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अधिक एक्सरसाइज का पीरियड्स पर क्या असर पड़ता है, जानें डॉक्टर से

Can Too Much Exercise Affect Period In Hindi: ओवर एक्सरसाइज करना हमारे ओवर ऑल हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे पीरियड्स भी बाधित होते हैं। जानें, पीरिड्स पर ओवर एक्सरसाइज के प्रभाव के बारे में-
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अधिक एक्सरसाइज का पीरियड्स पर क्या असर पड़ता है, जानें डॉक्टर से


Can Exercising More Affect Your Period In Hindi: एक्सरसाइज करना सबके लिए फायदेमंद होता है। मौजूदा समय में ज्यादातर लोग शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं हैं। कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बैठे-बैठे 9-10 घंटे बीत जाते हैं। ऐसे में मोटापा, मांसपेशियों में तकलीफ, हड्डियों में कमजोरी जैसी कई बीमारियों का जोखिम बढ़ रहा है। इस तरह की समस्या से बचने के लिए डॉक्टर्स सलाह देते हैं कि हर व्यक्ति को नियमित रूप से एक्सरसाइज करना चाहिए। इससे वे शारीरिक रूप से एक्टिव रहते हैं और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है। बहरहाल, कई बीमारियों या मेडिल कंडीशंस में भी एक्सपर्ट एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं, जैसे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर आदि। महिलाओं के लिए भी एक्सरसाइज को लाभकारी माना जाता है। प्रेग्नेंसी और पीरियड्स ऐसी स्थिति में भी एक्सरसाइज करने के कई फायदे होते हैं। जैसे पीरियड्स में एक्सरसाइज करने से पीरियड क्रैंप्स दूर होते हैं, कमर दर्द दूर होता है और ब्लीडिंग के फ्लो में भी सुधार होता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि अगर पीरियड्स के दिनों में ओवर एक्सरसाइज किया जाए, तो इससे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। इस बारे में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की।

ओवर एक्सरसाइज का पीरियड्स पर क्या असर पड़ता है?- Too Much Exercise Effects On Periods In Hindi

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इसमें कोई दो राय नहीं है कि पीरियड्स के दौरान महिलाओं को माइल्ड एक्सरसाइज जरूर करना चाहिए। इससे कई तरह के शारीरिक-मानसिक लाभ मिलते हैं। लेकिन, जैसा कि आप जानते होंगे कि अति किसी भी चीज की बुरी होती है। इसी तरह, पीरियड्स के दिनों में ओवर एक्सरसाइज करना भी बुरा होता है। आखिर ओवर एक्सरसाइज करने से पीरियड्स पर इसका क्या असर पड़ता है? इस बारे में डॉक्टर का कहना है, ‘ओवर एक्सरसाइज करने से बॉडी फैट के स्तर में कमी आती है। इससे हार्मोन के संतुलन पर बुरा असर पड़ता है। एक ओर कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, वहीं एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर कम हो जाता है। इस तरह की स्थिति बिल्कुल सही नहीं है। इससे ब्लीडिंग प्रभावित होती है। यहां तक कि पीरियड साइकिल पर भी इसका बुरा असर पड़ सकता है।’ डॉक्टर आगे बताते हैं कि जो महिलाएं एथलीट हैं, वे अक्सर अधिक एक्सरसाइज करती हैं। ऐसी महिलाओं में एमेनोरिया की शिकायत देखी जाती है। एमेनोरिया का मतलब होता है कि रिप्रोडक्टिव उम्र में पीरियड्स का न होना। किसी भी महिला के लिए एमेनोरिया होना सही नहीं है। इससे उनके रिप्रोडक्टिव ऑर्गन सही तरह से काम नहीं करते हैं और गर्भवती होने की संभावना दर भी कम हो जाती है।

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ओवर एक्सरसाइज का पीरियड्स पर असर

स्पॉटिंग होना

जो महिलाएं नियमित रूप से ओवर एक्सरसाइज करती हैं, यह उनके लिए बिल्कुल सही नहीं है। इससे स्पॉटिंग की समस्या हो सकती है। जरूरी नहीं है कि ऐसा सिर्फ पीरियड्स के दौरान हो। पीरियड्स के बाद या पहले भी स्पॉटिंग हो सकती है। इससे हार्मोनल बदलाव होते हैं और पेल्विक एरिया पर भी काफी दबाव प्रेशर बनने लगता है।

मेंस्ट्रुअल साइकिल पर असर

जो महिलाएं नियमित रूप से ओवर एक्सरसाइज करती हैं, उनके पीरियड्स साइकिल कम हो सकते हैं। हालांकि, ऐसा सबके साथ हो, यह जरूरी नहीं है। लेकिन, ओवर एक्सरसाइज करने का यह नुकसान अवश्य देखने को मिलता है। इससे न सिर्फ ब्लड फ्लो कम हो सकता है, बल्कि मेंस्ट्रुअल साइकिल भी प्रभावित होता है।

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ओवुलेशन प्रक्रिया का धीमा होना

असल में, जब कोई महिला ओवर एक्सरसाइज करती है, तो इसकी वजह से उनका शरीर थकान महसूस करता है। इससे शरीर में एनर्जी की कमी हो जाती है। ऐसे में तनाव बढ़ने लगता है। इसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है। इससे मासिक धर्म और ओवुलेशन प्रक्रिया धीमी हो जाती है। कंसीव करने की चाह रखने वाली महिलाओं के लिए ओवुलेशन का धीमा होना सही नहीं है।

All Image Credit: Freepik

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