भी बढ़ा सकती हैं। 

  • लंबे समय तक संक्रमण से किडनी की कोशिकाएं कमजोर हो जाती हैं।
  • लगातार एंटीबायोटिक के उपयोग से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है।
  • बार-बार सूजन और हीलिंग के प्रोसेस से कोशिकाओं में असामान्य बदलाव हो सकते हैं।
  • संक्रमण के कारण शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ता है, जिससे कैंसर कोशिकाएं विकसित हो सकती हैं।

किडनी कैंसर के लक्षण जो नजरअंदाज न करें - Symptoms Of Kidney Cancer That Should Not Be Ignored In Hindi

यदि आपको बार-बार यूटीआई होता है और साथ में आगे बताए लक्षण महसूस होते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

  • पेशाब में खून आना (Hematuria)
  • पीठ या कमर के एक साइड में लगातार दर्द
  • अचानक वजन कम होना
  • भूख में कमी
  • थकान और कमजोरी होना
  • बुखार और ठंड लगना (बिना किसी स्पष्ट कारण के) आदि। 

यूटीआई से बचाव के तरीके - Prevention Tips Of UTI In Hindi

  • यूरिन के बाद और शारीरिक संबंध बनाने से पहले और बाद में सफाई जरूरी है।
  • अधिक पानी पीने से बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं।
  • देर तक पेशाब रोकने से बैक्टीरिया बढ़ते हैं।
  • डॉक्टर की सलाह पर ही एंटीबायोटिक का सेवन करें।
  • रेगुलर हेल्थ चेकअप कराएं। खासकर अगर आपको बार-बार यूटीआई होता है।

इसे भी पढ़ें: UTI इंफेक्शन क्या है? जानें महिलाओं में इसके लक्षण और बचाव के उपाय

यूटीआई एक आम संक्रमण है, लेकिन यदि यह बार-बार हो रहा है, तो इसे हल्के में न लें। खासकर महिलाओं में यह स्थिति किडनी कैंसर का कारण बन सकती है। स्वच्छता, पर्याप्त जल सेवन, समय पर जांच और इलाज ही इसका सबसे प्रभावी समाधान है। अगर आप या आपके परिवार की किसी महिला को बार-बार यूटीआई होता है, तो सतर्क रहें और समय रहते विशेषज्ञ से सलाह लें।

FAQ

  • यूटीआई गंभीर होने का कैसे पता चलेगा?

    यूटीआई आपकी पेशाब से जुड़ी समस्या है, जो पेट में दर्द, बुखार, उल्टी आना या जी मिचलाने के लक्षण के साथ ही सकती है। यदि, यह लक्षण आपकी रोजाना की जीवन को प्रभावित करते हैं तो यह गंभीर स्थिति का संकेत हो सकते हैं।
  • यूटीआई के 3 लक्षण क्या हैं?

    यूटीआई होने पर व्यक्ति को बार-बार पेशाब करने की इच्छा, पेशाब करते समय दर्द और आपकी पीठ के निचले हिस्से या बाजू में दर्द हो सकता है।
  • किडनी की समस्या से बचाव के लिए क्या उपाय अपनाएं?

    किडनी की समस्या से बचाव के लिए आप डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव कर सकते हैं। इसके लिए आप नियमित रूप से एक्सरसाइड करें, पौष्टिक आहार का सेवन करें, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और ज्यादा नमक खाने से बचें।

 

 

 

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