हर व्यक्ति के जीवन में सुख और दुख आता है। ऐसे में व्यक्ति के मन में भावनात्मक बदलाव होते हैं। अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का तरीका हर व्यक्ति का अलग-अलग हो सकता है। लेकिन, भावनाओं को व्यक्त करना बेहद जरूरी होता है। इससे मन के अंदर चलने वाला उतार-चढ़ाव शांत होता है। लेकिन, कुछ व्यक्ति अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर पाते हैं। ऐसे व्यक्ति अपने मन की फीलिंग्स को किसी के आगे बताने में झिझकते हैं। अपनी भावनाओं को व्यक्त न करना एक मानसिक समस्या हो सकती है। मेडिकल भाषा में इसको इमोशनल नंबनेस (भावनात्मक सुन्नता) कहा जाता है। इसकी वजह से व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में व्यक्ति को डिप्रेशन, चिंता व तनाव होने लगता है। जबकि, भावनाओंं को व्यक्त न कर पाने के कारण लोगों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। इस लेख में आगे क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट दीपाली बेदी से जानते हैं कि इमोशनल नंबनेस के क्या लक्षण होते हैं। साथ ही, आपको इमोशनल नंबनेस के कारणों को भी बताया गया है।
इमोशनल नंबनेस क्या है? - What is Emotional numbness?
इमोशनल नंबनेस में व्यक्ति अपनी भावनाओं को दूसरों के आगे व्यक्त नहीं कर पाता है। कुछ व्यक्तियो को इस दौरान किसी भी तरह की स्थिति में कैस भी प्रतिक्रिया महसूस नहीं होती है। जबकि, कुछ लोग अपनी फीलिंग्स को कैसे व्यक्त करें इस बारे में समझ नहीं पाते हैं। यह परेशानी कई दिनों तक रह सकती है। इस स्थिति में व्यक्ति को आगे चलकर डिप्रेशन हो सकता है। ऐसे में व्यक्ति को जब किसी बात का बुरा लगता है तो भी वह उसे शेयर नहीं कर पाता है। यह पोस्ट ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर जैसे मानसिक समस्या को बढ़ा सकता है। इस दौरान लोगों को खुद के इमोशन को पहचानने में भी परेशानी होती है।
इमोशनल नंबनेस का क्या कारण है? - Causes Of Emotional Numbness In Hindi
- तनाव और तनाव हार्मोन: कोर्टिसोल के बढ़ते स्तर की वजह से कुछ लोगों में इमोशनल नंबनेस और भावनात्मक प्रतिक्रिया की कमी हो सकती है।
- पोस्ट ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (पीटीएसडी): पीटीएसडी व्यक्ति के स्ट्रेस हार्मोन के स्तर में बदलाव कर सकते हैं। इसे इमोशनल नंबनेस सहित अवसाद और चिंता के लक्षणों से संबंधित माना जाता है।
- दवाओं का साइड इंफेक्ट: कुछ तरह की दवाएं मूड से संबंधित हार्मोन और ब्रेन के कार्यों को प्रभावित कर सकती हैं। इन दवाओं से सेरोटोनिन और डोपामाइन प्रभावित होता है।
- थकान: शारीरिक थकान और कमजोरी महसूस करने के वाले कुछ लोग अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में रुचि नहीं दिखाते हैं।
इमोशनल नंबनेस के लक्षण - Symptoms Of Emotional Numbness In Hindi
इमोशनल नंबनेस में हर व्यक्ति को एक ही तरह के लक्षण महसूस नहीं होते हैं। कुछ व्यक्ति किसी एक तरह की स्थिति पर अलग तरह का महसूस करते हैं, जबकि, किसी अन्य व्यक्ति ठीक उसी स्थिति में कुछ अलग महसूस हो सकता है। लेकिन, इस दौरान व्यक्ति मौन हो सकता है व सामान्य रूप से स्थिति को अनदेखा कर सकता है। ऐसे में व्यक्ति को आगे बताए लक्षण महसूस हो सकते हैं।
- एनर्जी और मोटिवेशन में लगातार कमी होना
- जिन चीजों व लोगों की परवाह करते थे उनके प्रति उदासीन होना
- खुद को आसपास के लोगों और दोस्तों से अलग महसूस करना
- बेहद खुशी और खराब बात में सामान प्रतिक्रिया रखना
- अपनी भावनाओं को पहचानने में कठिनाई
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इमोनशल नंबनेस में व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वह खुद को अकेला महसूस करने लगता है। एक एक मानसिक समस्या है, जिसका इलाज किया जा सकता है। इसके लिए आप डॉक्टर से मिलें।