चाहे कोराना वायरस हो, चाहे हेपेटाइटिस या फिर कोई अन्य बीमारियों से बचाव करने के लिए वैक्सीनेशन कराना बेहद जरूरी होता है। वैक्सीन लगवाने से बहुत से लोगों की जान बचाई जा सकती है। इससे मौत होने का खतरा काफी कम हो जाता है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसके मुताबिक पिछले 50 सालों में दुनियाभर में वैक्सीनेशन ने 154 मिलियन यानि 15 करोड़ से भी ज्यादा लोगों की जान बचाई है। कोविड के बाद से वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया तेजी से बढ़ी थी।
हर मिनट बचती है 6 लोगों की जान
यूएन हेल्थ एजेंसी के मुताबिक पिछले 50 सालों से वैक्सीनेशन की वजह से हर मिनट 6 लोगों की जान बचती है। हाल ही में लांसेट में प्रकाशित हुई एक स्टडी के मुताबिक विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 14 ऐसी वैक्सीन पर जोर दिया है, जिनका लोगों पर अच्छा प्रभाव पड़ा है। डब्ल्यूएचओ के चीफ Tedros Adhanom Ghebreyesus ने मीडिया से हुई एक बातचीत में बताया कि 50 साल पहले ऐसी सुविधा नहीं थी कि, वैक्सीन लगाकर बच्चों को बीमार होने के खतरे से बचाया जा सकता था। आज के समय में यह खतरा कम हो गया है।
40 प्रतिशत कम होता है मरने का खतरा
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो वैक्सीन लगवाने के बाद बच्चों में मरने के खतरे को 40 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। वैक्सीन केवल एक बीमारी में नहीं, बल्कि पोलियो, मीसल्स जैसी अन्य भी कई बीमारियों के खतरे को कम करती है।
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वैक्सीन लगवाना क्यों है जरूरी?
- वैक्सीन लगवाना आज के समय में काफी जरूरी हो गया है।
- वैक्सीन लगवाने से शरीर में इफेक्शन से बचाने वाली एंटीबॉडीज बनती हैं।
- इससे शरीर में होने वाले इंफेक्शन का भी खतरा काफी कम होता है।
- वैक्सीन लगवाने से शरीर में बनने वाले बैक्टीरिया और वायरस का खतरा काफी कम होता है।
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