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ये 6 लक्षण बताते हैं कि निगेटिव इमोशंस के आदी हो गए हैं आप, न करें नजरअंदाज

क्या आप भी अक्सर निगेटिव सोचते रहते हैं। ऐसे में शरीर को काफी नुकसान हो सकता है। जानें निगेटिव इमोशंस बढ़ने के लक्षण।   
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 ये 6 लक्षण बताते हैं कि निगेटिव इमोशंस के आदी हो गए हैं आप, न करें नजरअंदाज


Signs of Negative Emotions: शरीर में कोई भी समस्या होने पर उसके लक्षण बाहरी रूप से नजर आने लगते हैं। इसी तरह मानसिक समस्याओं के लक्षण भी बाहरी रूप से नजर आते हैं। जिन पर अक्सर हमारा ध्यान नहीं जा पाता है। इमोशंस हमारी मेंटल हेल्थ से जुड़े होते हैं। हर इमोशन आपकी फिजिकल और मेंटल दोनों हेल्थ को प्रभावित करता है। अगर आप पॉजिटिव सोचते हैं, तो इससे आपका माइंड और बॉडी पॉजिटिव रहते हैं। लेकिन अगर आपके मन में निगेटिव इमोशंस ज्यादा आते हैं, तो इससे आपके शरीर को काफी नुकसान होगा। निगेटिव सोचने के कारण आपका कोर्टिसोल (स्ट्रेस) लेवल बढ़ सकता है। इसके कारण आप कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। निगेटिव इमोशंस की आदत होने पर हमारा शरीर कुछ संकेत देता है। इन संकेतों के बारे में बताते हुए हार्मोन कोच पूर्णिमा पेरी ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है। 

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ये लक्षण बताते हैं कि निगेटिव इमोशंस के आदी हो गए हैं आप- Signs Your Body Addicted To Negative Emotions

लगातार थकावट होना- Constant Fatigue 

क्या रातभर अच्छे से सोने के बावजूद सुबह थकावट महसूस करते हैं। यह संकेत बताता है कि आपको निगेटिव सोचने की आदत हो गई है, जिस कारण आपका कोर्टिसोल लेवल बढ़ गया है। कोर्टिसोल बढ़ने के कारण आपको नींद से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। 

बार-बार बीमार होना- Frequent Illness

निगेटिव इमोशंस कोर्टिसोल बढ़ने का कारण बन सकते हैं। कोर्टिसोल बढ़ने के कारण बॉडी की एंटीबॉडी बनाने की ताकत कम हो जाती है। इसके कारण आप बार-बार बीमार पड़ सकते हैं। मौसम बदलते ही आपको बुखार या फ्लू की समस्या हो जाती है। 

इसे भी पढ़ें- मन में बार-बार आते हैं निगेटिव इमोशंस, तो साइकोलॉजिस्ट से जानें इसे कंट्रोल करने के टिप्स

पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं- Digestive Problems

अगर आपको कुछ दिनों से पाचन संबंधित समस्याएं ज्यादा होने लगी हैं, तो यह भी निगेटिव इमोशंस ज्यादा होने की ओर इशारा करता है। इसके कारण आपको लगातार पेट में दर्द, भूख में बदलाव होना या खाना न पचने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। 

मसल्स में दर्द होना- Muscles Pain

अगर आपको अक्सर सिर दर्द, कमर दर्द या मसल्स में अकड़न रहती है, तो यह भी मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा हो सकता है। निगेटिव इमोशंस एड्रेनालाईन हार्मोन को भी ट्रिगर करते हैं। यह मसल्स से जुड़ा जरूरी हार्मोन है। 

इसे भी पढ़ें- क्या निगेटिव इमोशन इम्यून सिस्टम को प्रभावित कर सकता है? एक्सपर्ट से जानें इनके बीच संबंध

फोकस करने में समस्या- Problem In Focus 

निगेटिव इमोशंस आपकी सोचने-समझने की क्षमता धीमी कर सकते हैं। इसके कारण आपके लिए काम पर फोकस करना मुश्किल हो सकता है। आपको फैसले लेने और चीजें याद रखने में भी मुश्किल हो सकती है। 

नींद न आने की समस्या- Sleep Problems

निगेटिव इमोशंस के कारण आपकी नींद पर असर पड़ सकता है। इसके कारण आपको नींद न आने या कम नींद आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यह बॉडी में कोर्टिसोल बढ़ने की ओर इशारा करता है। क्योंकि कोर्टिसोल बढ़ने से बॉडी की नींद की प्रकृति पर बुरा असर पड़ता है। 

अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण नजर आता है, तो आपको अपने लाइफस्टाइल पर काम करना चाहिए। 

 
 
 
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