प्रग्नेंसी में महिलाओं को कई तरह के लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान पहली तिमाही से ही महिला को अपने और बच्चे के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखने की जरूरत होती है। प्रेग्नेंसी के समय किसी भी तरह की लापरवाही महिला और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ महिलाओं के मन में प्लाज्मा डोनेट करने का प्रश्न उठ सकता है। दरअसल, प्लाज्मा हमारे रक्त का एक हिस्सा होता है। इसमें ब्लड प्रेशर, सेलुलर कार्य को सपोर्ट करने वाले इलेक्ट्रोलाइट्स और प्रोटीन मौजूद होते हैं। इस लेख में आगे स्री रोग विशेषज्ञ विभा बंसल से जानते हैं कि क्या प्रेग्नेंसी में महिलाएं प्लाज्मा को डोनेट कर सकती हैं? साथ ही, इससे जुड़ी समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
क्या प्रेग्नेंसी में महिलाएं प्लाज्मा डोनेट कर सकती हैं? - Can Pregnant Women Donate Plasma In Hindi
कई डॉक्टर्स का मानना है कि गर्भावस्था में महिलाओं को प्लाज्मा डोनेट नहीं करना चाहिए। वैसे, तो इस विषय पर अधिक रिसर्च मौजूद नहीं है। लेकिन, प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में पल रहे बच्चे को मां के शरीर से ही रक्त व अन्य पोषक तत्व मिलते हैं। ऐसे में हेल्थलाइन के अनुसार प्लाज्मा डोनेट करने से महिलाओं को एनीमिया का खतरा हो सकता है। एनीमिया होने से बच्चे और मां को अन्य समस्याएं हो सकती हैं। रक्त में मौजूद कोशिकाएं महिलाओं की इम्यून सिस्टम को सपोर्ट करने का काम करते हैं। इस दौरान प्लाज्मा के डोनेट करने से इम्यून सिस्टम पर विपरीत असर पड़ सकता है।
क्या स्तनपान कराने वाली महिलाएं प्लाज्मा डोनेट कर सकती हैं?
डब्लूएचओ के अनुसार स्तनान कराने वाली महिलाओं को ब्लड व प्लाज्मा डोनेट नहीं करना चाहिए। इस दौरान प्लाज्मा डोनेट करने से महिलाओं का स्तनपान पर असर पड़ सकता है। इसके कई हानिकारक प्रभाव हो सकते हैं, जैसे - इलेक्ट्रोलाइटस में कमी होना और शरीर में डिहाइड्रेशन होना। इसकी वजह से दूध बनने में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
गर्भावस्था में एनीमिया से बचाव के उपाय - Tips For Anemia During Pregnancy In Hindi
प्रेग्नेंसी में एनीमिया से बचाव के लिए आपको डाइट में कुछ आवश्यक बदलाव करने की सलाह दी जाती है।
- प्रेग्नेंसी में चुकंदर से आप आयरन की कमी को पूरा कर सकते हैं। इससे शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर तेजी से बढ़ता है। प्रेग्नेंसी की शुरुआत से ही महिला को डाइट में चुकंदर को शामिल करना चाहिए।
- खजूर, बादाम, अखरोट, पिस्ता, किशमिश व काजू आदि नट्स और ड्राई फ्रूट्स में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इन्हें प्रेग्नेंसी डाइट में शामिल कर आप खून की कमी को दूर कर सकती हैं।
- इसके साथ ही अनार का जूस पीने से शरीर में होने वाली खून की कमी को दूर किया जा सकता है। गर्भवस्था में महिलाओं को करीब 100 से 200 ग्राम अनार का सेवन अवश्य करना चाहिए।
- पालक में सोडियम, कैल्शियम, क्लोरीन और फास्फोरस आदि पोषक तत्व मौजूद होते हैं। यह सभी शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही, गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास में भी मदद करते हैं।
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प्रेग्नेंसी में महिला को बच्चे के विकास के लिए अतिरिक्त रक्त की आवश्यकता होती है। ऐसे में महिलाओं को रक्त व प्लाज्मा डोनेट करने के लिए माना किया जाता है। अगर, किसी महिला को प्रेग्नेंसी में थकान व कमजोरी हो रही है तो यह रक्त से जुड़ी समस्या हो सकती है। ऐसे में आप तुरंत नजदीकी स्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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