
दिमाग के कैंसर सुनते ही डर लगना स्वाभाविक है। इलाज में कई बार सर्जरी, रेडिएशन और कीमो जैसी भारी भरकम शब्द भी सुनने को मिलते हैं, जो इस डर को और बढ़ा देते हैं। कई मरीज ये ट्रीटमेंट झेलते-झेलते थक जाते हैं या शरीर उतना साथ नहीं देता। लेकिन हाल ही में आई एक नई रिसर्च से उम्मीद की एक नई किरण दिखी है। ये रिसर्च कहती है कि भविष्य में शायद सिर्फ एक साधारण Nasal Spray (नाक में डाले जाने वाला स्प्रे) से दिमाग के ट्यूमर तक दवा पहुंचाई जा सकेगी।
अब सवाल है... क्या सच में इतनी बड़ी बीमारी को सिर्फ स्प्रे से ठीक किया जा सकता है? आइए आसान भाषा में समझते हैं।
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क्या कहती है स्टडी ?
अमेरिका की Washington University School of Medicine और Northwestern University के रिसर्चर्स ने यह स्टडी की है। इसमें वैज्ञानिकों ने एक खास तरह का Nasal Drop बनाया, जिसे नाक के जरिए दिमाग तक पहुंचाया गया।
जानकारी के लिए बता दें कि हमारी नाक और दिमाग के बीच एक सीधा रास्ता मौजूद होता है, जिसे Olfactory Pathway कहा जाता है। आमतौर पर दवाएं इस रास्ते से दिमाग तक नहीं पहुंच पातीं क्योंकि बीच में एक बड़ी बाधा होती है, जिसे Blood Brain Barrier (BBB) कहते हैं। यह BBB हमारे दिमाग को Infections से बचाता है, लेकिन समस्या यह है कि इसी ब्लड ब्रेन बैरियर की वजह से दवाएं भी पहुंच नहीं पातीं।
अमेरिकी वैज्ञानिकों द्वारा बनाए यह नया नेजल स्प्रे रुकावट को दूर कर दिमाग तक दवा पहुंचाने में सक्षम दिखाई दे रही है।
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कैसे काम कर सकता है यह Nasal Spray?
- इस दवा को स्प्रे के जरिए नाक के अंदर डाला जाता है।
- ये दवा सीधे Olfactory Nerves के जरिए दिमाग तक पहुंचती है
- इससे ट्यूमर तक दवा पहुंचाने का तरीका आसान हो सकता है
यह तरीका Non-Invasive, यानी बिना किसी सर्जरी या कट के दिमाग तक दवा पहुंचाने में सक्षम है, इसलिए इसे बहुत क्रांतिकारी खोज माना जा रहा है। इस नेजल स्प्रे के आ जाने के बाद ब्रेन ट्यूमर के मरीजों को सर्जरी, इंजेक्शन या अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं होगी।
क्या यह अभी इलाज के लिए उपलब्ध है?
आपके मन में भी ये सवाल जरूर आया होगा कि क्या ये स्प्रे मार्केट में आ गया है या इस्तेमाल के लिए उपलब्ध है, तो इसका जवाब है- नहीं। अभी यह रिसर्च शुरुआती स्टेज में है और परीक्षण मुख्यत: चूहों पर हुए हैं। अभी इसका इंसानों पर क्लीनिकल ट्रायल शुरू होने में समय लगेगा। लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर सब कुछ सफल रहा तो आने वाले सालों में दिमाग के कैंसर के इलाज का तरीका काफी बदल सकता है।
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मरीजों को इससे कैसे फायदा मिल सकता है?
अगर यह तकनीक आगे सफल होती है, तो इसका फायदा कई तरह से हो सकता है:
- इससे बिना दर्द, इंजेक्शन या सर्जरी के ब्रेन ट्यूमर और कैंसर का इलाज हो सकेगा।
- मरीज का इलाज पर खर्च कम होगा क्योंकि अस्पताल में लंबे समय तक भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- दवा सीधे ट्यूमर तक पहुंचने से डोज कम होने पर भी असर दिख सकता है।
- इलाज के दौरान भी मरीज अपनी सामान्य जिंदगी जी सकेगा और रोजमर्रा के काम आसानी से कर सकेगा।
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स्प्रे से अभी उम्मीद रखना कितना सही?
यह समझना जरूरी है कि हर रिसर्च सीधे बाजार में इलाज के रूप में नहीं आती। लोगों के लिए सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होने से पहले दवाओं को कई चरणों के टेस्ट से गुजरना पड़ता है। लेकिन यह स्टडी महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि ये दिमाग जैसी जटिल जगह तक दवा पहुंचाने का नया रास्ता दिखाती है। आज यह भले एक रिसर्च है लेकिन भविष्य में यह इलाज का सामान्य हिस्सा हो सकता है।
ध्यान रखें ये Nasal Spray कोई चमत्कार नहीं, बल्कि एक वैज्ञानिक खोज की शुरुआत है। अगर क्लीनिकल ट्रायल सफल रहे, तो आने वाले समय में ब्रेन ट्यूमर का इलाज कम दर्दनाक हो सकता है, जिससे मरीज को इलाज के दौरान कम परेशानियां झेलनी पड़ेंगी।
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Dec 04, 2025 18:36 IST
Published By : Anurag Gupta