किडनी रोग भी हो सकते हैं वजन न बढ़ने की वजह, जानें अंडरवेट होने के 5 प्रमुख कारण

यदि आपकी बीएमआई 18.5 से कम है, तो इसका मतलब है कि आपका वजन कम है। यानी आप अंडरवेट हैं। हालांकि, वजन कम होने के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं जो आपके अंडरवेट होने के लिए जिम्‍मेदार हैं।
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किडनी रोग भी हो सकते हैं वजन न बढ़ने की वजह, जानें अंडरवेट होने के 5 प्रमुख कारण

आपकी बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) आपके लिए सही वजन बताने में आपकी मदद कर सकती है। अपने बीएमआई की गणना करने के लिए अपनी ऊंचाई (मीटर में) से अपने शरीर के वजन (किलोग्राम में) को विभाजित करें। 18.6 और 24.9 के बीच की बीएमआई एक स्वस्थ वजन होने के संकेत देता है। यदि आपकी बीएमआई 18.5 से कम है, तो इसका मतलब है कि आपका वजन कम है। यानी आप अंडरवेट हैं। हालांकि, वजन कम होने के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं जो आपके अंडरवेट होने के लिए जिम्‍मेदार हैं। इस लेख में हम आपको आपके दुबले-पतले होने के कारणों के बारे में विस्‍तार से बता रहे हैं। 

 

बीएमआई से जानें आप अंडरवेट हैं ये ओवरवेट

जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि आप अपनी ऊंचाई से अपने शरीर के वजन को विभाजित कर अपने शरीर का बॉडी मास इंडेक्‍स जान सकते हैं। यहां हम आपको बीएमआई की कुछ तय सीमाओं के बारे में बता रहे हैं, जिससे आप खुद के अंडरवेट, ओवरवेट और सामान्‍य वेट के बारें में पता लगा सकते हैं।  

  • अंडरवेट: 18.5 से कम 
  • सामान्‍य या हेल्‍दी वेट: 18.5 से 24.9
  • ओवरवेट: 25.0 से 29.9
  • मोटापा: 30 या उससे अधिक 

अंडरवेट होने के कारण (Reasons You Could Be Underweight) 

हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) 

शरीर द्वारा उत्पादित थायरोक्सिन हार्मोन को अक्सर शरीर का 'कंडक्टर' या 'ऑर्केस्ट्रा' माना जाता है। यदि थायरोक्सिन का स्तर सामान्य है, तो इसका मतलब है कि आपका मेटाबॉलिज्‍म, ऊंचाई और वजन नियंत्रित है। यदि थायरॉयड ग्रंथि का कार्य बाधित हो जाता है, तो शरीर का मेटाबॉलिज्‍म, दिल की धड़कन और तापमान विक्षिप्त हो जाता है, जिससे वजन कम होता है।

किडनी रोग (Kidney Disease) 

किडनी या गुर्दे की समस्या भी वजन कम होने का कारण बनता है। इसमें पेशाब में बदलाव होता है। आपको बार-बार टॉयलेट जाना पड़ सकता है। आप वाटर रिटेंशन, मतली और उल्टी, थकान, त्वचा पर चकत्ते और खुजली, मुंह में किसी धातु का स्वाद, और सांस में अमोनिया की गंध का अनुभव करेंगे। ऐसी स्थिति में बुखार के साथ भूख की कमी से वजन घटता है। 

भोजन विकार (Eating Disorders) 

ईटिंग डिसऑर्डर यानी भोजन विकार अमेरिका में बहुत सामान्‍य है, यहां 100 युवाओं में 1 या 2 व्‍यक्ति इससे ग्रसित है। भोजन विकारों में एनोरेक्सिया नर्वोसा और बुलीमिया नर्वोसा प्रमुख है। अन्‍य कारण की बात करें तो, जल्‍दी-जल्‍दी भोजन करना, बॉडी इमेज डिऑर्डर, फूड फोबिया है।  

एनोरेक्सिया से पीड़ित लोगों को अत्यधिक वजन बढ़ने का डर होता है और उनके शरीर के बारे में विकृत दृष्टिकोण होता है। वे आम तौर पर छोटी मात्रा में भोजन करते हैं या खाते हैं और अत्यधिक काम करते हैं। बुलिमिया वाले लोग बड़ी मात्रा में भोजन करते हैं और फिर इसे उल्टी करते हैं। इससे वजन में उतार-चढ़ाव होता है।

वंशानुगत कारक (Hereditary Factors) 

किसी व्यक्ति में वजन में परिवर्तन उसके व्यवहार, पर्यावरण और आनुवंशिक कारकों पर निर्भर करता है। बार-बार के प्रयासों के बावजूद वजन बढ़ाने में असमर्थ व्यक्ति को आनुवंशिक कारकों के प्रभाव को समझना चाहिए। यदि आपके माता-पिता कम वजन वाले हैं, तो इस बात की संभावना अधिक है कि आप भी कम वजन वाले हो सकते हैं।

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अवसाद (Depression) 

वजन कम होने के लिए अवसाद प्रमुख मनोवैज्ञानिक कारणों में से एक है। यह भूख की कमी की ओर जाता है और वजन घटाने का कारण बनता है। इससे पहले कि यह आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करने लगे आपको मानसिक तनाव और अवसाद को कम करने के लिए किसी चिकित्‍सक की सलाह लेने की आवश्यकता है। 

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ट्यूबरक्लोसिस (Tuberculosis)

ट्यूबरक्लोसिस को तपेदिक भी कहते हैं। वजन घटाने, खांसी, रात को पसीना और अत्यधिक थकान इसके लक्षण हैं। यदि ट्यूबरक्लोसिस के कारण तेजी से वजन कम होता है, तो आपको तत्काल उपचार कराने की आवश्यकता है।

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