Vomiting Due to Coughing: सर्दी-जुकाम और खांसी आना एक आम समस्या है। हर किसी व्यक्ति को कभी न कभी इस समस्या का सामना करना पड़ता है। फेफड़ों में संक्रमण, बलगम आदि जमा होने के कारण खांसी आती है। खांसी आमतौर पर कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाती है। कुछ स्थितियों में सामान्य दवा, सिरप और घरेलू नुस्खों को अपनाने से भी खांसी ठीक हो जाती है। लेकिन कुछ लोगों को लंबे समय तक खांसी की समस्या बनी रहती है। ऐसे लोगों की परेशनियां आमतौर पर ज्यादा रहती है। कुछ लोगों को खांसी आने के कारण उल्टी भी आ जाती है। क्या आप जानते हैं खांसी आने पर उल्टी क्यों होती है? आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं आखिर यह समस्या क्यों होती है और इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए?
खांसी आने पर उल्टी होने के कारण
आमतौर पर कफ जमा होने, सर्दी-जुकाम और इन्फेक्शन आदि होने पर खांसी आने की समस्या हो सकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं, लगातार लंबे समय तक खांसी आना सामान्य नहीं है। आमतौर पर यह कहा जाता है, लगातार एक सप्ताह से ज्यादा समय तक बलगम और खांसी आना गंभीर होता है। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, "खांसी आते समय उल्टी जैसा फील होना या खांसी के दौरान उल्टी आना सामान्य नहीं है। खांसी आने पर उल्टी होने का कारण संक्रमण, अस्थमा, निमोनिया समेत पेट से जुड़ी समस्याओं का संकेत हो सकता है।"
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खांसी के साथ उल्टी होने के मुख्य कारण इस तरह से हैं-
तेज खांसी: लगातार या तेज खांसी डायाफ्राम (Diaphragm) में दिक्कत कर सकती है। यह पेशी सांस लेने में मदद करती है और पेट को छाती से अलग करती है। जब डायाफ्राम बार-बार सिकुड़ता है, तो यह पेट के अंदर दबाव बढ़ा सकता है, जिससे उल्टी हो सकती है।
श्वसन से जुड़े संक्रमण: जुकाम, फ्लू, या ब्रोंकाइटिस जैसे श्वसन संबंधी संक्रमण खांसी और उल्टी दोनों पैदा कर सकते हैं। इन संक्रमणों के कारण म्यूकस का उत्पादन बढ़ जाता है, इससे खांसी ट्रिगर होती है। साथ ही, संक्रमण के कारण पेट खराब हो सकता है, जिससे उल्टी हो सकती है।
गैस्ट्रोएसोफागियल रिफ्लक्स रोग (GERD): गैस्ट्रोएसोफागियल रिफ्लक्स रोग (GERD) एक ऐसी स्थिति है जिसमें पेट का एसिड वापस एसोफेगस (Esophagus) में चला जाता है। इससे सीने में जलन और खट्टा डकार जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खांसी कभी-कभी GERD का एक लक्षण भी हो सकती है। जब खांसी होती है, तो यह एसिड को वापस एसोफेगस में धकेल सकती है, जिससे जलन और उल्टी हो सकती है।
अस्थमा: अस्थमा के कारण भी आपको खांसते समय उल्टी की समस्या हो सकती है। इसकी वजह से आपके वायुमार्ग संकुचित हो जाते हैं, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है। अस्थमा का दौरा पड़ने पर तेज खांसी हो सकती है, जो उल्टी का कारण बन सकती है।
निमोनिया: निमोनिया फेफड़ों का एक संक्रमण है। इससे खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ और सीने में दर्द जैसे लक्षण हो सकते हैं। तेज खांसी और संक्रमण के कारण उल्टी हो सकती है।
खांसी के साथ उल्टी आने पर क्या करें?
खांसी के कारण उल्टी आने की समस्या को सामान्य समझकर नजरअंदाज करने से बचना चाहिए। इस स्थिति से बचने के लिए आप नीचे बताई गई चीजों का ध्यान रखें-
- हाइड्रेटेड रहें: उल्टी से शरीर में तरल पदार्थों की कमी हो सकती है। इसलिए, छोटे-छोटे घूंटों में बार-बार पानी या इलेक्ट्रोलाइट युक्त घोल (Electrolyte Yukt Ghol) पीते रहें।
- आराम करें: अपने शरीर को आराम दें। लेट जाएं और जितना हो सके आराम करें।
- छोटे-छोटे भोजन खाएं: एक बार में ज्यादा खाने से उल्टी हो सकती है। इसलिए, थोड़ी-थोड़ी मात्रा में बार-बार भोजन करें।
- ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें: शुष्क हवा खांसी को बढ़ा सकती है। ह्यूमिडिफायर कमरे में हवा में नमी बढ़ाता है, जिससे खांसी से राहत मिल सकती है।
- गर्म पानी और नमक से गरारा: गर्म पानी में थोड़ा सा नमक मिलाकर गरारे करने से गले को आराम मिल सकता है और खांसी कम हो सकती है।
- भाप लेना: गर्म पानी के भाप में सांस लेने से भी गले को आराम मिलता है और खांसी कम हो सकती है।
- अदरक: अदरक में पाए जाने वाले तत्व पेट को शांत करने में मदद करते हैं। आप अदरक की चाय पी सकते हैं या भोजन में कद्दूकस किया हुआ अदरक डाल सकते हैं।
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कुछ स्थितियों में, खांसी के साथ उल्टी होना गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। अगर आपको खांसी और उल्टी के अलावा खून के साथ उल्टी हो रही है या तेज बुखार है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इस स्थिति को नजरअंदाज करना जानलेवा हो सकता है।
(Image Courtesy: freepik.com)
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