
Symptoms Of Emotional Exhaustion in Hindi: शरीर के साथ-साथ दिमाग भी थक जाता है। हम मस्तिष्क के जरिए भावनाओं को महसूस और व्यक्त कर पाते हैं। लेकिन कभी-कभी मस्तिष्क भी बीमार हो जाता है। इस कारण से व्यक्ति को भावनात्मक थकान का सामना करना पड़ता है। इमोशनल थकान का मतलब है मानसिक रूप से थकान महसूस करना। इमोशनल या भावनात्मक थकान के कारण व्यक्ति का नर्वस सिस्टम डैमेज हो सकता है। ऐसे लोगों में मोटिवेशन की कमी हो सकती है, मेमोरी पॉवर कमजोर हो सकती है और शरीर में कई ऐसे लक्षण नजर आ सकते हैं जो किसी आम बीमारी के कारण नजर आते हैं। भावनात्मक थकान के कारण डायबिटीज, थायराइड, पीसीओडी, हाई बीपी, हार्ट की बीमारी आदि का खतरा भी बढ़ जाता है। इमोशनल थकान होने पर एकाग्रता में कमी आ जाती है, व्यक्ति दुखी रहता है, काम करने का मन भी नहीं होता। इसके अलावा भी कई लक्षण नजर आते हैं। इन लक्षणों के बारे में आगे बात करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
भावनात्मक रूप से थकने के संकेत- Symptoms Of Emotional Exhaustion
1. एंग्जाइटी या तनाव महसूस होना
अगर आपको एंग्जाइटी महसूस होती है, तो समझ जाएं कि मेंटल हेल्थ पर गौर करने की जरूरत है। एंग्जाइटी के कारण, व्यक्ति लोगों से कटने लगता है। हर समय तनाव महसूस होना भी भावनात्मक रूप से थकने का एक संकेत हो सकता है। एंग्जाइटी और तनाव मिलकर व्यक्ति की एकाग्रता को प्रभावित करते हैं। तनाव के कारण व्यक्ति ईटिंग डिसआर्डर (Eating Disorder) का शिकार भी हो सकता है। ईटिंग डिसआर्डर के कारण डायबिटीज, थायराइड और मोटापे जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
2. गुस्सा या चिड़चिड़ापन बढ़ना
छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना, ये बताता है कि आपको ब्रेक लेने की जरूरत है। भावनात्मक रूप से थक जाने पर व्यक्ति का स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है। उसे किसी भी बात पर गुस्सा आ सकता है। ऐसे व्यक्ति, लोगों से दूर होने लगते हैं। उनके संबंध बिगड़ने लगते हैं। स्वभाव में आए बदलाव को पहचानें। अपने परिवार और दोस्तों की मदद लें। अगर उन्हें आपकी स्थिति के बारे में पता होगा, तो वे आपकी मदद कर पाएंगे।
3. नींद न आने की समस्या
इमोशनल रूप से थक जाने के कारण स्लीप साइकिल प्रभावित हो सकती है। व्यक्ति को अनिद्रा की समस्या हो सकती है।अनिद्रा के कारण रात को बेचैनी या सोने में परेशानी हो सकती है। अनिद्रा के कारण रात को अचानक नींद खुल जाती है। इमोशनल रूप से थकान के कारण व्यक्ति नींद पूरी करके नहीं उठ पाता और दिनभर आलस्य में रहता है। सुस्ती के कारण काम भी प्रभावित हो सकता है। कुछ लोगों को नींद न पूरी होने के कारण मॉर्निंग सिकनेस की समस्या होने लगती है।
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4. सिर में दर्द होना
सिर में बार-बार दर्द होना सामान्य नहीं है। इस पर गौर करें। ये भावनात्मक रूप से थक जाने का संकेत हो सकता है। सिर दर्द होने पर, डॉक्टर की सलाह के बगैर गोली का सेवन न करें। सिर में दर्द के अलावा कुछ लोगों को मानसिक तनाव के दौरान, पेट में अपच और डायरिया जैसे संकेत भी नजर आते हैं। मानसिक परेशानी, पाचन तंत्र को बिगाड़ सकती है।
5. थकान महसूस होना
जल्दी थक जाते हैं या हर समय थकान महसूस होती है, तो समझ जाएं कि ये इमोशनल तौर पर थक जाने का संकेत है। जिन लोगों में हर समय सुस्ती और आलस्य जैसे लक्षण नजर आते हैं, वे अक्सर मानसिक तौर पर ठीक नहीं होते। भावनात्मक रूप से थक जाने के कारण व्यक्ति के पास काम करने का मोटिवेशन नहीं होता। उसे हर समय मांसपेशियों में दर्द और थकान महसूस होती है।
भावनात्मक थकावट को कैसे कम करें?- How to Treat Emotional Exhaustion
- हेल्दी डाइट का सेवन करें। विटामिन्स, फाइबर, कैल्शियम, आयरन और सभी जरूरी पोषक तत्वों को डाइट में शामिल करें।
- हर दिन 40 से 50 मिनट एक्सरसाइज करें। वॉक, रनिंग, जॉगिंग, कार्डियो, साइकिल चलाना, डांस करना आदि को चुनें।
- डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन की मदद लें। दिनभर में 15 से 20 मिनट मेडिटेशन कर लेने से भी काफी फर्क पड़ेगा।
- भावनात्मक रूप से थक गए हैं, तो ब्रेक लें। छुट्टी लेकर या वीकेंड पर कहीं घूमने जाएं। खुद के साथ समय बिताएं।
- ग्रूमिंग करना या खुद को नया लुक देकर भी आप बेहतर महसूस करेंगे। अपने लुक को चेंज करें। इससे नयापन महसूस होगा।
ऊपर बताए आसान टिप्स को अपनाएंगे, तो भावनात्मक थकान से बच सकते हैं। लेख पसंद आया हो, तो शेयर करना न भूलेंं।