Things To Avoid Doing During First Trimester Of Pregnancy In Hindi: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को बहुत संभलकर रहना चाहिए। अनहेल्दी चीजें नहीं खानी चाहिए और मौसमी फल और सब्जियों का सेवन ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए। नियमित रूप से एक्सरसाइज करनी चाहिए। इसका मतलब है कि तमाम वो चीजें करनी चाएहए, जो बच्चे के स्वास्थ्य और ग्रोथ पर अच्छा असर डालें। क्या आप जानती हैं कि गर्भवती महिलाएं कई बार अनजाने में ऐसे काम कर जाती हैं, जो उनके और उनके बच्चे की हेल्थ के लिए बहुत खराब होते हैं। इससे बच्चे की ग्रोथ बाधित हो सकती है और मां की हेल्थ पर भी नेगेटिव असर पड़ सकता है। इस बारे में हमने एक्सपर्ट से बात की। आप भी जानें कि प्रेग्नेंट महिलाओं को किस तरह के काम करने से बचना चाहिए।
प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में क्या न करें- Things To Avoid Doing During First Trimester Of Pregnancy In Hindi
पेट की मसाज करवाने से बचें
वृंदावन और नई दिल्ली दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता की मानें, "प्रेग्नेंसी के दौरान थेरेपी या मसाज करवाने से महिला की बॉडी रिलैक्स होती है। वह अच्छा फील करती है और कई बार मसाज करवाने से गहरी नींद भी आती है। यह बात तो हम सभी जानते हैं अच्छी नींद गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत जरूरी होती है। बहरहाल, पेट की मसाज करवाना गर्भवती महिला के लिए नुकसानदायक हो सकता है। विशेषकर, पहली तिमाही में ऐसा किया जाना सही नहीं है।"
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केमिकल प्रोडक्ट्स से दूर रहें
सिर्फ कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स ही केमिकल प्रोडक्ट नहीं होते हैं। डॉ. शोभा गुप्ता कहती हैं, "क्लीनिंग प्रोडक्ट, रूम फ्रेशनर जैसी कई चीजें केमिकल की मदद से बनाई जाती हैं। कुछ महिलाओं को इस तरह के प्रोडक्ट से एलर्जी होती है। उन्हें विशेषतौर पर इन चीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। वहीं, क्लीनिंग प्रोडक्ट जैसी चीजों को हाथ में लेने से बचना चाहिए। इससे हाथ में रैशेज हो सकते हैं। कई बार इनकी फ्रेग्नेंस भी बच्चे और मां की हेल्थ को इफेक्ट कर सकती हैं।"
स्टीम रूम में जाने से बचें
डॉ. शोभा गुप्ता के अनुसार, "गर्मियों के दिनों में लोग पहाड़ी इलाकों में घूमने का खूब मजा लेते हैं। ऐसी जगहों पर जाकर स्टीम या सॉना बाथ लेना पंसद करते हैं। ध्यान रखें, प्रेग्नेंसी के लिए यह सही नहीं है। दरअसल, स्टीम रूम में जाने या सॉना बाथ लेने से महिला को डिहाइड्रेशन हो सकता है। किसी भी गर्भवती महिला के लिए डिहाइड्रेट होना सही नहीं है। डिहाइड्रेशन के कारण महिला को चक्कर आ सकते हैं, वह बेहोश हो सकती है या फिर उनकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।"
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कैफीन से दूर रहें
ज्यादातर लोग कैफीन का सेवन इसलिए करते हैं, ताकि वे लंबे समय तक एक्टिव रह सकें। साथ ही, कैफीन नींद को भी बाधित करता है। डॉ. शोभा गुप्ता की मानें, "अगर कोई बहुत ज्यादा कैफीन लेता है, तो इससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कैफीन गर्भवती महिला के लिए कितना हानिकारक हो सकता है। इसलिए, प्रेग्नेंट महिलाओं को इससे पूरी तरह दूरी बनाए रखनी चाहिए।"
नशीले पदार्थों से दूर रहें
किसी भी तरह के नशीले पदार्थ, जैसे स्मोकिंग करना, शराब सेवन करना आदि। ये सब प्रेग्नेंट महिला और उसके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए बहुत ही नुकसानदायक और जानलेवा साबित हो सकते हैं। यहां तक कि नशीले पदार्थों की वजह से शिशु में जन्मजात बीमारियां भी हो सकती हैं। इससे स्पष्ट है कि महिलाओं को प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही के दौरान नशीले पदार्थों से दूरी बनाए रखनी चाहिए।
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