
Hemochromatosis in Hindi: हेमोक्रोमैटोसिस, जिसे शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ने (Iron Overload) के रूप में भी जाना जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर भोजन से अत्यधिक मात्रा में आयरन को अवशोषित कर लेता है। इसकी वजह से यह आयरन किडनी, हार्ट और अग्नाशय में जमा हो जाता है। शरीर में जमा हुआ आयरन आंतरिक अंगों को नुकसान पहुंचाता है। आयरन शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई करने में भी मदद करता है। लेकिन इसकी मात्रा बढ़ने के कारण शरीर में कई गंभीर परेशानियों का खतरा रहता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं, हेमोक्रोमैटोसिस के बारे में।
हेमोक्रोमैटोसिस क्या है?- What is Hemochromatosis in Hindi
आयरन हमारे शरीर के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है। यह लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है, जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करती हैं। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, "स्वस्थ लोगों में, शरीर यह नियंत्रित करता है कि भोजन से कितना आयरन अवशोषित होता है। लेकिन हेमोक्रोमैटोसिस वाले लोगों में, यह नियंत्रण प्रणाली ठीक से काम नहीं करती है, जिससे शरीर बहुत अधिक आयरन को अवशोषित कर लेता है।"
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हेमोक्रोमैटोसिस के दो मुख्य प्रकार होते हैं-
जेनेटिक हेमोक्रोमैटोसिस (Hereditary Hemochromatosis): यह सबसे आम प्रकार है और आनुवंशिक रूप से माता-पिता से बच्चों को पारित होता है। इसमें एक विशिष्ट जीन में उत्परिवर्तन (mutation) होता है, जो आयरन अवशोषण को नियंत्रित करने की शरीर की क्षमता को बाधित करता है।
माध्यमिक हीमोच्रोमैटोसिस (Secondary Hemochromatosis): यह तब होता है जब कोई अंतर्निहित बीमारी या स्थिति के कारण शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए, नियमित रूप से रक्त आधान प्राप्त करने वाले लोगों में माध्यमिक हेमोक्रोमैटोसिस विकसित हो सकता है।
हेमोक्रोमैटोसिस के कारण- Causes of Hemochromatosis in Hindi
हेमोक्रोमैटोसिस की समस्या के दो मुख्य कारण हैं-
वंशानुगत कारण (Genetic Causes): वंशानुगत हेमोक्रोमैटोसिस एक ऑटोसोमल रिसेसिव विकार (autosomal recessive disorder) है. इसका मतलब है कि इस स्थिति को विकसित करने के लिए आपको माता-पिता दोनों से ही यह जीन विरासत में प्राप्त करना होगा. यदि आपको केवल एक माता-पिता से ही यह जीन मिलता है, तो आप जीन वाहक (carrier) बन जाएंगे, लेकिन आपको स्वयं हेमोक्रोमैटोसिस नहीं होगा.
अन्य चिकित्सीय स्थितियां (Other Medical Conditions): माध्यमिक हेमोक्रोमैटोसिस विभिन्न चिकित्सीय स्थितियों के कारण हो सकता है-
- रेगुलर ब्लड ट्रांसफ्यूजन
- थैलेसीमिया
- लिवर डिजीज
- आयरन सप्लीमेंट
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हेमोक्रोमैटोसिस के लक्षण- Symptoms of Hemochromatosis in Hindi
हेमोक्रोमैटोसिस के लक्षण अक्सर कई वर्षों तक दिखाई नहीं देते हैं। कुछ लोगों में तो कभी भी कोई लक्षण नहीं होते हैं। इसके कुछ मुख्य लक्षण इस तरह से हैं -
- थकान
- जोड़ों का दर्द
- पेट दर्द
- स्किन से जुड़ी समस्याएं
- वजन कम होना
- डायबिटीज
- यौन इच्छा में कमी
हेमोक्रोमैटोसिस से बचाव कैसे करें?- Tips To Prevent Hemochromatosis in Hindi
- आयरन से भरपूर भोजन का सेवन सीमित करें: रेड मीट (Red Meat), ऑर्गन मीट (Organ Meat) और गढ़वर्धित अनाज (Fortified Cereals) जैसे आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित करें।
- डॉक्टर की सलाह के बिना आयरन की खुराक न लें: आयरन की खुराक लेने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
- नियमित रूप से रक्तदान करें: इस बीमारी से बचने के लिए समय-समय पर ब्लड डोनेट जरूर करें।
- जेनेटिक टेस्टिंग कराएं: अगर आपके परिवार में हेमोक्रोमैटोसिस का इतिहास रहा है, तो जेनेटिक टेस्टिंग जरूर कराएं।
इस बीमारी से बचने के लिए ऊपर बताई गई बातों का ध्यान रखें। किसी भी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें और लक्षण दिखने पर लापरवाही न बरतें।
(Image Courtesy: freepik.com)
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