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शिशु की गर्दन पर रैशेज हो गए हैं तो फॉलो करें ये 5 टिप्स, जलन से भी मिलेगी राहत

Tips To Prevent Neck Rash In Baby: शिशु की गर्दन पर रैशेज हो, तो डॉक्टर की बताई इन टिप्स को फॉलो करें।
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शिशु की गर्दन पर रैशेज हो गए हैं तो फॉलो करें ये 5 टिप्स, जलन से भी मिलेगी राहत


Tips To Prevent Neck Rash In Baby: गर्मी में पसीने और गंदगी के कारण शिशु की गर्दन पर रैशेज हो जाते हैं। रैशेज होने पर बच्चों को जलन के साथ हल्की खुजली भी चलती है। शिशु रैशेज होने के कारण काफी परेशान होने के साथ कई बार मदर फीड को भी कम कर देते हैं। ये रैश गर्मी में ज्यादा होते है। गर्दन के अलावा शिशु में ये रैश जांघों पर भी हो जाते हैं। पेरेंट्स शिशु की गर्दन पर होने वाले रैशेज को कम करने के लिए कई तरह की दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन कई बार इन चीजों के इस्तेमाल से बच्चों को जल्दी आराम नहीं मिलता हैं। ऐसे में शिशु की गर्दन पर होने वाले रैशेज को दूर करने के लिए डॉक्टर की बताई टिप्स को फॉलो किया जा सकता है। ये टिप्स रैशैज को जल्दी ठीक करने में मदद करती है और शिशु को राहत देती हैं। Dr Pawan Mandaviya Consultant Pediatrician and Newborn specialist ने सोशल मीडिया पर एक विडियो शेयर किया है, जिसमें वह शिशु की गर्दन पर होने वाले रैशज को दूर करने की टिप्स के बारे में बता रहे हैं।

1. गर्दन के आसपास जगह को साफ रखें

शिशु जब छोटा होता है, तो उसके गर्दन की साफ-सफाई का ध्यान रखना जरूरी होता है। कई बार गंदगी रहने के कारण बच्चों की गर्दन पर रैशेज की समस्या हो जाती है। गर्दन पर जमा गंदगी को साफ करने के लिए साफ और मुलायम कॉटन का कपड़ा या वाइप लें।

 

 
 
 
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2. शिशु को टाइट कपड़े पहने से बचाएं

शिशु की गर्दन में रैशेज होने पर उसको गर्दन के आसपास टाइट कपड़ों को पहनाने से बचना चाहिए। कई बार टाइट कपड़े पहनाने की वजह से रैशेज बढ़ सकते है और बच्चों को जलन भी हो सकती है। टाइट कपड़े आसपास के एरिया के माइस्चर को सूख लेते है, जिससे रैशेज हो जाते हैं।

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3. कपड़ों को बार-बार बदलें

शिशु की गर्दन में रैशेज होने पर बार-बार कपड़े बदलने चाहिए। ऐसा करने से इंफेक्शन का खतरा कम होने के साथ स्किन ड्राई भी होती है। गर्दन पर पसीना आने पर बच्चे के कपडे चेंज करें। शिशु को ऐसे कपड़े पहनाएं, जो हवादार होने के साथ कॉटन के हो।

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4. फैब्रिक सॉफ्टनर के इस्तेमाल से बचें

बहुत से लोग बच्चों के कपड़ो को धोते समय उसमें विभिन्न तरह के फ्रैब्रिक साफ्टनर का इस्तेमाल करते हैं। बच्चों की स्किन सेंसिटिव होती है। ऐसे में इन फैब्रिक सॉफ्टनर के इस्तेमाल से बचना चाहिए। ये फैब्रिक सॉफ्टनर बच्चों की स्किन पर एलर्जी और रैशेज को बढ़ा सकते हैं।

5. बिब का इस्तेमाल करे

बच्चों को गर्दन में रैशेज होने पर बिब का इस्तेमाल करना चाहिए। बिब के इस्तेमाल से बच्चों की गर्दन के आसपास थूक और लार को जरा भी जमा न होने दें। लार या थूक आने पर बच्चों के बिब के माध्यम से साफ करें। ध्यान रखें बिब का फैब्रिक कॉटन का ही रहें।

 शिशु की गर्दन पर रैशेज होने पर इन टिप्स को फॉलो करें। हालांकि, रैशेज बढ़ाने पर डॉक्टर को दिखाएं। 

All Image Credit- Freepik

 

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