कोरोनावायरस के कारण पूरी दुनिया सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करते हुए "स्टे-एट-होम" आदेशों का पालन कर रही है। वहीं कोरोना के चलते आज हमारे पास साफ-सफाई से लेकर शॉपिंग तक के लिए नियम-कानून है, जिसे फॉलो करते हुए हम थक गए हैं, पर अब हम में इसकी आदत डाल लेनी चाहिए। वहीं एक सवाल और है कि कोरोना से बचने के लिए हम खुद को और अपने प्रियजनों को क्या खिलाएं? ऐसे में यूनिसेफ ने कोरोनोवायरस महामारी के बीच बेहतर स्वास्थ्य के लिए डाइट से जुड़े कुछ सुझाव दिए हैं, जो कोरोना काल में हेल्दी रहने में मददगार साबित हो सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
कोरोना काल में डाइट को लेकर यूनिसेफ की गाइडलाइन्स
आहार में फल और सब्जियां शामिल करें
कोरोना के कारण जब हमें अपने घरों में ही रहना पड़ रहा है, तो हमें बहुत ज्यादा ताजे फल और सब्जियां सुलभ हो रही है। ऐसे में यूनिसेफ की मानें, तो संभव हो, तो हमें जितना संभव हो उतना फल और सब्जियां स्टॉक करने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही उन्हें लंबे समय तक बचा कर रखने के लिए आधा पका करके या उनमें से कुछ को फ्रीज या रेफ्रिजरेट कर के स्टोर कर सकते हैं। आप ताजा उपज के साथ सूप या लंबे समय तक चहले वाले व्यंजनों को बना कर रख सकते हैं। इस तरह आपको जब इनकी जरूरत हो आप इन्हें गर्म करके इस्तेमाल कर सकें।
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ताजी चीजें अनुपलब्ध हो, तो सूखे या डिब्बाबंद उत्पाद का उपयोग करें
अगर आपको ताजा प्याज न मिल पा रहा हो तो समान रूप से स्वस्थ विकल्प प्राप्त करने में कोई बुराई नहीं है। हालांकि विटामिन, खनिज, ओमेगा -3 फैटी एसिड और अन्य पोषक तत्व ताजा उपज में पाए जाते हैं, लेकिन इनका सेवन डिब्बाबंद प्यूरी आदि से भी किया जा सकता है। प्याज के अलावा बीन्स, डिब्बाबंद मछली, टमाटर प्यूरी, जमे हुए मटर जैसे चीजों का भी प्रयोग कर सकते हैं। बीन्स, दालें और अनाज जैसे चावल, क्विनोआ आदि लंबे समय तक चलने वाले और पौष्टिक आहार होते हैं। दूध या पानी से पकाए गए ओट्स अच्छे नाश्ते के विकल्प हैं और इन्हें फलों, नट्स, बीज और अन्य स्वस्थ खाद्य पदार्थों के साथ मिलाया जा सकता है।
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स्नैक्स के लिए
स्नैकिंग हमारे दैनिक आहार में महत्वपूर्ण है। खासकर हमारे बच्चों के लिए ये बहुत जरूरी है। चिप्स और फ्राई के बजाय, अपने किचन को रोस्टेड नट्स, पीनट बटर, चीज़, फ्रूट-फ्लेवर्ड योगर्ट और अन्य स्नैक के विकल्प के साथ स्टॉक करें, जो स्वास्थ्यवर्धक हो और अधिक पौष्टिक गुणों से भरपूर हो। यह बच्चों में खाने की आदतों को हेल्दी बनाने में मदद करता है, जो जीवन के लिए उन्हें इन स्वस्थ आदतों में ढाल सकता है।
प्रोसेस्ड फूड का सेवन कम करें
जबकि ताजी चीजें हमेशा आपको उपलब्ध नहीं है, तो यूनिसेफ सुझाव देता है कि आप प्रोसेस्ड फूड जैसे कि रेडी टू ईट मील, पैकेज्ड फूड और डेसर्ट का सेवन सीमित करें। ये सभी संतृप्त वसा, शुगर और नमक में उच्च होते हैं, इसलिए अगर आप उन्हें खरीदते हैं, तो लेबल की जांच करें और इन पदार्थों से कम वाले स्वस्थ विकल्पों को खोजने का प्रयास करें। जितना हो सके अधिक शुगर वाली चीजों को खाने-पाने से बचें। इसके बजाय, घर पर बहुत सारा पानी पिएं या स्वास्थ्यवर्धक पेय बनाएं। नींबू, ककड़ी या जामुन जैसे पानी से भरे हुए फलों और सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें और अपने आप को हाइड्रेट रखने की कोशिश करें।
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खाना अपने परिवार के साथ खाएं ताकि आपको अच्छा महसूस हो
खाना पकाने और एक साथ खाना खाने से आपको खुशी मिल सकती है। वहीं खाना पकाने की प्रक्रिया में अपने परिवार को शामिल करके एक मजेदार दिनचर्या बनाएं। बच्चों को भोजन बनाने में शामिल करें। छोटे बच्चे खाद्य पदार्थों को धोने या छांटने में मदद कर सकते हैं जबकि बड़े लोग अधिक जटिल कार्यों को संभाल सकते हैं और टेबल सेट करने में मदद कर सकते हैं। इस तरह एक स्वस्थ आहार का पालन करें और अपने परिवार के साथ खाने की चीजें सेट करने का प्रयास करें। इस तरह दिन की संरचना और दिनचर्या इस महामारी के मुश्किल समय में आपको और आपके परिवार को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने में मदद करेगा।
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