
तमिलनाडु के मदुरै में 20 वर्षीय छात्र दिनेश कुमार की रविवार सुबह रक्तदान मैराथन में दौड़ने के बाद हार्ट अटैक से मौत की खबर सामने आई है। दरअसल, मैराथन में दौड़ने के बाद छात्र को मिर्गी का दौरा पड़ा, जिसके बाद आनन-फानन में उसे राजाजी अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया, जहां उसे सपोर्ट लाइफ सिस्टम पर रखा गया। अस्पताल के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भर्ती करने के कुछ समय बाद उसे 10 बजकर 10 मिनट पर दिल का दौरा भी पड़ा, जिसके बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक मदुरै के एक प्राइवेट कॉलेज में Bachelor of Engineering के आखिरी वर्ष का छात्र था।
अचानक हुई तबियत खराब
चिकित्सकों के मुताबिक 10 किलोमीटर की मैराथन की दौड़ पूरी करने के लगभग एक घंटे बाद दिनेश की अचानक तबीयत खराब हुई। इसके बाद वह टॉयलेट करने चला गया और लौटकर आने के बाद उसे मिर्गी का दौरा आया। उपचार के दौरान दिनेश का ब्लड प्रेशर और पल्स रेट भी कम थी। जीआरएच अस्पताल के डीन डॉ. ए रथिनावेल ने कहा कि दिनेश को अचानक कार्डियक अरेस्ट आया, जिसकी वजह से उसकी मौत हुई। सुबह 10.45 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
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मैराथन के एक घंटे बाद तक था फिट
दिनेश के दोस्तों के मुताबित मैराथन की दौड़ पूरी करने के करीब एक घंटे बाद तक उसके स्वास्थ में कोई गड़बड़ी नहीं थी, लेकिन बाथरूम से लौटकर आने के बाद उसे मिर्गी का दौरा आया, जिसके बाद उसे सुबह 8:45 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, जिससे मौत की असली वजह पता चल सके। इसके अलांवा 27 वर्षीय एक और छात्र की कार्डियक अरेस्ट के कारण मौत का मामला सामने आया है। मृतक आयुष गुप्ता Post Graduate Programme in Management (PGP) के दूसरे वर्ष का छात्र था, जिसने हाल ही में एक निजी इक्विटी फर्म से इंटर्नशिप पूरी की थी।
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हार्ट अटैक से बचने की टिप्स
लखनऊ के कार्डियोलॉजिक केके कपूर के मुताबिक हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट की घटनाएं असंतुलित खानपान और खराब जीवनशैली के कारण तेजी से बढ़ रही हैं। कई बार जिम या फिर हेवी वर्कआउट करते समय भी लोगों को कार्डियक अरेस्ट आने के मामले देखे गए हैं। इसके लिए आप जिम में हाई इंटेंसिटी वर्कआउट करने से बचें। ऐसे में ट्रेनर की देख-रेख में ही ऐसी एक्सरसाइज करनी चाहिए।
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