No Smoking Day 2025- क्यों मनाया जाता है नो स्मोकिंग डे? जानें इस दिन का इतिहास और महत्व

हर साल मार्च के दूसरे बुधवार को नो स्मोकिंग डे के तौर पर मनाया जाता है, जिसमें लोगों को स्मोकिंग न करने को लेकर जागरुक किया जाता है। आइए जानते हैं इस साल की थीम, महत्व और इतिहास के बारे में- 
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No Smoking Day 2025- क्यों मनाया जाता है नो स्मोकिंग डे? जानें इस दिन का इतिहास और महत्व


No Smoking Day 2025 In Hindi: बचपन से हम सभी सुनते आ रहे हैं कि स्मोकिंग हमारे सेहत के लिए हानिकारक है, लेकिन, इसके बाद भी कई लोगों को इसकी लत लग जाती है। कई लोगों के घर वालों के उनके स्मोकिंग करने के बारे में पता होता है, जबकि कुछ लोग अपने परिवार से छुपकर स्मोकिंग करते हैं। स्मोकिंग करने की आदत को लोग एक बुरी आदत मानते हैं, और हमेशा अपने आसपास के लोगों को इसे छोड़ने की सलाह भी देते हैं, लेकिन एक बार इसकी आदत लगने के बाद लोगों के लिए इसे छोड़ना मुश्किल हो जाता है। हालांकि स्मोकिंग के कारण स्वास्थ्य पर होने वाले नुकसान को लेकर लोगों को जागरुत करने के लिए हर साल मार्च के दूसरे बुधवार को नो स्मोकिंग डे मनाया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं साल 2025 में नो स्मोकिंग डे की क्यो थीम रखी गई है। साथ ही यह भी जानने की कोशिश करते हैं कि इसका इतिहास और महत्व क्या है?

नो स्मोकिंग डे का इतिहास - No Smoking Day History in Hindi

नो स्मोकिंग डे की शुरुआत 1984 में रिपब्लिक ऑफ आयरलैंड में हुई थी। उस समय, धार्मिक नेताओं ने यह फैसला किया था कि लेंट यानी उपवास के दौरान लोगों को स्मोकिंग छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। इस दिन को आश बुधवार (Ash Wednesday) के तौर पर मनाया गया, जो ईसाई धर्म में एक महत्वपूर्ण दिन के तौर पर माना जाता है। इसके बाद, से हर साल मार्च के दूसरे बुधवार को नो स्मोकिंग डे के रूप में मनाया जाने लगा। बता दें कि 1920 में पहले मेडिकल रिपोर्ट्स में स्मोकिंग और कैंसर के बीच कनेक्शन पाया गया था। जिसके बाद 1950 और 1960 के दशकों में ऐसी कई स्टडी की गई, जिसमें साबित हुआ कि तंबाकू का उपयोग सेहत के लिए हानिकारक होता है, और ये कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इस लिए अब आज के समय में नो स्मोकिंग डे के दिन लोगों को स्मोकिंग न करने और इससे होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर जागरुत किया जाता है।

नो स्मोकिंग डे 2025 की थीम क्या है? - What is The Theme of No Smoking Day 2025 in Hindi?

साल 2025 में नो स्मोकिंग डे की थीम "Unmasking the Appeal" है, जिसका उद्देश्य यह दिखाना है कि स्मोकिंग के आकर्षण के पीछे की असलियत क्या है। दरअसल, तंबाकू कंपनियां हमेशा स्मोकिंग को ग्लैमरस, मस्त और अक्ट्रेक्टिव दिखाने की कोशिश करती है। जिसके लिए ये कंपनियां विज्ञापनों और मीडिया के जरिए इसे अक्ट्रेक्टिव दिखाती हैं, जिससे लोग इसकी ओर आकर्षित होते हैं। इसलिए, इस साल की थीम यह बताने की कोशिश के लिए है कि स्मोकिंग किसी भी तरह से आकर्षक नहीं है, बल्कि यह आपके और आसपास के लोगों के लिए खतरनाक है।

नो स्मोकिंग डे का महत्व - Importance of No Smoking Day in Hindi

नो स्मोकिंग डे का उद्देश्य लोगों में स्मोकिंग के कारण बढ़ने वाले खतरे को बताना, उन्हें समझाना और स्मोकिंग छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, स्मोकिंग से हर साल लगभग 8 मिलियन लोगों की जान जाती है। इनमें से 1.2 मिलियन मौतें तो केवल स्मोकिंग के धुएं यानी secondhand स्मोक यानी किसी अन्य व्यक्ति द्वारा स्मोकिंग के संपर्क में आने से होती हैं। बाकी 7 मिलियन मौतें सीधे तंबाकू सेवन से होती हैं। इसलिए इस दिन का महत्व यह दिखाता है कि स्मोकिंग करने वाले ही नहीं बल्कि उनके आसपास रहने वाले लोगों के लिए भी खतरनाक है।

स्मोकिंग करने से क्या नुकसान होता है? - What Are The Side Effects Of Smoking in Hindi?

  • स्मोकिंग से दिल और ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचता है, जिससे हार्ट से जुड़ी बीमारी, हाई बीपी, दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
  • स्मोकिंग से कैंसर होने का जोखिम बढ़ जाता है, क्योंकि सिगरेट में मौजूद बेंजीन नाम का केमिकल ल्यूकेमिया जैसे कैंसर का कारण बन सकता है।
  • स्मोकिंग के कारण मोतियाबिंद होने का खतरा भी बढ़ जाता है, जिससे आपके आंखों की रोशनी भी जा सकती है।
  • स्मोकिंग करने वाले व्यक्ति को डायबिटीज होने की संभावना ज्यादा होती है।

Image Credit: Freepik

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