कैंसर के बहुत सारे मरीजों की मौत का कारण कैंसर नहीं, बल्कि हार्ट अटैक बनता है: रिसर्च

अगर किसी व्यक्ति को कैंसर है, तो उसे कैंसर के साथ-साथ हार्ट की बीमारियों पर भी नजर रखनी चाहिए, वर्ना कार्डियोवस्कुलर रोग कैंसर पर भारी पड़ सकते हैं।
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कैंसर के बहुत सारे मरीजों की मौत का कारण कैंसर नहीं, बल्कि हार्ट अटैक बनता है: रिसर्च


कैंसर खुद में एक खतरनाक बीमारी है। मगर हाल में हुई रिसर्च बताती है कि कैंसर के बहुत सारे मरीजों की मौत का कारण कैंसर नहीं, बल्कि हार्ट अटैक बनता है। इस रिसर्च को 'यूरोपियन हार्ट जर्नल' में छापा गया है। अध्ययन के मुताबिक कैंसर के 10% से ज्यादा मरीज कार्डियोवस्कुलर रोगों के कारण मरते हैं। खास बात यह है कि शोध में कुछ खास तरह के कैंसर के मरीजों में इसकी संभावना ज्यादा पाई गई है जिनमें ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, एंडोमेट्रियल कैंसर और थायरॉइड कैंसर शामिल हैं। Penn State College of Medicine के शोधकर्ताओं ने बताया कि इन कैंसरों के मरीजों में लगभग आधे मरीज कार्डियोवस्कुलर रोगों से मरते हैं।

हार्ट अटैक से मरते हैं कैंसर के मरीज

यूरोपियन हार्ट जर्नल में छपा यह शोध कैंसर के इलाज में जुटे डॉक्टरों और मरीजों को एक नई दिशा दे सकता है। इस शोध के लिए यूएस में 1973 से 2012 के बीच कैंसर के मरीजों के डाटा का अध्ययन किया गया। शोधकर्ताओं के अनुसार इन कैंसर के इन मरीजों में से 38% की मौत का कारण कैंसर बना, जबकि 11% की मौत का कारण धमनी रोग (कार्डियोवस्कुलर रोग) बने। कार्डियोवस्कुलर रोगों में हार्ट संबंधी बीमारियां, हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक, सेरेब्रोवस्कुलर रोग, आर्टरीज ब्लॉक और एरोटा डैमेज आदि शामिल होते हैं। मगर शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि इनमें 76% से ज्यादा मरीज ऐसे थे, जिनकी मौत का कारण अकेला हार्ट अटैक बना। इसी आधार पर शोधकर्ताओं ने बताया कि कैंसर के बहुत सारे मरीज कैंसर के बजाय, हार्ट अटैक से मरते हैं। इस शोध के लिए शोधकर्ताओं ने 28 तरह के कैंसरों के मरीजों को चुना था, इसके अलावा इस बात पर भी ध्यान दिया गया कि कैंसर के मरीजों की उम्र, लिंग और रेस क्या है।

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5-6 तरह के कैंसर के मरीजों को होता है ज्यादा खतरा

Penn State College of Medicine और Penn State Cancer Institute के रेडिएशन ओंकोलॉजिस्ट डॉ. Dr. Nicholas Zaorsky कहते हैं, "हम सभी जानते हैं कि कार्डियोवस्कुलर रोगों के कारण दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें होती हैं, मगर हम नहीं जानते कि ये कितनी हैं और न ही यह जानते हैं कि कैंसर से कितने मरीज मरते हैं। हमने शोध के दौरान पाया कि 5 या 6 प्रकार के कैंसर ऐसे हैं, जिनपर कार्डिवस्कुलर रोग हावी हो जाते हैं और मरीज की मौत कैंसर के बजाय कार्डियोवस्कुलर रोगों के कारण हो जाती है।" उन्होंने आगे बताया कि इस तरह के कैंसर ज्यादातर यूटेराइन, प्रोस्टेट और ब्रेस्ट कैंसर हैं।

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सबसे ज्यादा मरीज ब्रेस्ट कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर के

शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि कार्डियोवस्कुलर रोगों के कारण मौत की संभावना सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर के मरीजों में होती है। साल 2012 के आंकड़ों के अनुसार कैंसर के कुल मरीजों में से लगभग 61% मरीज सिर्फ ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और ब्लैडर कैंसर से पीड़ित थे, जिनकी मौत कार्डियोवस्कुलर बीमारियों के कारण हुई। इनमें से ज्यादातर मरीज ऐसे थे जिनका कैंसर इतने खतरनाक स्टेज पर पहुंच चुका था, जहां इलाज की संभावना कम बचती है।

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