Varicose Veins Treatment at Home in Hindi: वैरिकाज वेन्स की समस्या तब होती है, जब किसी व्यक्ति की नसों में खून जमा हो जाता है। इसकी वजह से नसें बड़ी हो जाती हैं और उभरी हुई दिखाई देती हैं। वैरिकाज नसों का रंग नीला, बैंगनी या लाल दिखाई दे सकता है।
वैरिकाज वेन्स दर्दनाक होता है, इसकी वजह से व्यक्ति को चलने-फिरने में मुश्किल आ सकती है। यह समस्या पैरों के निचले हिस्से में अधिक देखने को मिलती है। वैरिकाज नसें (Varicose Veins in Hindi) महिलाओं को अधिक प्रभावित कर सकती है। गर्भावस्था, मेनोपॉज, अधिक उम्र और मोटापा को वैरिकाज नसों के कारण माने जाते हैं।
वैरिकाज नसों की में व्यक्ति को पैरों में दर्द और भारीपन महसूस हो सकता है। पैरों में सूजन भी नजर आ सकती है। वैरिकाज की समस्या पूरी दिनचर्या को प्रभावित कर सकती है। ऐसे में समय रहते वैरिकाज नसों का इलाज (Varicose Naso ka ilaj) करवाना बहुत जरूरी होता है। वैसे तो वैरिकाज नसों का इलाज डॉक्टर की कर सकते हैं। लेकिन आप चाहें तो वैरिकाज नसों का घरेलू उपचार भी आजमा सकते हैं। लेकिन वैरिकाज वेन्स का घरेलू इलाज कितना असरदार है, इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है।
वैरिकाज नसों के लिए घरेलू उपचार- How to Get Rid of Varicose Veins Naturally in Hindi
रेगुलर एक्सरसाइज करें
वैरिकाज वेन्स के घरेलू उपाय: रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि रेगुलर एक्सरसाइज से वैरिकाज नसों का इलाज (Varicose naso ka ilaj) किया जा सकता है। दरअसल, नियमित एक्सरसाइज करने से पैरों में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इससे पैरों की नसों में खून जमा नहीं होता है और हृदय तक आसानी से पहुंच जाता है। वैरिकाज वेन्स का घरेलू इलाज करने के लिए आप साइकलिंग, स्विमिंग, वॉकिंग और योग आदि कर सकते हैं।
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रोजाना मालिश करें
रोजाना पैरों की मालिश करने से भी वैरिकाज नसों का उपचार (Malish se Thik Kare Varicose Veins) संभव हो सकता है। वैरिकाज नसों को ठीक करने के लिए आप जैतून के तेल से पैरों की मालिश कर सकते हैं। पैरों की मालिश करने से रक्त प्रवाह बेहतर होता है। लेकिन मालिश हमेशा हल्के हाथों से करें। मालिश करते हुए दबाव न बनाएं, इससे टिश्यू डैमेज हो सकते हैं।
वजन कम करे
मोटापा वैरिकाज नसों का कारण हो सकता है। ऐसे में वैरिकाज नसों का इलाज करने के लिए वजन को कम (Varicose Veins Thik Krne ke Liye Vajan Kam Karen) करना फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, वजन कम करने पर नसों पर कम दबाव पड़ेगा। साथ ही रक्त का प्रवाह भी बाधित नहीं होगा। वजन कंट्रोल करके वैरिकाज नसों की समस्या को बढ़ने से रोका जा सकता है। हेल्दी वेट (Healthy Weight in Hindi) के लिए अच्छी डाइट और एक्सरसाइज करें।
फ्लेवेनोएड रिच डाइट लें
वैरिकोज नसों का घरेलू इलाज करने के लिए आप अपनी डाइट में फ्लेवेनोएड रिच फूड्स शामिल कर सकते हैं। फ्लेवेनोएड शरीर में रक्त प्रवाह को बेहतर करता है। साथ ही ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल रखता है। फ्लेवेनोएड रिच फूड्स रक्त वाहिकाओं को आराम पहुंचाते हैं, इससे उभरी हुई या नीली नसों से भी आराम मिल सकता है। पालक, खट्टे फल, लहसुन, चैरी और ब्रोकली फ्लेनोएड्स से भरपूर होते हैं।
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बर्फ लगाएं
बर्फ से सिकाई करके भी वैरिकाज नसों की समस्या से राहत मिल सकती है। इसे घर पर वैरिकाज नसों का इलाज करने का आसान तरीका माना जाता है। इसके लिए आप एक बर्फ का टुकड़ा लें। इसे एक कपड़े पर लपेटें और फिर हल्के हाथों से पैरों पर लगाएं। लेकिन वैरिकाज नसों पर बर्फ का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की राय जरूर लें।
अखरोट, अजवाइन और कई अन्य घरेलू उपायों से भी वैरिकाज वेन्स का इलाज किया जा सकता है। लेकिन वैरिकाज नसों के लिए घरेलू उपचार बहुत अधिक कारगर नहीं होता है। इसलिए अगर आपको पैरों पर वैरिकाज के लक्षण (Varicose Symptoms in Hindi) नजर आते हैं, तो इस स्थिति को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।