Lump in Uterus: महिलाओं को अपने जीवन में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। खासकर, प्रजनन अंग बच्चेदानी (गर्भाशय या Uterus) से जुड़ी तरह-तरह की समस्याएं महिलाओं को अधिक परेशान करती हैं। बच्चेदानी में सूजन, इंफेक्शन, गांठ जैसी समस्याएं महिलाओं को परेशान कर सकती हैं। अधिकतर महिलाओं को बच्चेदानी में गांठ की समस्या से जूझना पड़ता है। बच्चेदानी में गांठ को गर्भाशय फाइब्रॉएड भी कहा जाता है। आपको बता दें कि गर्भाशय फाइब्रॉएड, गैर-कैंसरयुक्ट ट्यूमर है, जो गर्भाशय में बढ़ता है। बच्चेदानी में गांठ होना महिलाओं में बेहद आम समस्या है। किस उम्र की महिलाओं में बच्चेदानी में गांठ की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है? स्पर्श हॉस्पिटल, आरआर नगर की सलाहकार प्रसूति एवं स्त्री रोग, गायनेक लेप्रोस्कोपिक सर्जरी एवं प्रजनन विशेषज्ञ डॉ. अनिता एन से जानते हैं इसके बारे में-
बच्चेदानी में गांठ बनने की समस्या कितनी सामान्य है?- How Common is Uterine Fibroids
बच्चेदानी में गांठ बनने की समस्या बेहद आम है। इसका कई महिलाओं को सामना करना पड़ता है। अधिकतर महिलाओं को अपने जीवन में बच्चेदानी में गांठ या गर्भाशय फाइब्रॉएड की समस्या से जूझना पड़ता है। गर्भाशय फाइब्रॉएड एक तरह का ट्यूमर है, जो महिलाओं को प्रभावित करता है। इसका आकार छोटा-बड़ा हो सकता है। आपको बता दें कि बच्चेदानी में गांठ बनने का कोई सटीक कारण स्पष्ट नहीं है। लेकिन हार्मोनल बदलाव या आनुवंशिकी जैसे कारक, बच्चेदानी में गांठ बनने का कारण हो सकते हैं।
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किस उम्र की महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है ‘बच्चेदानी में गांठ’ की समस्या
डॉ. अनिता एन बताती हैं, “फाइब्रॉएड या बच्चेदानी में गांठ, आमतौर पर 30 से 50 साल की उम्र की महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है। यानी इन उम्र की महिलाओं में यह समस्या सबसे आम है। कुछ मामलों में, महिलाओं को लक्षणों का पता नहीं चल पाता है कि उन्हें बच्चेदानी में गांठ है।”
बच्चेदानी में गांठ के लक्षण- Lump in Uterus Symptoms in Hindi
सभी मामलों में बच्चेदानी में गांठ (फाइब्रॉएड) बनने पर लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। हालांकि, कुछ मामलों में लक्षणों का अनुभव हो सकता है।
- मासिक धर्म में ज्यादा रक्तस्त्राव होना
- पेल्विक एरिया में दर्द होना
- कंसीव करने में मुश्किल हना
- पेट के निचले हिस्से में दर्द होना
- पेशाब से जुड़ी समस्याएं होना
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बच्चेदानी में गांठ का इलाज- Lump in Uterus Treatment in Hindi
बच्चेदानी में गांठ बनने पर इलाज करवाना बहुत जरूरी हो जाता है। अधिकतर मामलों में बच्चेदानी में गांठ का इलाज, दवाइयों से हो सकता है। लेकिन, कुछ मामलों में बच्चेदानी की गांठ का इलाज करने के लिए सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है। हालांकि, इसका इलाज गांठ की साइज पर निर्भर करता है।
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