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पेट की इन 5 समस्याओं का रामबाण है पुदीना, जानें कब और कैसे करें सेवन

पुदीना गैस, अपच, पेट दर्द, भूख न लगना और एसिडिटी जैसी 5 समस्याओं में राहत देता है। सही समय पर सेवन करने से फायदा मिलता है।
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पेट की इन 5 समस्याओं का रामबाण है पुदीना, जानें कब और कैसे करें सेवन


पुदीना सिर्फ स्वाद बढ़ाने वाली पत्ति‍यां नहीं हैं, बल्‍क‍ि ये आपके पाचन तंत्र के ल‍िए प्राकृतिक सुरक्षा कवच हैं। आज की बदलती जीवनशैली में लोग अनियमित खानपान, स्‍ट्रेस और जंक फूड की वजह से पेट से जुड़ी कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। ऐसे में पुदीना एक ऐसा नेचुरल हर्ब है जो बिना किसी बड़े साइड इफेक्ट के राहत देता है। पुदीना में मेंथॉल और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे तत्‍व पाए जाते हैं, जो पेट में गैस, मरोड़, अपच और एसिडिटी जैसी समस्‍याओं को जल्दी शांत कर सकते हैं। आपको बता दें क‍ि पुदीना की खासियत यह है कि यह केवल लक्षणों को नहीं कम करता, बल्कि पाचन तंत्र को मजबूत बनाकर समस्याओं को जड़ से खत्म भी करता है। लेकिन इसका असर देखने के ल‍िए इसे सही समय और सही मात्रा में सेवन करना जरूरी है। अगर इसे गलत तरीके से खाया जाए, तो इससे नुकसान भी हो सकते हैं। इसलिए आगे हम जानेंगे कि किन 5 पेट की परेशानियों में पुदीना असर दिखाता है, और इसका सही इस्‍तेमाल कब और कैसे करें। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के व‍िकास नगर में स्‍थित प्रांजल आयुर्वेद‍िक क्‍लीन‍िक के डॉ मनीष स‍िंह से बात की।

1. पेट की गैस और सूजन दूर करता है पुदीना- Stomach Gas and Swelling

पुदीना गैस्ट्रिक जूस को कंट्रोल करता है, जिससे पेट में बनने वाली गैस कम होती है। इसमें मौजूद मेंथॉल, पेट की गैस को बाहर निकालने में मदद करता है और आंतों की मांसपेशियों को रिलैक्स करता है।

सेवन का तरीका:

खाने के बाद 1 कप पुदीने की चाय पीने से राहत मिलती है। 4-5 ताजी पुदीना पत्त‍ियों को गर्म पानी में डालकर 5 मिनट तक उबालें, थोड़ा नींबू मिलाएं और धीरे-धीरे पिएं।

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2. अपच को कम करता है पुदीना- Indigestion Treatment With Pudina

पुदीना अपच के लक्षणों जैसे पेट भारी लगना, डकार आना और मतली को शांत करता है। इसके एंजाइम्स पाचन क्रिया को तेज करते हैं और खाने को पेट में सही तरीके से तोड़ते हैं।

सेवन का तरीका:

भोजन से पहले 1 चम्मच पुदीना रस और 1 चुटकी काला नमक लें। यह पाचन प्रक्रिया को एक्‍ट‍िव करता है।

3. एसिडिटी को कम करता है पुदीना- Acidity Treatment With Pudina

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पुदीना पेट के एसिड लेवल को संतुलित करता है और सीने में जलन से राहत दिलाता है। इसकी ठंडी तासीर, पेट की गर्मी को शांत करती है।

सेवन का तरीका:

1 गिलास ठंडे दूध या पानी में 1 चम्मच पुदीना रस मिलाकर पीने से तुरंत आराम मिलता है।

4. पेट दर्द या मरोड़ से राहत दि‍लाता है पुदीना- Stomach Pain or Cramps

पुदीना, आंतों की ऐंठन को कम करता है और पेट दर्द को शांत करते हैं। यह खासकर महिलाओं को पीर‍ियड्स के दौरान पेट मरोड़ में भी राहत देता है।

सेवन का तरीका:

पुदीना के तेल की 2-3 बूंदें, एक कप गुनगुने पानी में डालकर पीने से फायदा होता है।

5. भूख न लगना या जी मिचलाना- Loss of Appetite or Nausea

अगर भूख नहीं लगती या मतली जैसा महसूस होता है, तो पुदीना का सेवन करें। इसकी सुगंध द‍िमाग को ताजगी देती है और पाचन एंजाइम्स को एक्‍ट‍िव करती है।

सेवन का तरीका:

पुदीना, अदरक और नींबू का रस मिलाकर सुबह खाली पेट लेने से भूख बढ़ती है और जी म‍िचलाहट भी दूर होती है।

पुदीना का सेवन कब करें?- When to Consume Pudina

  • मतली या भूख न लगने की स्थ‍ित‍ि में इसका सेवन, सुबह खाली पेट कर सकते हैं।
  • पाचन क्रिया को एक्टिव करने के लिए इसका सेवन खाने से पहले कर सकते हैं।
  • पेट की गैस और अपच की समस्या होने पर पुदीना का सेवन खाने के बाद कर सकते हैं।
  • रात को सोने से पहले पुदीना का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है, ज‍िससे कुछ लोगों में ठंड और खांसी के लक्षण बढ़ सकते हैं।
  • पुदीना का सेवन करते समय मात्रा का ध्‍यान रखें। बहुत ज्‍यादा मात्रा में पुदीना लेने से ऐंठन महसूस हो सकती है। द‍िनभर में 4 से 5 पुदीना की पत्ति‍यां का सेवन काफी होता है।

पुदीना का सेवन अगर सही समय और सही तरीके से क‍िया जाए, तो यह आपके पाचन स्वास्थ्य को मजबूत बना सकता है।

उम्‍मीद करते हैं क‍ि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।

FAQ

  • क्या पुदीना पेट की समस्याओं में मदद करता है?

    हां, पुदीना गैस, अपच, सूजन, मरोड़ और भूख न लगने जैसी पेट की समस्याओं में राहत देता है। इसमें मेंथॉल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो पाचन तंत्र को शांत और एक्‍ट‍िव बनाते हैं।
  • पुदीना कब नहीं खाना चाहिए?

    बहुत ज्‍यादा ठंडी तासीर होने के कारण पुदीना सर्दी-जुकाम या खांसी में नहीं खाना चाहिए। गर्भवती महिलाएं, शिशुओं और पेट में अल्सर हो, तो भी इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाह‍िए।
  • पुदीना की तासीर कैसी होती है?

    पुदीना की तासीर ठंडी होती है। यह शरीर और पेट की गर्मी को शांत करता है, जिससे जलन और एसिडिटी जैसी समस्याएं कम होती हैं। गर्मी में इसके सेवन से शरीर को ठंडक और ताजगी मिलती है।

 

 

 

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