महिलाओं में गर्भावस्‍था की संख्‍या से लग सकता है उनमें, दिल की बीमारियों के खतरे का अनुमान: शोध

हाल में हुए एक अध्‍ययन में पाया गया कि एक महिला में दिल की बीमारियों का खतरा उसके प्रजनन जीवन को देखकर लगाया जा सकता है।
  • SHARE
  • FOLLOW
महिलाओं में गर्भावस्‍था की संख्‍या से लग सकता है उनमें, दिल की बीमारियों के खतरे का अनुमान: शोध

क्‍या आप जानते हैं कि आपकी प्रेगनेंसी का नम्‍बर आपमें दिल की बीमारियों के खतरे का अनुमान लगा सकता है। जी हां, ऐसा हाल में हुआ एक शोध बताता है। आपका प्रजनन स्वास्थ्य आपके हृदय रोग के जोखिम के बारे में बहुत कुछ कहता है। हृदय हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, लेकिन हमारी गतिहीन जीवनशैली और खराब खानपान के कारण दिल के कामकाज को गड़बडी आ सकती है। सीएडी या कोरोनरी आर्टरी डिजीज  दिल की बीमारियों में सबसे आम प्रकार का हृदय रोग है। वहीं हाल में हुआ अध्‍ययन बताता है कि इस बीमारी का खतरा महिलाओं में अधिक हो सकता है। आइए इस विषय में अधिक जानने के लिए आगे लेख को पढ़ें। 

क्‍या कहती है ये नई रिसर्च?

मेनोपॉज द जर्नल ऑफ द नॉर्थ अमेरिकन मेनोपॉज़ सोसाइटी की पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के परिणामों के अनुसार कोरोनरी आर्टरी डिजीज के जोखिम को कुछ प्रजनन जोखिम वाले कारकों द्वारा निर्धारित किया जाता है। यही वजह हो सकती है कि महिलाओं में उनकी प्रेगनेंसी का नम्‍बर या प्रजजन स्‍वास्‍थ्‍य दिल की बीमारियों से जुड़ा है। 

इसे भी पढ़ें: पुरानी यादों को भूलने से रोकने में मदद करती है अच्‍छी नींद, शोधकर्ताओं ने किया खुलासा

pregnancy and heart diseases

महिला का प्रजनन स्‍वास्‍थ्‍य कैसे बढ़ा सकता है दिल की बीमारियों का खतरा?

कोरोनरी आर्टरी डिजीज में धमनियों में खून की आपूर्ति कम हो जाती है और जिससे कि हृदय तक खून की आपूर्ति कम हो जाती है। इसके कारण सीने में दर्द और दिल का दौरा आदि की संभावना हो सकती है। एक महिला के बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य के लिए उसका प्रजनन जीवन काल बहुत मायने रखता है।

जी हां हाल में हुए इस अध्ययन का कहना है कि यह आपका प्रजनन जीवनकाल दिल की बीमारियों के खतरे से जुड़ा हो सकता है। इस अध्ययन में कोरोनरी आर्टरी डिजीज के लिए प्रजनन जोखिम वाले कारकों की एक विस्तृत श्रृंखला पर विचार करने के लिए पहले ज्ञात बड़े अध्ययनों (लगभग 1,500 पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं) में से एक है। इनमें गर्भावस्था के कारक शामिल हैं, जैसे पहले जन्म के समय उम्र, गर्भावस्था के नम्‍बर और प्रकार। इसके साथ ही ओवेरियन फंक्‍शन के कारक जिनमें मेनोपॉज पर उम्र और प्रजनन जीवन काल शामिल हैं।

The Number Of Pregnancies Can Be Determine The Risk Of Heart Diseases

इसे भी पढ़ें: जच्‍चा-बच्‍चा की जान को जोखिम में डाल सकता है COVID-19, प्रेगनेंसी में बन सकता है खून के थक्‍के जमने का कारण

इस अध्‍ययन में शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि मल्टीग्रेविडिटी (तीन या अधिक गर्भधारण), अर्ली मेनोपॉज और एक छोटे से प्रजनन जीवन काल पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं में एंजियोग्राफिक ऑब्सट्रक्टिव कोरोनरी आर्टरी डिजीज के लिए एक सबसे बड़ा जोखिम कारक हैं।

Read More Article On Health News In Hindi 

 

Read Next

अयोध्‍या में पीएम मोदी ने लगाया पारिजात वृ्क्ष (हरसिंगार), जानिए क्‍या है पारिजात के औषधीय गुण

Disclaimer