CAB Formula For Heart Attack And Stroke: खानपान में गड़बड़ी और खराब जीवनशैली की वजह से हार्ट से जुड़ी बीमारियों के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। दुनियाभर में हार्ट डिजीज की वजह से सबसे ज्यादा लोगों की मौत होती है। आज के समय में हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक जैसी समस्याएं भी कॉमन हो गयी हैं। पहले ये बीमारियां बुजुर्गों और ज्यादा उम्र वाले लोगों में देखने को मिलती थीं। लेकिन बीते कुछ सालों से हार्ट अटैक और स्ट्रोक की समस्या युवाओं में भी देखने को मिली है। इंटरनेट और समाचार में भी चलते-फिरते हार्ट अटैक की वजह से होने वाली मौतों की ख़बरें हर दिन पढने और देखने को मिल जाती हैं। हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर परेशानियों से बचने के लिए आपको खानपान और लाइफस्टाइल का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचने के लिए CAB फॉर्मूला के बारे में।
स्ट्रोक और हार्ट अटैक से बचने के लिए CAB फॉर्मूला- CAB Formula For Heart Attack in Hindi
खानपान में गड़बड़ी और खराब जीवनशैली की वजह से हार्ट अटैक और हार्ट से जुड़ी बीमारियों के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। अब चलते-फिरते हार्ट अटैक आने की घटना भी कॉमन हो चुकी है। अगर मरीज को अस्पताल में हार्ट अटैक या स्ट्रोक आता है, तो तुरंत इलाज मिलने से उसकी जान आसानी से बचाई जा सकती है। लेकिन कई बार मरीज को ऐसी जगहों पर हार्ट अटैक या स्ट्रोक आ जाता है, जहां पर कोई भी इलाज मौजूद नहीं होता है। ऐसी परिस्थितियों में कुछ प्राथमिक उपचार मरीज की जान बचा सकते हैं। हार्ट अटैक और स्ट्रोक आने पर 50 प्रतिशत मरीज हॉस्पिटल पहुंच पाने से पहले जान गवां देते हैं। इन मरीजों को हार्ट अटैक आने के बाद फर्स्ट ऐड नहीं मिल पाता है।
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लखनऊ के मशहूर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. के के कपूर कहते हैं कि हार्ट अटैक और स्ट्रोक की स्थिति में मरीज की जान CAB फॉर्मूला से बचाई जा सकती है। सीएबी फॉर्मूले में मरीज के हार्ट में ब्लड फ्लो बढ़ाने के लिए मदद की जाती है। मरीज को स्ट्रोक या हार्ट अटैक आने की स्थिति में उसके मस्तिष्क तक ब्लड पंप करने के लिए छाती के बीच में एक मिनट के भीतर 100-120 बार दबाव डालना होता है। यह फॉर्मूला CPR से मिलता-जुलता है। CAB फॉर्मूला को इस तरह से समझा जा सकता है-
- C- छाती को कंप्रेस करें
- A- वायुमार्ग के खोलने का प्रयास
- B- ब्रीद, सांस लेने में सहायता करें
हार्ट अटैक आने के लक्षण- Heart Attack Symptoms in Hindi
हार्ट तक जबी सही मात्रा में ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हो पाती है, तो हार्ट के टिश्यूज पर गहरा असर पड़ता है, इसकी वजह से मरीज को हार्ट अटैक आता है। हार्ट अटैक आने से पहले मरीज को कई तरह की परेशानियां होती हैं। इसकी वजह से सीने में गंभीर दर्द, सांस लेने में तकलीफ और घबराहट जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
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हार्ट अटैक के लक्षण दिखने पर मरीजों को डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और सही इलाज लेना चाहिए। हार्ट अटैक आने पर मरीज को समय पर इलाज न मिलने से मौत का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए हार्ट अटैक को मेडिकल इमरजेंसी माना जाता है।
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