अस्थमा एक दीर्घकालिक श्वसन रोग है जो लाखों लोगों को प्रभावित करता है। इसमें रोगी की श्वास नली संकरी हो जाती है और उसमें सूजन या बलगम जमने से सांस लेने में परेशानी होने लगती है। जब यह स्थिति अचानक बिगड़ती है, तो इसे अस्थमा अटैक कहा जाता है, जो आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। इस बीमारी को कंट्रोल करने में सबसे अहम भूमिका इनहेलर निभाते हैं, जो फेफड़ों तक दवा को सीधे पहुंचाकर तुरंत राहत देते हैं। हालांकि, कई बार मरीज इनहेलर का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पाते, जिससे दवा का पूरा असर नहीं होता और लक्षणों पर कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। इनहेलर एक आसान मशीन जैसी दिखती है, लेकिन इसका असर तभी होता है जब इसे सही समय, स्थिति और तरीके से इस्तेमाल किया जाए। मरीजों को डॉक्टर से इनहेलर को इस्तेमाल करने का तरीका जानना चाहिए। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपने इनहेलर का सही तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं, ताकि दवा का पूरा लाभ मिल सके। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
इनहेलर का इस्तेमाल करने से पहले किन बातों का ख्याल रखें?- Tips to Know Before Using Asthma Inhaler
अस्थमा (Asthma) की बीमारी में इनहेलर का इस्तेमाल शुरू करने से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे-
- सबसे पहले, यह सुनिश्चित करें कि इनहेलर एक्सपायर्ड, तो नहीं है। हर बार इस्तेमाल से पहले एमडीआई इनहेलर को अच्छे से 10-15 बार हिलाएं ताकि दवा बराबर रूप से मिल जाए।
- अगर आप पहली बार इनहेलर का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट से इसके इस्तेमाल की विधि सीखें।
- साथ ही दवा लेने का सही समय जानना भी जरूरी है, जैसे- कुछ इनहेलर केवल जरूरत पड़ने पर लिए जाते हैं, जबकि कुछ को नियमित रूप से लेना होता है।
- मुंह की सफाई भी जरूरी है क्योंकि दवा मुंह के रास्ते जाती है। इससे इंफेक्शन की संभावना कम होती है और दवा का असर बढ़ता है।
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अस्थमा इनहेलर का सही तरीके से इस्तेमाल करने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड- How to Use Asthma Inhaler
अस्थमा के इलाज में कई प्रकार के इनहेलर इस्तेमाल किए जाते हैं, जिनमें से सबसे कॉमन ये 2 हैं- मीटर्ड-डोज इनहेलर और ड्राई पाउडर इनहेलर। इन्हें इस्तेमाल करने का तरीका जान लें-
मीटर्ड-डोज इनहेलर- Metered Dose Inhaler
- इनहेलर को अच्छी तरह हिलाएं।
- कैप हटाकर मुंह से गहरी सांस बाहर छोड़ें।
- इनहेलर को होंठों के बीच फिट करें।
- इनहेलर दबाते हुए धीरे-धीरे गहरी सांस अंदर लें।
- सांस अंदर लेने के बाद 10 सेकंड तक रोकें।
- फिर धीरे-धीरे सांस बाहर निकालें।
- अगर दूसरी डोज़ लेनी हो, तो 1 मिनट का अंतर रखें।
ड्राई पाउडर इनहेलर- Dry Powder Inhaler
- डिवाइस खोलकर दवा को लोड करें।
- मुंह से बाहर सांस छोड़ें।
- मुंह में इनहेलर लगाकर तेजी से गहरी सांस लें।
- सांस 8-10 सेकंड तक रोककर रखें।
- धीरे-धीरे सांस छोड़ें और डिवाइस को बंद कर दें।
- इन स्टेप्स की प्रैक्टिस रोज करें ताकि दवा सही मात्रा में फेफड़ों तक पहुंच सके।
स्पेसर का इस्तेमाल- Use of Spacer with Inhaler
स्पेसर एक प्लास्टिक ट्यूब होता है जो एमडीआई इनहेलर से जोड़ा जाता है। यह दवा को फेफड़ों तक ले जाने के लिए ज्यादा असरदार बनाता है, खासतौर पर बच्चों और बुज़ुर्गों के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। स्पेसर दवा को सांस लेने के समय इकट्ठा करता है और फिर आप इसे आसानी से सांस के साथ अंदर ले सकते हैं। स्पेसर से सांस लेते समय, मुंह को स्पेसर से लगाकर 4-5 बार धीरे-धीरे सांस लेना चाहिए। इसके बाद स्पेसर को साफ कपड़े से पोंछें या हल्के साबुन से धोएं।
इनहेलर के इस्तेमाल से जुड़ी जरूरी बातें
- इनहेलर के इस्तेमाल के बाद मुंह में दवा के अंश रह सकते हैं, जिससे फंगल इंफेक्शन का खतरा रहता है। इससे बचने के लिए हर बार इनहेलर का इस्तेमाल करने के बाद कुल्ला करें या पानी पिएं। विशेष रूप से स्टेरॉइड वाले इनहेलर के इस्तेमाल के बाद मुंह की सफाई जरूरी की जानी चाहिए।
- इसके अलावा इनहेलर को ड्राई और ठंडी जगह पर रखें, और बच्चों की पहुंच से दूर रखें।
- इनहेलर और स्पेसर को हफ्ते में एक बार साफ जरूर करें।
- अक्सर मरीज इनहेलर को बिना हिलाए इस्तेमाल करते हैं, या दवा छोड़ते समय सांस सही तरह नहीं लेते। कई बार वे सांस को पर्याप्त देर तक रोके बिना ही छोड़ देते हैं, जिससे दवा का असर घट जाता है। इसलिए इनहेलर को इस्तेमाल करने की तकनीक की जानकारी जरूर लें।
- मरीज को हर 3 से 6 महीने में एक बार डॉक्टर या नर्स से इनहेलर तकनीक को सीखना चाहिए। इससे न सिर्फ अस्थमा के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद मिलती बल्कि दवा की जरूरत भी कम हो सकती है।
इनहेलर का सही इस्तेमाल अस्थमा जैसी गंभीर समस्या को कंट्रोल करके आपको राहत दे सकता है। अगर आपको लगता है कि इनहेलर से राहत नहीं मिल रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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FAQ
ज्यादा इनहेलर लेने से क्या होता है?
जरूरत से ज्यादा इनहेलर लेने से दिल की धड़कन तेज होना, कंपकंपी, सिरदर्द, बेचैनी और ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। बार-बार इनहेलर लेने की जरूरत महसूस हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह लें क्योंकि यह अस्थमा बिगड़ने का संकेत हो सकता है।क्या अस्थमा 100 प्रतिशत ठीक हो सकता है?
अस्थमा को पूरी तरह ठीक करना फिलहाल संभव नहीं है, लेकिन इसे कंट्रोल किया जा सकता है। नियमित दवा, बचाव और सही जीवनशैली अपनाकर मरीज सामान्य जीवन जी सकते हैं।अस्थमा में इनहेलर नहीं लेने से क्या होता है?
इनहेलर न लेने से सांस फूलना, खांसी, सीने में जकड़न और अस्थमा अटैक हो सकता है। लंबे समय तक दवा छोड़ने से फेफड़ों को नुकसान पहुंच सकता है।इनहेलर दिन में कितनी बार ले सकते हैं?
इनहेलर की मात्रा उसके टाइप पर निर्भर करती है। कंट्रोलर इनहेलर (जैसे स्टेरॉइड वाले इनहेलर को आमतौर पर दिन में 1-2 बार लिए जाते हैं, जबकि रिलीवर इनहेलर जरूरत पड़ने पर ही लिए जाते हैं।