Bathophobia In Hindi: हर किसी व्यक्ति के मन में कुछ न कुछ चीज को लेकर भय या डर रहता है। ऐसे में किसी खास तरह की चीजो को लेकर डरना एक तरह का मानसिक डिसऑर्डर माना जाता है। इसे मेडिकल साइंस में फोबिया के नाम से जाना जाता है। फोबिया कई तरह के होते हैं, जैसे ऊंचाई से डरना, पानी में डूबने से डरना, पानी की गहराइयों से डरना आदि। इसी तरह जिन लोगों को गहरी चीजों से डर लगता है, उसे बाथोफोबिया के नाम से जाना जाता है। हालांकि, इस स्थिति पर अन्य रिसर्च कार्य किया जा रहा है। बाथोफोबिया (Bathophobia) में व्यक्ति के मन में गहराई या गहरे स्थानों से डर लगता है। इस लेख में डॉ राहुल कक्कड़, कंसलटेंट साइकैटरिस्ट एंड साइकोथैरेपिस्ट नारायणा अस्पताल से जानते हैं कि बाथोफोबिया के क्या कारण हो सकते हैं।
बाथोफोबिया क्या है? - What is Bathophobia In Hindi
बाथोफोबिया गहराई (Depth) के प्रति एक असामान्य और अत्यधिक डर है। यह फोबिया किसी व्यक्ति को गहरी खाई, गहरे पानी, या ऊंचाई से नीचे की ओर देखने पर अत्यधिक भयभीत कर सकता है। यह डर सिर्फ वास्तविक गहराई से ही नहीं, बल्कि किसी काल्पनिक गहराई या गहरे स्थान की कल्पना मात्र से भी उत्पन्न हो सकता है।
बाथोफोबिया के लक्षण - Symptoms of Bathophobia In Hindi
बाथोफोबिया के लक्षण व्यक्ति की मानसिक और शारीरिक स्थिति दोनों को प्रभावित कर सकते हैं। ये लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं और व्यक्ति-विशेष पर निर्भर करते हैं।
मानसिक लक्षण
- गहराई से संबंधित स्थानों के बारे में सोचते ही अत्यधिक डर और चिंता होना।
- गहरी खाई, गहरे पानी, या गहरी घाटियों की तस्वीर देखने से डर लगना।
- गहराई के स्थान पर जाने की संभावना से बचने की कोशिश करते हैं।
- किसी गहरी जगह पर खड़े होने की कल्पना से ही पैनिक अटैक आने लगता है।
शारीरिक लक्षण
- दिल की धड़कनें तेज होना।
- पसीना आना।
- सांस लेने में कठिनाई होना।
- शरीर में कंपन या कमजोरी।
- चक्कर आना।
- मतली या पेट में मरोड़।
- हाथ-पैर ठंडे पड़ जाना।
व्यवहारिक लक्षण
- गहराई वाली जगहों से बचने के लिए अत्यधिक सावधानी बरतना।
- किसी स्थान पर जाने से पहले उसकी गहराई की जानकारी लेना।
- गहराई से जुड़े विषयों पर चर्चा से भी बचना।
बाथोफोबिया के कारण - Causes Of Bathophobia In Hindi
बाथोफोबिया के पीछे कई कारण हो सकते हैं। यह आमतौर पर बचपन के अनुभव, मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति और आनुवंशिक कारणों से होती है।
बचपन का ट्रॉमा
यदि बचपन में कोई व्यक्ति गहरे पानी में गिर गया हो या गहरी खाई में फंसने का अनुभव किया हो, तो वह अनुभव बाथोफोबिया का कारण बन सकता है। गहराई से संबंधित कोई डरावना अनुभव, जैसे डूबने का खतरा, भी इस फोबिया को जन्म दे सकता है।
परिवार से सदस्यों की आदत को सीखना
यदि किसी बच्चे ने अपने माता-पिता या परिवार के अन्य सदस्यों को गहराई से डरते हुए देखा हो, तो वह यह डर सीख सकता है। इसके अलावा, समाज या दोस्तों के बीच गहराई से जुड़ी नकारात्मक कहानियों का प्रभाव भी व्यक्ति पर पड़ सकता है।
आनुवंशिक कारण
कुछ लोगों में डर के प्रति संवेदनशीलता अधिक होती है, जो उनके मस्तिष्क के कार्यों से जुड़ी हो सकती है। परिवार में किसी सदस्य को फोबिया होने की स्थिति में, अगली पीढ़ी में भी फोबिया होने की संभावना बढ़ जाती है।
मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं
यदि किसी व्यक्ति को पहले से ही चिंता (Anxiety) या अवसाद (Depression) की समस्या है, तो बैथोफोबिया विकसित होने का खतरा अधिक हो सकता है।
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Bathophobia In Hindi: बाथोफोबिया एक जटिल लेकिन मैनेज की जाने वाली समस्या है। इसे समय पर पहचाना और उपचार किया जाए तो व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकता है। डर से भागने के बजाय उसे समझने और उसका सामना करने का प्रयास करना चाहिए। यदि आपको या आपके किसी प्रियजन को बाथोफोबिया के लक्षण दिखते हैं, तो मनोवैज्ञानिक या चिकित्सक से संपर्क करना जरूरी है।