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Endometriosis Stage 1: एंडोमेट्रियोसिस के पहले स्टेज में नजर आते हैं ये लक्षण, न करें अनदेखी

एंडोमेट्रियोसिस गंभीर बीमारी है। इसके अलग-अलग स्टेजेस होते हैं। पहले स्टेज में अक्सर महिला को पीरियड्स के दौरान दर्द और असहजता हो सकती है।
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Endometriosis Stage 1: एंडोमेट्रियोसिस के पहले स्टेज में नजर आते हैं ये लक्षण, न करें अनदेखी


Stage 1 Endometriosis Symptoms In Hindi: एंडोमेट्रियोसिस महिला के यूट्रस यानी गर्भाशय से जुड़ी समस्या है। आपको बता दें कि गर्भाशय एंडोमेट्रियल टिश्यू से लाइंड होता है, जिस लाइनिंग को हम एंडोमेट्रियम के नाम से जानते हैं। महिला का शरीर प्रत्येक पीरियड के साथ नया एंडोमेट्रियम तैयार करता है, ताकि एग फर्टिलाइज होने के लिए तैयार हो सके। एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी बीमारी है, जिसमें एंडोमेट्रियल टिश्यूज यूट्रस के बाहर बढ़ने लगते हैं। इस बीमारी की वजह से महिला की प्रजनन क्षमता पर बुरा असर पड़ता है और पीरियड्स भी अनियमित हो सकते हैं। इसलिए, एंडोमेट्रियोसिस होने पर महिला को स्वास्थ्य की ओर ध्यान देना चाहिए। एंडोमेट्रियोसिस 4 स्तरों में बटा होता है। यहां हम आपको बताएंगे कि एंडोमेट्रियोसिस के पहले स्टेज में किस तरह के लक्षण (endometriosis ke lakshan) नजर आते हैं।

एंडोमेट्रियोसिस अन्य किस अंग को प्रभावित करता है- How Endometriosis Affect Your Body In Hindi

How Endometriosis Affect Your Body In Hindi

वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता कहती हैं, एंडोमेट्रियोसिस 15 से 44 साल की उम्र की करीब 10 फीसदी महिलाओं को प्रभावित करता है। आमतौर पर एंडोमेट्रियोसिस पेल्विस एरिया में रिप्रोडक्टिव ऑर्गन को प्रभावित करता है। इसके अलावा भी यह कई अंगों पर असर छोड़ता है, जैसे

  • फेलोपियन ट्यूब
  • यूट्रस के लिगामेंट्स
  • पेल्विक कैविटी की लाइनिंग
  • ओवरीज
  • यूट्रस का बाहरी हिस्सा
  • यूट्रस और रेक्टम या ब्लैडर के बीच की जगह
  • कुछ गंभीर मामलो में यह, ब्लैडर, सर्विक्स, आंत, रेक्टम, पेट और योनि को भी प्रभावित कर सकता है।

एंडोमेट्रियोसिस के पहले स्टेज के लक्षण- Stage 1 Endometriosis Symptoms In Hindi

Stage 1 Endometriosis Symptoms In Hindi

एंडोमेट्रियोसिस होने पर इसके पहले स्टेज में निम्न लक्षण नजर आ सकते हैं, जैसे-

  • पीरियड्स के दौरान पेट या पीठ के निचले हिस्से में तेज दर्द होना।
  • सेक्स के दौरान दर्द महसूस करना।
  • सेक्स के बाद तीव्र दर्द होना।
  • मासिक धर्म के दौरान कब्ज या डायरिया होना।
  • एंडोमेट्रियोसिस होने पर थकान महसूस करना।
  • कुछ महिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस के पहले स्तर में ऊर्जा की कमी महसूस होती है।
  • एंडोमेट्रियोसिस के पहले स्तर में कुछ महिलाओं को हैवी पीरियड्स होते हैं।
  • एंडोमेट्रियोसिस होने पर अनियमित माहवारी हो सकती है
  • मासिक धर्म के दौरान पेशाब करने के दौरान दर्द होना।
  • कभी-कभी एंडोमेट्रियोसिस के पहले स्टेज में महिला को मल त्याग करते हुए दर्द हो सकता है।
  • मासिक धर्म के बीच में स्पॉटिंग की समस्या भी हो सकती है।

हालांकि, आपको बता दें कि एंडोमेट्रियोसिस होने पर हर महिला के अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं। यहां बताए गए कुछ लक्षण ज्यादातर महिलाओं में देखे जा सकते हैं। वहीं, कुछ महिलाओं में इससे अलग लक्षण भी नजर आ सकते हैं। इसलिए, अगर आपको हैवी पीरियड हो, पीरियड अनियमि हो या स्पॉटिंग की समस्या हो, तो इसे हल्के में न लें। डॉक्टर के पास जाएं और अपना ट्रीटमेंट करवाएं।

Image Credit: Freepik

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