गंदे तकिए पर सो जाते हैं तो न करें ये गलती, जान लें इससे होने वाले 5 नुकसान

गंदे तकिए पर सोने के कारण कई तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसमें स्किन से लेकर सांस संबंधी परेशानियं शामिल हैं।
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गंदे तकिए पर सो जाते हैं तो न करें ये गलती, जान लें इससे होने वाले 5 नुकसान


Side Effects Of Sleeping On A Dirty Pillow In Hindi: दिन भर की थकान के बाद हर कोई चाहता है कि वह रात को अच्छी नींद ले ताकि अगली सुबह तरोताजगी से भरी हो। अच्छी नींद के लिए जरूरी है कि स्ट्रेस न हो और लाइफस्टाइल पैटर्न सही हो। इसके साथ ही क्या आप जानते हैं कि अच्छी नींद के लिए साफ बेडशीट और साफ पिलो कवर (तकिए के कवर) भी होने चाहिए। अगर आप गंदे तकिए पर सोते हैं, तो इससे आपकी नींद प्रभावित हो सकती है। यहां तक कि गंदे तकिए पर सोने के कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि तकिए के गंदे कवर पर फंगाई, बैक्टीरिया और धूल के कण शामिल हो जाते हैं। ये न दिखने वाले जीवाणु और कीटाणु हमारे स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर डाल सकते हैं। यहां हम उन्हीं समस्याओं के बारे में जानेंगे, जो गंदे तकिए पर सोने के कारण हो सकती हैं।

स्किन के लिए नुकसानदायक

गंदे तकिए या बेडशीट पर सोने से सबसे पहले आपकी स्किन प्रभावित होती है। दरअसल, स्किन का सीधा संपर्क गंदे तकिए या बेडशीट से हेता है। इसलिए, इनमें छिपी गंदगी सबसे आपकी स्किन पर ही असर करती है। तकिए पर गंदगी के कारण आपके फेस पर दोन, कील-मुंहासे, व्हाइटहेड्स, त्वचा में सूजन और तीव्र खुजली जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। वहीं, अगर आप लगातार गंदे तकिए पर सोते हैं, तो आपकी सेंसिटिव है, तो आपको एक्जिमा जैसी खतरनाक समस्या भी हो सकती है।

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बैक्टीरियल या फंगल इंफेक्शन होना

गंदे बेडशीट या गंदे तकिए पर सोने से आपको बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन का रिस्क भी बढ़ जाता है। विशेषज्ञों अनुसार, अगर एक सप्ताह तक आपने अपना बेडशीट या तकिए का कवर नहीं धोया है, तो उसमें हजारों की संख्या में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। इन बैक्टीरिया की वजह से आपको निमोनिया, स्किन में रैशेज या बहुत ज्यादा खुजली होने की समस्या होने लगती है। आपको बताते चलें कि अगर घर का एक व्यक्ति गंदे तकिए की वजह से बीमार हो जाए, तो दूसरों सदस्यों के बीमार पड़ने का रिस्क भी बढ़ जाता है।

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एलर्जी या सांस संबंधी समस्या

तकिए के कवर पर लगी गंदगी अक्सर दिखाई नहीं देती है या फिर लोग उसे इग्नोर कर देते हैं। जबकि, गंदे तकिए पर सोने की वजह से एलर्जी या सांस संबंधी समस्या हो सकती है। खासकर, जिसे पहले ही रेस्पीरेटरी एलर्जी हैं, उनकी स्थिति और भी बिगड़ सकती है। यही नहीं, लंबे समय तक गंदे तकिए या बेडशीट पर सोने की वजह से बार-बार छींक आ सकती है और अस्थमा की कंडीशन और बिगड़ सकती है। सांस की समस्या के कारण व्यक्ति के लिए अच्छी नींद लेना मुश्किल हो सकता है।

तनाव बढ़ सकता है

आप सोच सकते हैं कि भला गंदे तकिए पर सोने के कारण तनाव कैसे बढ़ सकता है? दरअसल, जब आप गंदे तकिए पर सोते हैं, तो कई बार आपको अच्छी नींद नहीं आती है। वहीं, अगर गंदे तकिए की वजह से बेड बग्स हो गए हैं, तो बार-बार नींद टूट सकती है। ऐसे में नींद पूरी नहीं होती है और आप सुबह के समय डल महसूस करते हैं। अगर लगातार कई रातों तक यही कंडीशन जारी रहती है, तो इससे स्ट्रेस बढ़ सकता है।

नींद पूरी न होना

गंदगी किसी के लिए सही नहीं होती है। अगर आप गंदे बेड शीट या गंदे तकिए पर सोते हैं, तो इससे अच्छा फील नहीं होता है। बेडशीट या गंदे तकिए पर मौजूद मिट्टी के कण शरीर में चुभते हैं, जो नींद को प्रभावित करते हैं। बार-बार नींद टूटती है, जिस वजह से नींद पूरी नहीं होती है। वहीं, अगर आप इसी पैटर्न को लंबे समय तक फॉलो करते हैं, तो एक निश्चित समय बाद आपको नींद न आने की समस्या हो सकती है।

कुल मिलाकर कहने की बात ये है कि अच्छी और गहरी नींद लेने के लिए अपने बेडशीट और तकिए को साफ रखें। एक्सपर्ट की मानें, तो हर 3 से 6 दिन के अंदर बेडशीट बदल लेनी चाहिए।

image credit: Freepik

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