Symptoms Of Lump In Uterus: बच्चेदानी यानि यूट्रस महिलाओं के शरीर का प्रमुख अंग होता है। बच्चेदानी सही रहने से महिलाओं को समय पर पीरियड्स होने के साथ इसी में भ्रूण विकसित होता है। इसका आकार कुछ-कुछ नाशपाती की तरह होता है। बच्चेदानी में अक्सर महिलाओं को गांठ की समस्या हो जाती है, जो शरीर के लिए बहुत खतरनाक होती है। समय पर इसका इलाज कराने से महिलाएं गंभीर बीमारियों से बच सकती हैं। बच्चेदानी में गांठ होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे मोटापा, हार्मोनल बदलाव, पेल्विक दर्द, बार-बार पेशाब की इच्छा और मासिक धर्म में ज्यादा ब्लीडिंग बच्चेदानी में गांठ होने के कारण हो सकते हैं। अक्सर महिलाओं को बच्चेदानी में गांठ 25 से 40 वर्ष की आयु में होती है। कई बार इसके होने के कारण अनुवांशिक भी हो सकते हैं। बच्चेदानी में गांठ को रसौली या यूटेराइन फाइब्रॉयड (Uterine Fibroids) भी कहा जाता है। यह गांठे कैंसर का कारण नहीं होती है। महिलाओं को बच्चेदानी होने पर क्या लक्षण नजर आते हैं इस बारे में जानकारी के लिए हमने बात की शारदा क्लीनिक के फिजिशियन डॉक्टर केपी सरदाना से।
हर समय पेट भारी रहना
बच्चेदानी में गांठ होने पर महिलाओं का पेट हर समय भारी रहता है। साथ ही महिलाओं को ब्लोटिड और पेट फूला हुआ भी महसूस होता है। कई बार पेट भारी रहने के साथ पेट के निचले हिस्से में हल्का मीठा दर्द भी हो सकता है। यह दर्द गांठ के प्रेशर से फील होता है। ऐसे में इस लक्षण को आम समझकर अवॉयड न करें।
ब्लीडिंग ज्यादा होना
बच्चेदानी में गांठ होने पर महिलाओं को पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग की समस्या भी हो सकती है। ज्यादा ब्लीडिंग होने की वजह से महिलाओं के शरीर में कमजोरी, थकान और एनीमिया की समस्या भी हो सकती है। ज्यादा ब्लीडिंग होने पर महिलाओं को अवश्य डॉक्टर को दिखाना चाहिए। कई बार इस दौरान व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या भी हो सकती है।
पीठ के निचले हिस्से में दर्द
बच्चेदानी में गांठ होने पर महिलाओं को पीठ के निचले हिस्से में काफी दर्द महसूस होता है। यह दर्द रोक-रोककर होने के साथ कई बार पूरी पीठ तक होने लगता है। यह दर्द कई बार इतना ज्यादा बढ़ जाता हैं कि रोजमर्रा के काम करने में भी दिक्कत आती है।
इसे भी पढ़ें- क्या बच्चेदानी की गांठ कैंसर का रूप ले सकती है? जानें कैसे कराएं इसका इलाज
पेशाब से संबंधित समस्याएं
बच्चेदानी में गांठ होने पर महिलाओं को पेशाब संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं। महिलाओं को मूत्राशय मार्ग हमेशा प्रेशर फील होता हैं और टॉयलेट जाने की इच्छा होती है। कई बार महिलाओं को गांठ बढ़ जाने के कारण टॉयलेट भी रूक-रूककर होने लगता है।
कब्ज होना
महिलाओं को बच्चेदानी में गांठ होने पर कब्ज की समस्या हो सकती है। कब्ज होने पर महिलाओं का पेट ठीक से साफ नहीं होता है और वह फ्रेश भी फील नहीं करती। कब्ज रहने से महिलाओं को पेट फूलने की समस्या बी हो जाती है।
बच्चेदानी में गांठ होने पर यह लक्षण नजर आते हैं। हालांकि, इस तरह के लक्षण दिखने पर एक बार डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
All Image Credit- Freepik