71 वर्षीय शख्स ने कुत्ते के शरीर से निकाला कीड़ा, संपर्क में आने से हुआ निमोनिया और सेप्सिस रोग, ICU में एडमिट

हाल ही में एक 71 वर्षीय पुरुष को कुत्ते के जरिए शरीर में बैक्टीरिया लग गए। जिसके बाद उन्हें कई हफ्तों तक ICU में भर्ती कराया गया है।
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71 वर्षीय शख्स ने कुत्ते के शरीर से निकाला कीड़ा, संपर्क में आने से हुआ निमोनिया और सेप्सिस रोग, ICU में एडमिट

बहुत से लोग कुत्ता पालने के शौकीन होते हैं, लेकिन कुत्तों के संपर्क में आने से कई बार स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक 71 वर्षीय पुरुष को कुत्ते के जरिए शरीर में बैक्टीरिया लग गए। जिसके बाद उन्हें कई हफ्तों तक इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में भर्ती कराया गया है। चलिए विस्तार से जानते हैं पूरे मामले के बारे में 

क्या था पूरा मामला? 

दरअसल, मेडिकल जर्नल रेस्पिरेटरी में प्रकाशित इस मामले के मुताबिक 71 वर्षीय पुरुष अपने पालतू कुत्ते छिहुआहुआ के साथ ज्यादातर समय बिताते थे। वे अपने पेट के साथ बेड पर एक ही साथ सोते थे। कुत्ते के ज्यादा संपर्क में रहने से उनकी शरीर में बैक्टीरिया फैल गया, जिस कारण उन्हें निमोनिया और सेप्सिस की समस्या हो गई। मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद चिकित्सकों ने एक्स रे रिपोर्ट में पाया कि मरीज के फेफड़ों में इंफेक्शन फैल गया था। यही नहीं उसके फेफड़ों में फ्लूड जमने के साथ ही लंग टिशु भी डैमेज होने लगे थे। 

शरीर में दिखाई देते थे ये लक्षण 

आईसीयू में भर्ती होने से पहले मरीज की शरीर में कई तरह के बदलाव होते देखे गए थे। इस  दौरान उसे डायरिया, ठंड लगने के साथ ही साथ काफी थकान भी महसूस होती थी। इस दौरान उसे निमोनिया, शरीर में सूजन आने के साथ ही साथ फेफड़ों में सूजन और कफ जमने की समस्या भी देखी गई थी। ऐसे में उसकी शरीर में दर्द और घड़घड़ाहट जैसे लक्षण भी देखने को मिले थे। 

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किस कारण हुआ था इंफेक्शन? 

चिकित्सकों की मानें तो पैथोगन पैस्टेअुरेला मल्टोसिडा बैक्टीरिया नामक जर्म के कारण हुआ। दरअसल यह एक प्रकार का बैक्टीरिया है, जो आमतौर पर कुत्तों और बिल्लियों में पाया जाता है। यह बैक्टीरिया जानवरों के रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट में पाया जाता है। एक आंकड़े के मुताबिक यह बैक्टीरिया दुनियाभर में 50 प्रतिशत अधिक कुत्ते और बिल्लियों में पाया जाता है। 

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