Ketonemia: कीटोनिमिया क्या है? जानें इसके लक्षण और कारण

कीटोनिमिया होने पर रक्त में कीटोन्स की मात्रा बढ़ जाती है। आगे जानते हैं इस स्थिति के कारण और लक्षण के बारे में विस्तार से   
  • SHARE
  • FOLLOW
Ketonemia: कीटोनिमिया क्या है? जानें इसके लक्षण और कारण


शरीर के रक्त में होने वाले बदलावों की वजह से आपको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शरीर में कार्बोहाइड्रेट कम लेने से व्यक्ति की शारीरिक प्रक्रिया प्रभावित होती है। दरअसल, जब व्यक्ति केटोजेनिक (कीटो) डाइट को फॉलो करते हैं, तो वह कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का सेवन करते हैं। इस स्थिति में शरीर एनर्जी के लिए फैट का उपयोग करने लगता है। केटोसिस प्रक्रिया तब भी शुरु हो सकती है, जब आपके शरीर में इंसुलिन का स्तर कम हो या शरीर में इंसुलिन बनने की प्रक्रिया प्रभावित होती रही हो। डायबिटीज वाले रोगियो में कीटोनिमिया का जोखिम अधिक होता है। कीटोन्स की मात्रा बढ़ने से रक्त में अम्लीयता (Acidic) बना सकते हैं। इससे व्यक्ति को कई तरह के लक्षण महसूस हो सकते हैं। आगे नारायणा अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन डॉक्टर पंकज वर्मा से जानते हैं कि कीटोनिमिया के क्या कारण हो सकते हैं। साथ ही, इसमें व्यक्ति को क्या लक्षण महसूस हो सकते हैं। 

कीटोनिमिया के कारण - Causes Of Ketonemia In Hindi 

केटोजेनिक (कीटो) डाइट

कुछ लोग वजन कम करने या अन्य संभावित फायदों के लिए कीटो डाइट को फॉलो करते हैं। कीटो आहार में व्यक्ति को बहुत कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट लेता है, जबकि, प्रोटीन का सेवन कार्बोहाइड्रेट से अधिक करता है। इस डाइट से शरीर में कीटोसिस प्रक्रिया को शुरू किया जाता है। यह कीटोन उत्पादन को तेज करती है, और शरीर को एनर्जी के लिए ग्लूकोज पर निर्भर होने के बजाय फैट को बर्न करना शुरु करती है। हालांकि, इसको सुरक्षित माना जाता है। 

ketonemia causes

डायबिटीज 

टाइप 1, टाइप 2 या अन्य प्रकार जैसे गर्भावधि डायबिटीज (gestational diabetes) सहित डायबिटीज के रोगियों के ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा अधिक और इंसुलिन की मात्रा कम हो सकती है। कुछ मामलों में यह कीटोनीमिया का कारण बना सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ग्लूकोज को एनर्जी में बदलने के लिए इंसुलिन की आवश्यकता होती है। ऐसे में फैट बर्न होने लगता है। 

शराब का अधिक पीना

शराब का अधिक सेवन करने से लोगों में कीटोनीमिया हो सकता है। यह स्थिति अक्सर शराब के अधिक सेवन के बाद हो सकती है। ज्यादा शराब पीने से व्यक्ति को उल्टी और ब्लड शुगर लो सकता है। 

अधिक समय तक भूखा रहना

यदि व्यक्ति 12 से 14 घंटे या अधिक समय तक भूखा रहता है, तो इससे कीटोसिस प्रक्रिया शुरु हो सकती है। ज्यादा समय तक भूखे रहने से एनर्जी के लिए शरीर स्टोर फैट को बर्न करता है। इससे कीटोन्स की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। 

कीटोनीमिया के लक्षण - Ketonemia Symptoms in Hindi 

कीटोनीमिया में व्यक्ति के रक्त में कीटोन्स की मात्रा बढ़ जाती है। इसके अलावा, कीटोएसिडोसिस के लक्षण (ketoacidosis) दिखाई दे सकते हैं। कीटोएसिडोसिस में रक्त और यूरिन में कीटोन की मात्रा बढ़ जाती है। यह डायबिटीज, शराब का अधिक सेवन या भूखे रहने से हो सकता है। 

इसमें व्यक्ति को निम्न लक्षण महसूस हो सकते हैं।

  • अत्यधिक पेशाब आना
  • अत्यधिक प्यास लगना
  • हांफना या गहरी सांस लेना
  • पेट में दर्द
  • वजन तेजी से कम होना
  • उल्टी करना
  • कमजोरी होना
  • सुस्ती रहना और बेहोशी आदि। 

इसे भी पढ़ें: पोहा या इडली: डायबिटीज रोगियों के लिए क्या है ज्यादा फायदेमंद? एक्सपर्ट से जानें

कीटोनीमिया में व्यक्ति के रक्त में कीटोन्स की मात्रा बढ़ सकती है। इस दौरान व्यक्ति को कमजोरी बनी रह सकती है। ऐसे में व्यक्ति को पेट दर्द हो सकता है। इससे बचने के लिए आप डायटिशियन से डाइट चार्ट बनवा सकते हैं।  

Read Next

Summer Morning Routine: गर्मियों में सुबह उठकर जरूर करें ये 5 काम, जल्दी से नहीं पड़ेंगे बीमार

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version