क्या आपको भी फोन पर बात करने से बेहतर मैसेज में बात करना पसंद है? शायद हां, क्योंकि बहुत से लोग ऐसे होते हैं, जो फोन पर या सामने खुलकर अपनी बात नहीं रख पाते, जबकि उन्हें टेक्सट मैसेज में बात करना ज्यादा बेहतर लगता है। हालांकि, आज मोबाइल फोन का बढ़ता उपयोग और जरूरत ने लोगों टेक्सट मैसेजिंग का आदि बना दिया है। लेकिन यहां एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। वह ये कि हाल में हुआ एक नया अध्ययन कहता है कि टेक्सट मैसेजिंग गंभीर मानसिक बीमारी वाले लोगों को सहायता प्रदान कर सकता है। यह एक तरह से उनके लिए एक सुरक्षित संभावित उपचार हो सकता है। आइए इस बारे में विस्तार से जानने के लिए आप इस लेख को आगे पढ़ें।
मेंटल हेल्थ और टेक्सट मैसेजिंग
साइकेट्रिस्ट सर्विस में प्रकाशित अध्ययन में शामिल प्रतिभागिया में 91 प्रतिशत प्रतिभागी ऐसे थे, जो टेक्सट मैसेजिंग करने में सहमत थे और 94 प्रतिशत प्रतिभागियों ने संकेत दिया कि टेक्सट मैसेजिंग से वह बेहतर महसूस कर रहे हैं, जबकि 87 प्रतिशत ने कहा कि वे इसे अपना एक दोस्त मान सकते हैं।
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अध्ययन के सह-लेखक, विलियम जे हडेंको, रिसर्चर असिस्टेंट प्रोफेसर साइकोलॉजिकल एण्ड ब्रेन साइंस डार्टमाउथ का कहना है, "यह अध्ययन बहुत ही रोमांचक है क्योंकि हमने सामान्य देखभाल के शीर्ष पर टेक्सट मैसेजिंग बेस्ड इंटरवेशन का उपयोग करने वालों में वास्तविक सुधार देखा। यह मानसिक बीमारी के कुछ सबसे गंभीर रूपों वाले व्यक्तियों के लिए सचमुच एक अच्छा विकल्प था।"
अध्ययन के परिणाम
विलियम जे हडेंको ने कहा, ''अध्ययन के परिणाम आशाजनक हैं, और हम अनुमान लगाते हैं कि कम गंभीर मनोचिकित्सा वाले लोग इस प्रकार के मोबाइल टेक्सट मैसेजिंग के साथ अपने मानसिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं।''
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हडेंको ने कहा, "टैक्सट मैसेजिंग साइकोथैरेपी वर्तमान परिवेश के लिए एक उत्कृष्ट मेल है, क्योंकि यह संपर्क की मात्रा में वृद्धि करते हुए मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सक के साथ घनिष्ठ और लंबा संपर्क प्रदान करता है।''
मेंटल हेल्थ और टेक्सट मैसेजिंग के बीच संबंध को और अधिक गहराई से समझने के लिए शोधकर्ता बड़े पैमाने पर मानसिक स्वास्थ्य में एक मैसेजिंग हस्तक्षेप के प्रभाव का अध्ययन करने की योजना बना रहे हैं।
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