How Can Organ Donation Can Save Life in Hindi: इंसान के मरने के बाद उसके शरीर के ऑर्गन्स भी मर जाते हैं, लेकिन आजकल ऑर्गन डोनेशन करके अपने अंगों को जिंदा रखा जा सकता है। ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद के इंदरापुरम से सामने आया है। जहां, एक परिवार ने 72 वर्ष की बुजुर्ग महिला के मरने के बाद उनके शरीर के अंगों को दान देकर 3 लोगों की जिंदगी बचाई है। दरअसल, महिला का ब्रेन डेड हो चुका था। डॉक्टरों द्वारा महिला का ब्रेन डेड घोषित किए जाने पर उनकी दो बोटियों ने यह फैसला लिया। दरअसल, 3 मरीजों को ऑर्गन ट्रांसप्लांट की तत्काल जरूरत थी। हालांकि, बुजुर्ग महिला के ऑर्गन पाकर उनकी जान बच गई।
अंग दान क्यों है जरूरी?
ऑर्गन डोनेशन या अंग दान आज के समय में जीवित रहने की एक नई उम्मीद बन गया है। ऑर्गन दान देकर अब मरीजों की जान आसानी से बचाई जा सकती है। कई बार कुछ कारणों या बीमारियों के चलते व्यक्ति के शरीर के अंग जैसे लिवर, किडनी, बोन मैरो आदि खराब हो जाते हैं या काम करना बंद कर देते हैं। ऐसे में मरीज की जान बचा पाना मुश्किल साबित हो जाता है। इस स्थिति में अगर कोई चाहे तो वह अपने शरीर के यह अंग दान देकर मरीज की जान बचा सकता है। आमतौर पर जब डॉक्टर ब्रेन डेड घोषित कर देते हैं तो भी दिल की धड़कनें बंद नहीं होती हैं। ऐसे लोग अपने ऑर्गन डोनेट करके लोगों की जान बचा सकते हैं।
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कैसे कर सकते हैं ऑर्गन डोनेट?
ऑर्गन डोनेट करने के लिए आपको कुछ प्रावधानों से होकर गुजरना पड़ता है। इसके लिए आपकी उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए। ऑर्गन डोनेट करने के लिए आपको डोनर कार्ड बनवाना होता है। ह्यूमन ऑर्गंस एक्ट एंड रूल्स के तहत ऑर्गन डोनेशन किया जाता है। ऑर्गन डोनेट करने से पहले आप डोनर सेंटर जाकर काउंसलिंग ले सकते हैं या अपने डॉक्टर की भी सलाह ले सकते हैं। हालांकि, आज के समय में यह प्रक्रिया काफी आसान हो गई है।
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